नर्मदापुरम के पूर्व विधायक व पूर्व जिलाध्यक्ष गिरिजाशंकर शर्मा ने उपेक्षा का आरोप लगा भाजपा से इस्तीफा दिया

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नर्मदापुरम के पूर्व विधायक व पूर्व जिलाध्यक्ष गिरिजाशंकर शर्मा ने उपेक्षा का आरोप लगा भाजपा से इस्तीफा दिया

संभागीय ब्यूरो चीफ चंद्रकांत अग्रवाल की खास रिपोर्ट

 

नर्मदापुरम। पूर्व विधायक व पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष पंडित गिरिजाशंकर शर्मा ने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। पार्टी जिलाध्यक्ष के नाम लिखे एक चार लाइन के पत्र में श्री शर्मा ने कहा है कि मैं इस पत्र के माध्यम से भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिक सदस्यता छोड़ रहा हूं। कृपया तदनुसार प्रदेश कार्यालय एवं आपके अंतर्गत आने वाले मंडलों को जानकारी देने का कष्ट करें। नर्मदापुरम में एक पत्रकार वार्ता में पंडित शर्मा ने कहा कि उनका कांग्रेस में जाने का तो फिलहाल कोई इरादा नहीं है, हालांकि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से हुई अपनी मुलाकात का जिक्र उन्होंने पत्रकार वार्ता में किया । उन्होंने कहा कि वे कांग्रेस में नहीं जा रहे हैं, लेकिन कांग्रेस का समर्थन बाहर से कर सकते हैं। अन्य किसी दल में जाने से भी उन्होंने मना नहीं किया है। माना जा रहा है कि श्री शर्मा देर-सबेर कांग्रेस ज्वाइन कर सकते हैं। उल्लेखनीय है कि गिरिजाशंकर शर्मा होशंगाबाद से दो बार विधायक रह चुके हैं। वे पूर्व विधान सभा अध्यक्ष व वर्तमान विधायक डॉ. सीतासरन शर्मा के भाई हैं। ज्ञात रहे कि वे पार्टी में विगत कई वर्षों से स्वयं को उपेक्षित महसूस कर रहे थे और कई बार उनके पार्टी छोड़ने और कांग्रेस में जाने की अटकलें भी लगती रही हैं। फिलहाल उन्होंने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। संभाग की राजनीति में जनसंघ के समय से सक्रिय ,भाजपा के एक बहुत वरिष्ठ नेता माने जाने वाले पूर्व विधायक गिरिजाशंकर शर्मा द्वारा कुछ दिनों पहले भी पार्टी छोड़ने के संकेत दिये गए थे।

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इसके बाद ही तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रहीं थीं। अंततः आज उन्होंने नवागत भाजपाईयों द्वारा अपनी उपेक्षा का आरोप लगाते भाजपा छोड़ दी है। इसकी जानकारी शुक्रवार को स्थानीय वाटिका रेस्टोरेंट में आयोजित एक पत्रकार वार्ता में स्वयं श्री शर्मा ने पत्रकारों से रूबरू होते हुए दी है।भाजपा में विधानसभा चुनाव से पहले नेताओं और कार्यकर्ताओं की नाराजगी लगातार सामने आ रही है, जिसका खामियाजा भाजपा को झेलना पड़ रहा है। एकजुटता की बात करने वाली भाजपा में अंदरूनी कलह जमकर उबाल मार रही है, परिणाम स्वरूप अब पूर्व विधायक गिरिजाशंकर शर्मा द्वारा भाजपा छोड़ने से जिले की राजनीति के समीकरण बिगड़ सकते है। बहरहाल आज का सच यह है कि नर्मदापुरम में भाजपा के कद्दावर नेता, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं वर्तमान विधायक डॉ. सीतासरन शर्मा के बड़े भाई पूर्व विधायक गिरजाशंकर शर्मा ने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। हालाकि वे कांग्रेस में जायेंगे या नहीं यह स्थिति अभी स्पष्ट नहीं हो सकी है। पूर्व विधायक गिरिजाशंकर शर्मा ने कहना है कि बीते काफी अधिक समय से पार्टी उनकी उपेक्षा कर रही है। संगठन में नए नए लोग आ गए है । ये नए लोग पुराने लोगों को लगातार दरकिनार कर रहे हैं। पुराने नेताओं की पूछपरख नहीं की जा रही है।

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कई बार लगता है कि संगठन से बातचीत की जाये। लेकिन संगठन में भी कोई सुनने वाला नहीं है। बता दें कि जनसंघ के समय से भाजपा की सेवा करने कद्दावर नेता गिरिजाशंकर शर्मा दो बार नर्मदापुरम नगरपालिका अध्यक्ष, दो बार के विधायक सहित भाजपा जिलाध्यक्ष समेत कई जिम्मेदारियों का निर्वहन कर चुके है। जनसंघ के समय से पार्टी का झंडा लेकर चलने वाले पूर्व विधायक गिरिजाशंकर शर्मा द्वारा भाजपा छोड़ने से भाजपा को नुकसान होना तय माना जा सकता हैं। वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गिरिजाशंकर शर्मा के भाजपा छोड़ने से करीब 500 कार्यकर्ता भी उनके साथ भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे सकते है। ज्ञात रहे कि शर्मा परिवार का होशंगाबाद जिले की राजनीति में खासा दखल है। इनके छोटे भाई पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं वर्तमान विधायक डॉ . सीतासरन शर्मा भी पांच बार से विधायक हैं। जिले के चारों विधानसभा क्षेत्रों में शर्मा परिवार की खासी पकड़ है। जिसका फायदा लंबे समय से भाजपा उठाती भी आ रही है। लेकिन अब संझले भैया के नाम से मशहूर गिरिजा शंकर शर्मा द्वारा भाजपा छोड़ने से राजनैतिक समीकरण पूरी तरह गड़बड़ा गये है। हालाकि पूर्व विधायक श्री शर्मा ने कांग्रेस में शामिल के फिलहाल कोई नहीं दिये है।