होम वोटिंग में नहीं दिव्यांगों और बुजुर्ग मतदाताओं की रुचि, विकल्प भरने के बाद भी मतदान नहीं कर पाए 717 मतदाता

80 के बजाय 85 वर्ष से अधिक के बुजुर्ग और 40 फीसदी से अधिक दिव्यांगों को है घर से मतदान की सुविधा

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होम वोटिंग में नहीं दिव्यांगों और बुजुर्ग मतदाताओं की रुचि, विकल्प भरने के बाद भी मतदान नहीं कर पाए 717 मतदाता

भोपाल: चुनावों में अधिक से अधिक लोग मतदान कर सके इसलिए भारत निर्वाचन आयोग 85 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्ग, चालीस फीसदी से अधिक दिव्यांग और अत्यावश्यक सेवाओं से जुड़े मतदाताओं को होम वोटिंग और डाक मतदान की सुविधा उपलब्ध कराता है। लेकिन मध्यप्रदेश में इस सुविधा का लाभ उठाने में इन श्रेणियों के मतदाताओं की ज्यादा रुचि नहीं है।

इस श्रेणी के जिन मतदाताओं ने होम वोटिंग के लिए विकल्प भरा उनमें से भी दो चरणों में 717 मतदाता घर से भी मतदान नहीं कर पाए है।

मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनाव में दो चरणों में मतदान हो चुका है। इन दोनो चरणों में इस बार भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर अस्सी के बजाय 85 वर्ष के बुजुर्गो, चालीस फीसदी से अधिक दिव्यांग और अत्यावश्यक सेवाओं से जुड़े मतदाताओं को घर से मतदान की सुविधा दी गई थी।

मध्यप्रदेश में दूसरे चरण में दमोह, होशंगाबाद, खजुराहो, रीवा, सतना, टीकमगढ़ लोकसभा क्षेत्र में 85 वर्ष से अधिक उम्र के 64 हजार 704 मतदाता है। इनमें से 5 हजार 900 मतदाताओं ने फार्म 12 डी भरकर घर से मतदान करने का विकल्प भरा था। इनमें से 5 हजार 691 ने ही घर से मतदान सुविधा का लाभ उठाकर मतदान किया। वहीं चालीस फीसदी से अधिक दिव्यांग श्रेणी के 1 लाख 18 हजार 167 मतदाता है। इनमें से 2 हजार 227 ने घर से मतदान का विकल्प भरा था और केवल 2 हजार 181 ने ही घर से मतदान किया। इसी तरह अत्यावश्यक सेवाओं से जुडृेक 226 मतदाताओं ने डाक मतदान सुविधा का विकल्प भरा था इसमें से केवल दो सौ ने ही इसका लाभ उठाया।

वहीं पहले चरण में सीधी, शहडोल, जबलपुर, मंडला, बालाघाट और छिंदवाड़ा में 85 वर्ष से अधिक उम्र के 46 हजार 463 बुजुर्गो में से केवल 5 हजार 633 ने होम वोटिंग का विकल्प लिया और इनमें से केवल 5 हजार 466 ने घर से मतदान किया। इसी तरह चालीस फीसदी से अधिक दिव्यांग श्रेणी के 1 लाख 42 हजार 10 मतदाताओं में से केवल 2 हजार 905 ने होम वोटिंग का विकल्प भरा और इनमें से 2 हजार 881 ने घर से वोटिंग की। अत्यावश्यक सेवाओं से जुड़े 689 मतदाताओं में से केवल 536 ने ही इस सेवा का उपयोग किया।