आखिर एक साथ क्यों हटाए गए ग्वालियर के कमिश्नर, कलेक्टर और एसपी!

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आखिर एक साथ क्यों हटाए गए ग्वालियर के कमिश्नर, कलेक्टर और एसपी!

 

भोपाल: इसे मात्र एक संयोग ही कहा जाएगा की ग्वालियर के कमिश्नर दीपक सिंह, कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह और एसपी राजेश सिंह एक साथ उसी दिन हटाए गए जिस दिन ग्वालियर में प्रधानमंत्री से जुड़ा एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम में राज्यपाल, मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री सिंधिया के साथ ही कई महत्वपूर्ण नेता मौजूद थे ।

कल रात तबादला आदेश जारी होने के बाद राजनीतिक और प्रशासनिक गलियारों में यह चर्चाएं चल रही है कि प्रधानमंत्री से जुड़े इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में इन अधिकारियों से ऐसा कुछ हो गया है जिसके कारण उन्हें वहां से हटाया गया है। लेकिन, वास्तव में ऐसा कुछ भी नहीं है। दरअसल दीपक सिंह को तो एक तरह से इंदौर भेज कर प्रमोशन ही माना जाना चाहिए। ग्वालियर कमिश्नर से इंदौर कमिश्नर के पद को हमेशा इसी तरह देखा जाता है।

सवाल कलेक्टर और एसपी का तो, उनका स्थानांतर शुद्ध रूप से प्रशासनिक स्तर पर,चुनाव आयोग के निर्धारित गाइडलाइंस के अनुरूप किया गया है। दरअसल ग्वालियर आने के पहले यह दोनों अधिकारी शिवपुरी में कलेक्टर और एसपी के रूप में पदस्थ थे।

निर्वाचन आयोग की नई गाइडलाइंस के मुताबिक ऐसे अधिकारी जो लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में पिछले 3 साल के दौरान पदस्थ रहे हो उनका स्थानांतर भी किया जाना है। पता चला है कि ग्वालियर लोकसभा क्षेत्र का कुछ हिस्सा शिवपुरी जिले में भी आता है और दरअसल यही उनके स्थानांतर का वजह बताई जा रही है।

बताया तो यह तक गया है कि शनिवार को जिन आईएएस अधिकारियों की तबादला सूची जारी हुई है,उसमें दीपक सिंह और अक्षय सिंह दोनों के नाम थे लेकिन क्योंकि रविवार को प्रधानमंत्री से जुड़े एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम को संपन्न होना था इसलिए इन अधिकारियों का इस दिन तबादला ना करते हुए रविवार को जैसे ही प्रधानमंत्री से जुड़े कार्यक्रम संपन्न हुए, वैसे ही आदेश जारी कर दिए गए।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दीपक सिंह की कार्य कुशलता, प्रशासनिक क्षमता और परिणाम देने वाले अधिकारियों के रूप में विशेष पहचान देखते हुए उन्हें इंदौर भेजा गया है।