ATM Breaking Gang Caught :एटीएम कटिंग करने वाली गैंग के 5 बदमाश गिरफ्तार!  

बिना नंबर की कार, गैस कटर और अन्य उपकरण भी जब्त किए

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ATM Breaking Gang Caught :एटीएम कटिंग करने वाली गैंग के 5 बदमाश गिरफ्तार!

Indore : बाणगंगा थाना क्षेत्र में बैंक आफ बड़ोदा के एटीएम की कटिंग करने वाले पांच आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ गए। आरोपियों से गैस कटर, बिना नंबर की बलोने कार और अन्य उपकरण जब्त हुए। पुलिस के अनुसार अज्ञात बदमाशों ने 6 जून को एटीएम कटिंग कर रुपए चोरी करने का प्रयास किया था।

बैंक अधिकारियों की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपियों की सरगर्मी से तलाश शुरू कर दी थी। एटीएम में लगे सीसीटीवी कैमरे में बदमाशों के हुलिए आ गए थे। इसके बाद पुलिस ने अपना ख़ुफ़िया तंत्र सक्रिय कर दिए थे। वहीं एक टीम को बिना नंबर की कार ढूंढने में लगा गया था। टीम को पता चला कि उक्त कार 9 जून को सांवेर रोड टोल नाका के आगे दिखाई दी है। पुलिस ने कार का पीछा कर अखिलेश, विशाल वर्मा दोनों निवासी सुदंर नगर बर्फानी धाम, विनोद सूर्यवंशी निवासी कृष्णबाग कालोनी विजय नगर, करण पाल निवासी यादव नगर तथा राहुल सोनकर निवासी पारसी मोहल्ला को गिरफ्तार किया।

एटीएम तोडना यूट्यूब से सीखा 

मुख्य आरोपी विशाल बीटेक पास है। साथ ही एक कंपनी में काम करता है। कुछ दिनों से उस पर 16 लाख रुपए बैंक कर्ज हो गया। इसे चुकाने के लिए उसने अपने साथियों के साथ मिलकर एटीएम को निशाना बना शुरू कर दिया। उन्होंने बाणगंगा क्षेत्र में मौजूद एटीएम को निशाना बनाया। मुख्य आरोपी विशाल ने पुलिस को बताया कि उसने यूट्यूब के माध्यम से एटीएम से चोरी करने का तरीका सीखा। यूट्यूब से पूरी ट्रेनिंग लेने के बाद उसने वारदात को अंजाम देना शुरू कर दिया।

अन्य वारदातों का रिकॉर्ड खंगाला जा रहा 

वारदात के सभी आरोपी उच्च शिक्षित हैं और विभिन्न कंपनियों में काम करते हैं। लेकिन, आर्थिक तंगी के चलते वे भी मुख्य आरोपी विशाल द्वारा दिए गए लालच में आ गए। उन्होंने भी एटीएम तोड़कर रुपए लूटने की साजिश रची। पुलिस ने सीसीटीवी के आधार पर इस पूरे मामले का खुलासा करते हुए पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के पूर्व के रिकॉर्ड भी पुलिस द्वारा खंगाले जा रहे हैं। आरोपियों द्वारा एटीएम तोड़ने के लिए किराये की कार का उपयोग किया जाता था। एडिशनल डीसीपी राम स्नेही मिश्रा ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।

मैकेनिकल इंजीनियर हैं मास्टर माइंड

गिरफ्तार आरोपियों में विशाल मास्टर माइंड है, जो बीटेक पास होकर मैकेनिकल इंजीनियर है। उसने विनोद और अखिलेश के साथ ही दो अन्य आरोपियों को इस योजना में शामिल किया था। असल में विशाल ने बैंक से लोन ले रखा था और कर्ज को चुकाने के लिए उसने योजना बनाई थी। विनोद पर निजी बैंक में काम करता है। वह भोपाल के बरकतउल्ला विवि में बीबीए फाइनल ईयर का स्टूडेंट है। ऐसे एटीएम का चुनाव किया जो शहर से दूर हो, रात में सिक्योरिटी गार्ड नहीं रहता हो और आवाजाही भी कम होती है।

एक दर्जन एटीएम कार्ड मिले

विशाल ने अपने स्कूली दोस्त अखिलेश को योजना में पार्टनर बनाया। विनोद भी उनके प्लान में साथ हो गया, जो विशाल के साथ पहले किसी कंपनी में काम कर चुका है। विशाल से एक दर्जन क्रेडिट कार्ड बरामद हुए हैं।