Accepted the Mistake of ‘Adipurush’ : मनोज मुंतशिर ने रैप सांग के बहाने ‘आदिपुरुष’ की गलती मानी!

उन्होंने कहा 'जावेद अख्तर की तरह मुझे भी रैप सांग पसंद नहीं!'

601

Accepted the Mistake of ‘Adipurush’ : मनोज मुंतशिर ने रैप सांग के बहाने ‘आदिपुरुष’ की गलती मानी!

Mumbai : ‘आदिपुरुष’ से लोगों के निशाने पर आए गीतकार और कथाकार मनोज मुंतशिर ने हाल ही में जावेद अख्तर की प्रशंसा की है। उन्होंने कहा जावेद अख्तर की तरह रैप सांग स्वीकार नहीं कर पाए हैं। वे इस बात से नाराज दिखे कि उनका लिखा ‘केसरी’ फिल्म का गाना ‘तेरी मिट्टी’ फिल्मफेयर अवॉर्ड में ‘गली बॉय’ के गाने ‘अपना टाइम आएगा’ लिखने वाले डिवाइन और अंकुर तिवारी से हार गया था।

उन्होंने ‘आदिपुरुष’ के संवादों की तुलना करते हुए कहा कि लोग उनके संवादों की आलोचना करते हैं और ‘घंटा और नंगा’ शब्दों वाले रैप सांग पुरस्कार जीतते हैं। उन्होंने कहा, ‘अगर आप उस पुरस्कार समारोह के नॉमिनेशन को देखें, तो एक के बाद एक कुछ शानदार गाने थे, लेकिन आपने उस गाने को पुरस्कार दिया जो कहीं से भी गीतकार होने के नाते पैमाइश जो होती है, उसपे खड़ा ही नहीं उतरता।’

कुछ महीने पहले बिग बजट फिल्म ‘आदिपुरुष’ का बॉक्स ऑफिस पर बुरा हाल हुआ। इस फिल्म के संवाद लेखक मनोज मुंतशिर को भी जमकर ट्रोल करके आड़े हाथों लिया था। फिल्म में कई विवादास्पद संवाद थे, जिसे लेकर मुंतशिर को खूब लताड़ा मिली। बताते हैं कि इस वजह से कई प्रोजेक्ट उनके हाथ से निकल गए।

जावेद अख्तर की प्रशंसा
मनोज मुंतशिर ने हाल ही में जावेद अख्तर की प्रशंसा की। एक बातचीत में उन्होंने कहा कि अगर मैं अगले 20-25 साल तक काम करना जारी रखूं, तो शायद मैं उस बिंदु पर पहुंच जाऊंगा, जहां लोग एक सांस में जावेद अख्तर के साथ मेरा नाम लेंगे। अभी मैं खुद को इस लायक नहीं मानता हूं। अगर मैं इस दुनिया में कुछ ऐसे लोगों का नाम लूं, जिनका मैं गहरा सम्मान करता हूं, तो जावेद साहब हर चीज की परवाह किए बिना मेरे टॉप पर दो या तीन में हैं।

गलती के बाद दूसरा मौका मांगा
इस फिल्म में वे विवादित डायलॉग को लेकर सुर्खियों में रहे थे। बवाल बढ़ने के बाद उनको इसके डायलॉग बदलने तक की नौबत आई थी। अब उन्होंने अपनी गलती स्वीकारा और कहा था कि उनको दूसरा मौका मिलना चाहिए। अब मनोज मुंतशिर ने जावेद अख्तर की प्रशंसा की और कहा कि उनकी तरह वे भी आज तक रैप गानों को स्वीकार नहीं कर पाए हैं।

मुंतशिर ने रैप गानों के बारे में बात करते हुए कहा कि आज तक मैं रैप गानों को एक श्रोता के तौर पर स्वीकार नहीं कर पाया। मुझे रैप से कोई शिकायत नहीं। मैंने गली बॉय के गाने सुने हैं। वे अच्छे हैं, लेकिन लोगों को मेरे ‘लंका जला देंगे’ जैसे डायलॉग से दिक्कत है और उन्हें ‘नंगा ही तो आया था घंटा लेकर जाएगा’ से कोई फर्क नहीं पड़ता। मुझे लगता है कि दोनों गलत हैं। कला में असंसदीय भाषा का प्रयोग करने का अधिकार किसी को नहीं है। यह गलत है। अपने आप को बेहतर तरीके से दिखाएं।