Delhi-Mumbai Express Way: 80 प्रतिशत कार्य पूर्ण, MP को 6 राज्यों से जोड़ेगा

मंदसौर से डॉ. घनश्याम बटवाल की रिपोर्ट

मंदसौर। जिले में निर्मित हो रहे एक्सप्रेस वे, दिल्ली-मुबंई 8 लेन के सड़क मार्ग निर्माण में तेजी आ गई है, हर दिन कॉन्ट्रैक्ट ऐजेंसी के माध्यम से 1.05 किमी तक सडक़ बनाई जा रही है, इससे एक्सप्रेस-वे का कार्य दिसंबर 2022 से पूर्व पूरा होने का अनुमान है, अगर यह समय पर पूर्ण होता है तो वर्ष 2023 में रतलाम, मंदसौर, झाबुआ आदि जिले के लिए कई तरह के लाभ मिल सकते हैं।

ओद्योगिक, पर्यटन, कृषि, आवागमन सुगमता, ड्राई पोर्ट परिवहन, माल ढुलाई आदि से आर्थिक विकास होगा। रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।

प्रदेश के तीन जिलों रतलाम, मंदसौर और झाबुआ से गुजर रहे देश के सबसे लंबे (1389 किमी) एक्सप्रेस-वे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे का काम 80 प्रतिशत से ज्यादा पूरा हो चुका है।

तीनों जिलों में (झाबुआ में 50.5 किमी, रतलाम में 91.1 किमी और मंदसौर में 102.8 किमी) एक्सप्रेस-वे की लंबाई करीब 244 किमी है।

दिल्ली-मुंबई 8 लेन एक्सप्रेस वे प्रदेश के 144 ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों से गुजरेगा। जैसे जैसे उच्च स्तरीय तकनीक की सड़कों का निर्माण हो रहा है। नागरिकों की आशा और अपेक्षाएं बढ़ने लगी है। कई स्थानों पर संभावना को देखते हुए कायाकल्प हो रहा है।

अगले छह माह के भीतर इस एक्सप्रेस-वे पर वाहन फर्राटा भरते नजर आएंगे। यह एक्सप्रेस-वे उज्जैन, देवास, इंदौर और गरोठ को भी जोड़ेगा।

एक्सप्रेस-वे देश के छह राज्यों दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र को सीधे जोड़ेगा। मंदसौर जिले के गरोठ के पास एक जंक्शन तैयार किया जा रहा है।

उज्जैन-इंदौर आदि प्रमुख शहरों को जोड़ने के लिए 8 लेन एक्सप्रेस वे के साथ अलग मार्ग निर्माण होगा।

केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही में लोकसभा में बताया है कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे दिसंबर 2022 तक पूरा हो जाएगा।

250 किमी है इसकी लंबाई

मध्य प्रदेश में एक्सप्रेसवे लंबाई लगभग 250 किमी है जिसमें से 125 किमी का काम पूरा हो चुका है। बाकी सड़क का निर्माण कार्य पूरा नवंबर 2022 तक पूरा किया जाना है।

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दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे वडोदरा से मध्य प्रदेश के मेघनगर से लगी अनास नदी के पास से प्रदेश में एंट्री लेगा। फिर थांदला, सैलाना, खेजड़िया, शामगढ़, गरोठ, भवानीमंडी, कोटा होकर दिल्ली पहुंचेगा। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे का रतलाम जिले से 90 किलोमीटर का हिस्सा गुजर रहा है।

इसका 90 प्रतिशत काम पूरा हो गया है। 8 लेन एक्सप्रेस वे रोड में प्रवेश के पहले लगने वाले टोल के लिए टोल प्लाजा बन रहे हैं।

धामनोद और नामली के पास टोल बूथ बनना भी शुरू हो गए हैं। माना जा रहा है कि सितम्बर तक टोल बूथ पूरी तरह बनकर तैयार हो जाएंगे।

यह जरूर है कि सड़क मार्ग सुविधा और सुरक्षा युक्त होगा , टोल टैक्स अतिरिक्त चुकाना पड़ेगा।

1380 किमी लंबा होगा यह एक्सप्रेस-वे

दिल्ली -मुंबई एक्सप्रेस-वे 1380 किलोमीटर लंबा होगा। अधिकारियों के मुताबिक, 31 मार्च 2023 तक निर्माण पूरा करने की डेडलाइन तय की गई है।

इसमें करीब 1 लाख करोड़ रुपये का खर्च हो रहा है. एक्सप्रेस-वे बनने के बाद 12 घंटे में दिल्ली से मुंबई पहुंचा जा सकेगा।

यह एक्सप्रेस हाईवे 6 राज्यों को जोडऩे का काम करेगा। इससे दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र कनेक्ट होंगे।

🔸 औद्योगिक क्षेत्र के लिए भूमि आरक्षित

मंदसौर जिले से गुजरने वाले 8 लेन एक्सप्रेस वे से सम्भावित ओद्योगिक विकास और विस्तार को ध्यान में रखकर प्रशासन ने लगभग 250 हेक्टेयर शासकीय भूमि चिन्हित कर आरक्षित की है। प्रस्ताव मंजूरी के लिए राज्य शासन को भेजा है।