Assault in MY hospital : युवक की मौत के बाद परिजनों ने डॉक्टरों पर हमला किया

सीएमओ सहित कई डॉक्टरों और सुरक्षा गार्ड को चोट आई, 5 को पकड़ा गया

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Indore। एमवाय अस्पताल में देर रात एक युवक की मौत के बाद कुछ लोगों ने डॉक्टरों के साथ मारपीट कर जमकर तोड़फोड़ की। युवक की मौत के बाद आक्रोशित परिजनों ने सीएमओ, ड्यूटी डाक्टर, और सुरक्षाकर्मियों के साथ मारपीट की। अस्पताल में भी पथराव किया गया। बताया जा रहा है डॉक्टरों ने पहले परिजन के साथ मारपीट की उसके विरोध में यह किया गया। अस्पताल में भारी पुलिस बल तैनात है। विरोध में डॉक्टरों ने भी हड़ताल कर दी।

देर रात युवक की मौत के बाद परिजनों ने डॉक्टरों ओर सुरक्षा गार्ड को पीट दिया। सीएमओ की दौड़ा दौड़ाकर पुलिस के सामने पीटा गया। यह पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हुई। सीएमओ सहित कई डॉक्टरों और सुरक्षागार्ड को चोट आई। गुस्साए डॉक्टरो ने हड़ताल कर दी। चार थाना क्षेत्रों का बल एमवाय अस्पताल में तैनात किया गया है। इस मामले में पांच लोगों को पुलिस ने अब तक पकड़ा है।

अपनी अव्यवस्थाओं के कारण एमवाय अस्पताल हमेशा विवादों में रहता है। ताजा मामला गुरुवार देर रात का है, जब मालवा मिल क्षेत्र के बेकरी गली में रहने वाले राजा नाम के युवक की मौत के बात परिजन आक्रोशित हो गए। राजा दो दिन पहले सीढ़ियों से गिरा था और गुरुवार रात अस्पताल में उसकी मौत हो गई। जब डाक्टरो ने शव को पोस्टमार्टम के लिए शव रखने की बात कही तो इससे विवाद इतना बढ़ा की परिजनों ने डॉक्टरों और स्टाफ की पिटाई कर दी। बाद में मृतक के परिजनों मैं अपने अन्य साथियों को अस्पताल बुलवाया और अस्पताल में जमकर तोड़फोड़ की। डॉक्टर और स्टाफ की बुरी तरह से पिटाई कर दी।

युवक के परिजनों ने सीएमओ की पुलिस के सामने ही पिटाई कर दी, जो सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई। पूरी घटना में सीएमओ सहित 5 डॉक्टर, दो सुरक्षा गार्ड और सुपरवाइजर को चोटें आई है। सूचना मिलते स्थानीय पुलिस संयोगितागंज थाना सहित अन्य थानों का पुलिस बल और वरिष्ठ अधिकारी एमवाय अस्पताल पहुँचे। तब तक गुस्साए डॉक्टरों ने काम बंद कर हड़ताल शुरू कर दी।

अभी तक पुलिस ने 5 लोगों को हिरासत में लिया है। ये पहली बार की घटना नहीं है, जब एमवाय अस्पताल में मारपीट हुई। पहले भी कई बार ऐसी घटना सामने आ चुकी है। लेकिन, तमाम प्रयासों के बाद भी इसमे आजतक कोई सुधार नहीं हो पाया। अब डाक्टरो के हड़ताल पर जाने से आम मरीजों को को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।