832 पहियों की गाड़ी जो 11 महीने से चल रही

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832 पहियों की गाड़ी जो 11 महीने से चल रही

सड़क मार्ग से भारी सामानों को ले जाने वाले बड़े ट्रेलर (Big Trailer) आपने जरूर देखे होंगे। लेकिन क्या आपने ऐसा भी कोई ट्रेलर देखा है, जो इतना भारी-भरकम है कि एक दिन में सिर्फ 15-20 किलोमीटर ही चल पाता है? ट्रेलरों के जरिए देश के एक छोर से दूसरे छोर तक सामान पहुंचाया जाता है। आमतौर पर एक राज्य से दूसरे राज्य में जा रहे ट्रेलरों को यात्रा में कुछ दिनों का समय लगता है। एक ट्रेलर चालक दो दिन में 500 किलोमीटर की दूर तय कर सकता है। लेकिन एक ट्रेलर ऐसा भी है, जो 11 महीनों से चल ही रहा है और अभी तक भी मंजिल तक नहीं पहुंचा है। जी हां, यह सच है। यह ट्रेलर एक दिन में केवल 15 से 20 किलोमीटर ही चलता है। कभी-कभी यह एक दिन में 5 किलोमीटर ही चल पाता है। आइए जानते हैं कि यह ट्रेलर आखिर क्या ले जा रहा है।

मुंद्रा पोर्ट से पचपदरा रिफाइनरी ले जाए जा रहे

दरअसल गुजरात के मुंद्रा पोर्ट (Mundra Port) से दो ट्रेलरों पर दो भारी भरकम रिएक्टरों को पचपदरा रिफाइनरी (Pachpadra Refinery) में पहुंचाया जाना है। ये ट्रेलर पिछले 11 महीनों से सड़क पर चल रहे हैं और इन्हें अपनी यात्रा पूरी करने में अभी एक महीना और लगेगा। इन ट्रेलरों की चाल काफी धीमी है। इनसे तेज आदमी पैदल चल सकता है। अगर औसत रफ्तार देखें, तो ये ट्रेलर चींटी से भी धीरे चल रहे हैं। इसका कारण है कि इन ट्रेलरों पर भारी भरकम रिएक्टर लदे हैं। एक रिएक्टर का वजन 1148 मीट्रिक टन है तो दूसरे का वजन 760 मीट्रिक टन है। इन दोनों ट्रेलरों को सिर्फ नर्मदा नदी को पार करने में ही 4 करोड़ रुपये खर्च करने पड़े थे।

स्कॉर्ट के साथ 25-26 लोगों की टीम
मुंद्रा पोर्ट से रवाना होने के साथ 25-26 सदस्यों की टीम वाहनों के आगे-पीछे चलती रही। इसमें टेक्नीशियन, एक्सेल (ट्रेलर) ऑपरेटर भी साथ रहते हैं। वहीं रास्ते में आने वाले संकेत बोर्ड, सूचना पट्ट सहित अन्य अवरोध को हटाने के लिए हेल्पर भी साथ रहते हैं।

टीम हाईवे के आगे के 5 किलोमीटर का पहले से जायजा लेती है कि कहीं ऊपर से कोई लाइटिंग वायर तो नहीं गुजर रहा।
टीम हाईवे के आगे के 5 किलोमीटर का पहले से जायजा लेती है कि कहीं ऊपर से कोई लाइटिंग वायर तो नहीं गुजर रहा।

डिस्कॉम से लेते हैं शटडाउन
हाईवे के ऊपर से गुजरने वाली हाईटेंशन लाइनों से बचने के लिए टेक्निकल टीम ही डिस्कॉम से कम्युनिकेशन करती है। जब तक ट्रेलर वहां से गुजर नहीं जाते, शटडाउन लिया जाता है। टीम हाईवे के आगे के 5 किलोमीटर का पहले से जायजा लेती है कि कहीं ऊपर से कोई लाइटिंग वायर तो नहीं गुजर रहा।1908 मीट्रिक टन से ज्यादा वजनी ये रिएक्टर देश की सबसे एडवांस रिफाइनरी पचपदरा में इंस्टॉल होंगे। इन बॉयलर का इस्तेमाल क्रूड ऑयल को रिफाइन करने के काम में लिया जाएगा। अभी ये रिएक्टर नगर क्षेत्र के भटाला गांव के करीब हैं। इन्हें पचपदरा तक पहुंचने में करीब एक महीना और लगेगा।

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