होटल बना राजा भोज परिसर, महाकाल लोक का होगा प्रचार प्रसार

मांडू में होने वाले प्रशिक्षण वर्ग की तैयारियां अंतिम दौर में

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भोपाल: मध्य प्रदेश के धार जिले में पर्यटन नगरी मांडू में तीन दिन तक चलने वाले भाजपा के प्रशिक्षण वर्ग कार्यक्रम के लिए तैयारियां जोरों पर हैं। यहां पार्टी नेताओं की देखरेख में इस समय दिन रात काम चल रहा है और पार्टी की रीति नीति के अनुसार प्रशिक्षण स्थल और अन्य आयोजन स्थलों को तैयार किया जा रहा है।

इस प्रशिक्षण में दो सौ से अधिक लोगों के रुकने और ट्रेनिंग देने का इंतजाम किया गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस प्रशिक्षण शिविर के उद्घाटन और समापन कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं।

जहां पर प्रशिक्षण दिया जाना है, वहां उज्जैन में लोकार्पण के लिए तैयार महाकाल लोक की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी और उसका प्रचार प्रसार होगा। इसके साथ ही केंद्र व राज्य सरकार की लोकप्रिय योजनाओं और संगठन शिल्पियों को भी प्रदर्शनी में स्थान दिया गया है।

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा समेत पार्टी के अन्य नेता गुरुवार शाम तक मांडू पहुंचने वाले हैं। यहां पार्टी के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल, प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा के अलावा केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रह्लाद पटेल, राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, राष्ट्रीय मंत्री ओपी धुर्वे, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष सुधीर गुप्ता, अजा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालसिंह आर्य की मौजूदगी रहेगी। प्रशिक्षण स्थल की व्यवस्था का जिम्मा विजय दुबे को सौंपा गया है जो पहले से ही वहां पहुंचकर संगठन के निर्देश के मुताबिक व्यवस्थाएं करा रहे हैं।

होटल को नाम दिया राजाभोज परिसर, सभाागर कुशाभाऊ के नाम
मांडू के जिस निजी होटल में तीन दिन तक प्रशिक्षण कार्यक्रम चलेगा, उस होटल का नाम राजा भोज परिसर दिया गया है। इस होटल में जहां पर प्रशिक्षण देने का काम होगा, ओपन स्पेस में बने उस हॉल को कुशाभाऊ ठाकरे सभागार का नाम दिया गया है।

बताया गया कि तीन दिन के प्रशिक्षण में कुल 15 सत्र होंगे जिसमें अलग-अलग विषय वस्तु पर पार्टी के एक्सपर्ट्स द्वारा कार्यकर्ताओं को मागदर्शन और प्रशिक्षण दिया जाएगा।

दोपहर भोज एक साथ पालथी मारकर करेंगे
संगठन ने तय किया है कि प्रशिक्षण के लिए आने वाले सभी कार्यकर्ताओं के भोज में भी हिन्दू संस्कृति का भाव झलके। इसलिए यह तय किया गया है कि तीनों ही दिन दोपहर भोज बैठकर (पालथी मारकर) कराया जाएगा। इस दौरान प्रदेश के विभिन्न इलाकों के फेमस देसी व्यंजन बनाकर परोसे जाएंगे। प्रशिक्षण के लिए आने वाले को सादगी पूर्ण बर्ताव के लिए प्रेरित करने का काम भी किया जाएगा।

सादगी पर फोकस, प्लास्टिक का कम से कम उपयोग
प्रशिक्षण वर्ग में इस बात पर फोकस किया जा रहा है कि जो भी लोग यहां प्रशिक्षण के लिए आ रहे हैं, उन्हें सादगी पूर्ण जीवन का आभास हो। इसीलिए 100 लोगों के रुकने का इंतजाम जैन मंदिर परिसर में किया गया है जहां के लोग सादगी पूर्ण जीवन जीना पसंद करते हैं। बाकी लोगों के रुकने का इंतजाम एक निजी होटल में किया गया है। इसके अलावा इस बात का भी प्रयास किया जा रहा है कि प्रशिक्षण स्थल पर लोगों को प्लास्टिक का कम से कम उपयोग करने दिया जाए। इसके लिए प्लास्टिक की बोतल में पानी देने की बजाय यहां किए गए पानी के इंतजाम स्थल पर तांबे के लोटे रखे जा रहे हैं ताकि कार्यकर्ता तांबे के पात्र से ही पानी पिएं।