लेखापाल को लोकायुक्त टीम ने 30 हज़ार रिश्वत लेते पकड़ा

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इंदौर की लोकायुक्त टीम ने आज बुरहानपुर जिले के शिक्षा विभाग के एक लेखापाल को एक रिटायर्ड प्रधान पाठक से रिश्वत लेते पकड़ा।
बुरहानपुर की खकनार तहसील के रिटायर्ड प्रधान पाठक उखर्डू पिता मोरुजी सावकारे ने 21 सितम्बर को इंदौर के लोकायुक्त कार्यालय में आवेदन दिया कि मैं इसी साल 31 मार्च को प्रधान पाठक के पद से रिटायर हुआ हूँ। रिटायरमेंट के बाद मेरी जीपीएफ की राशि, अवकाश भुगतान की राशि, ग्रेच्युटी एवं पेंशन बनाना थी। इस संबंध में बीईओ कार्यालय के बड़े बाबू रामचरण पटेल से कई बार मिला और मुझे मिलने वाले सभी भुगतान कराने का अनुरोध किया। इसके बाद रामचरण पटेल ने सितंबर 2021 में आवेदक की ग्रेजुएटी एवं पेंशन का निर्धारण कर दिया और आवेदक को कहा कि मैंने तुम्हारी ग्रेच्युटी एवं पेंशन का काम कर दिया है। आवेदक ने जीपीएफ की राशि, अवकाश भुगतान की राशि के संबंध में बात की तो बड़े बाबू रामचरण पटेल ने कहा मैंने तुम्हारा आधा काम कर दिया है और तुमने अभी तक कुछ खर्चा पानी नहीं दिया। अब तुम कुछ खर्चा करोगे, तभी तुम्हारा काम होगा। इसके बाद बड़े बाबू ने मुझसे रिश्वत की मांग की। लोकायुक्त कार्यालय द्वारा आवेदक को दिए गए वॉइस रिकॉर्डर में भी बड़े बाबू रामचरण पटेल द्वारा रिश्वत की मांग की बातचीत को रिकॉर्ड किया गया। रिकॉर्डिंग के दौरान आवेदक से 80 हज़ार रुपए की मांग की गई। इसके बाद लोकायुक्त कार्यालय ने बड़े बाबू को रंगेहाथ पकड़ने की योजना बनाई।
आज 22 सिंतबर को रामचरण पटेल (लेखापाल, बीईओ कार्यालय खकनार,जिला बुरहानपुर) को 30 हज़ार की रिश्वत राशि लेते रंगे हाथ पकड़ लिया गया।