किसानों से करोड़ों की उपज लेने के बाद पैसे दिए बिना परिवार सहित लापता गल्ला व्यापारी

आधा दर्जन गांव के किसानों ने एसपी को सुनाई व्यथा..

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किसानों से करोड़ों की उपज लेने के बाद पैसे दिए बिना परिवार सहित लापता गल्ला व्यापारी

राजेश चौरसिया की रिपोर्ट 

छतरपुर: छतरपुर जिले के महारजपुर में किसानों से धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है जहां किसानों की करोड़ों (एक करोड़ से ऊपर) की उपज लेने के बाद पैसे दिए बिना गल्ला व्यापारी परिवार सहित लापता हो गया है जिसकी आधा दर्जन गांव के किसानों ने एसपी ऑफिस पहुंचकर शिकायत की है।

जानकारी के मुताबिक महाराजपुर क्षेत्र के करीब आधा दर्जन गांव के किसानों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आवेदन देकर एक गल्ला व्यापारी के ऊपर किसानों के साथ करोड़ों की ठगी कर फरार हो जाने के आरोप लगाए हैं। किसानों का कहना है कि गल्ला व्यापारी ठगी करने के बाद अपनी जमीन-जायदाद बेचकर परिवार सहित फरार हो गया है। आवेदन देने आए किसानों में ग्राम झिकमऊ, मटौंधा बेसन, दीवान जू का पुरवा, ढिगपुरा, कुसमा सहित आधा दर्जन से अधिक गांवों के बड़ी संख्या में किसान मौजदू रहे।

आवेदन देते हुए झिकमऊ निवासी दीपांशु यादव ने बताया कि महाराजपुर क्षेत्र में करीब 10 वर्षों से किसानों की उपज खरीदने और बेचने का कार्य कर रहे गल्ला व्यापारी जीतेन्द्र, अरविंद और बलराम शिवहरे पुत्रगण गोकुल शिवहरे ने पिछले दिनों क्षेत्र में गांव-गांव जाकर किसानों की उपज खरीदी और कुछ दिन में पैसे देने की बात कही। इसके बाद गल्ला व्यापारी का पूरा परिवार लापता हो गया है।

●एक करोड़ से ऊपर की फसल/उपज लेकर फरार..

बताया गया है कि गल्ला व्यापारी ने पूरे क्षेत्र के किसानों से लगभग 1 करोड़ रुपए से अधिक की उपज खरीदी है, जिस कारण से पूरे क्षेत्र के किसान परेशान हैं। यह भी आरोप सामने आए हैं कि उक्त ठगी और परिवार को भगाने में गल्ला व्यापारी के रिश्तेदार ओमप्रकाश जायसवाल और वंदना शिवहरे निवासी रैगांव सतना ने सहयोग किया है।

● SP को दिया शिकायती आवेदन..

किसानों ने एसपी को आवेदन देकर शीघ्र अति शीघ्र लापता व्यापारी को खोजकर किसानों के पैसे वापिस दिलाने और व्यापारी पर सख्त कार्यवाही करने की मांग की है। पुलिस अधीक्षक कार्यालय से किसानों को कार्यवाही का आश्वासन मिला है।

इस मौके पर किसान बृजेंद्र कुमार यादव, नंदराम रजक, कृपाराम यादव, राम अवतार रजक, दिनेश रजक, रामदयाल, भरत पाल, प्रकाश रजक, अशोक कुशवाहा, बंशीधर रजक, कैलाश कुशवाहा, कल्लू रजक, शिवदयाल कुशवाहा सहित बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे।