Lok Sabha Speaker : लोकसभा स्पीकर भाजपा का ही होगा, सस्पेंस खत्म, 26 जून को चुनाव!

जेडीयू और टीडीपी ने भाजपा को समर्थन देना मंजूर किया!

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Lok Sabha Speaker : लोकसभा स्पीकर भाजपा का ही होगा, सस्पेंस खत्म, 26 जून को चुनाव!

New Delhi : एनडीए की सरकार बनने के बाद यह सस्पेंस बना हुआ था कि लोकसभा का स्पीकर कौन होगा! क्योंकि, भाजपा के दोनों बड़े सहयोगी दलों जेडीयू और टीडीपी ने शुरू में स्पीकर को लेकर बयानबाजी की थी। इससे अनुमान लगाया जाने लगा था कि इस कुर्सी को लेकर विवाद हो सकता है। लेकिन, अब ऐसा नहीं है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नोटिफिकेशन जारी कर दिया, अब ये चुनाव 26 जून को होगा। ख़ास बात ये कि जेडीयू और टीडीपी दोनों ने भाजपा को स्पीकर के लिए समर्थन दे दिया।

लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बने। 9 जून को शपथ लेने के बाद सोमवार 10 जून को सभी मंत्रियों के मंत्रालय भी बांट दिए गए। सरकार अपना काम भी शुरू कर चुकी है। अभी तक सभी की निगाह लोकसभा स्पीकर के चुनाव पर टिकी हुई थी, जिसका हल निकाल लिया गया।

27 तारीख को संसद के दोनों सदनों को राष्ट्रपति संबोधित करेंगी। इस दिन सुबह 11 बजे राष्ट्रपति का अभिभाषण होगा। यानी इससे पहले सभी नवनिर्वाचित लोकसभा सांसदों को शपथ दिलाने के साथ ही नए स्पीकर को भी चुन लिया जाएगा। 24 और 25 जून को प्रोटेम स्पीकर नए सांसदों को शपथ दिलाएंगे

 

लोकसभा अध्यक्ष का पद किसके पास

लोकसभा अध्यक्ष का पद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अपने पास ही रखने जा रही है। 18वीं लोकसभा में भी भाजपा का ही कोई सांसद लोकसभा का अध्यक्ष चुना जाएगा। भाजपा ने इन खबरों को खारिज किया कि किसी भी सहयोगी दल की तरफ से लोकसभा अध्यक्ष के पद को लेकर कोई मांग नहीं आई है। भाजपा जल्द ही पार्टी स्तर पर इस पर विचार करेगी। पार्टी की तरफ से नाम पर फैसला किए जाने के बाद एनडीए के सहयोगी दलों के साथ भी विचार-विमर्श कर उस नाम पर सहमति देंगे। .

मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में इंदौर से भाजपा की लोकसभा सांसद सुमित्रा महाजन को, दूसरे कार्यकाल में राजस्थान के कोटा से बीजेपी सांसद ओम बिरला को लोकसभा अध्यक्ष चुना गया था। लेकिन, इस बार के तीसरे कार्यकाल में भाजपा के पास 2014 और 2019 की तरह लोकसभा में बहुमत नहीं है। इसलिए कयास लगाया जा रहा है कि टीडीपी लोकसभा के अध्यक्ष का पद मांग रही है। कई जगह तो जेडीयू से भी लोकसभा का अध्यक्ष चुने जाने की बात सामने आई। लेकिन, भाजपा ने इन खबरों को महज अटकलें बताते हुए खारिज कर दिया।

 

संसद का सत्र 24 जून से शुरू

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विदेश दौरे से लौटने के बाद लोकसभा के नए अध्यक्ष के नाम पर विचार-विमर्श किया जाएगा। भाजपा पहले पार्टी के स्तर पर लोकसभा के भावी अध्यक्ष का नाम तय करेगी। इसके बाद सहयोगी दलों के साथ उस नाम पर विचार-विमर्श किया जाएगा। अगर सहयोगी दल की तरफ से कोई सुझाव या मांग आती है, तो भाजपा फिर नए फॉर्मूले पर विचार करेगी।

24 जून से शुरू होने जा रहे 18वीं लोकसभा के पहले सत्र के दौरान बीजेपी अपनी पार्टी के किसी सांसद के नाम को लेकर विपक्षी दलों से भी संपर्क साधेगी, ताकि सदन में सर्वसम्मति से लोकसभा के नए अध्यक्ष का चयन हो सके। अगर सरकार के प्रस्ताव को विपक्षी दल स्वीकार कर लेते हैं, तो चुनाव की नौबत नहीं आएगी। लेकिन, अगर विपक्ष अपनी तरफ से भी उम्मीदवार खड़ा करता है, तो 26 जून को लोकसभा में नए अध्यक्ष के चुनाव के लिए मतदान हो सकता है।

दोनों ही सूरत में लोकसभा के नए अध्यक्ष 26 जून को कार्यभार संभालेंगे। उल्लेखनीय है कि केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने संसद सत्र की तारीखों की घोषणा करते हुए बुधवार को ही ‘एक्स’ पर पोस्ट कर बताया था कि नवनिर्वाचित सदस्यों की शपथ/पुष्टि, अध्यक्ष के चुनाव, राष्ट्रपति के अभिभाषण और उस पर चर्चा के लिए 18वीं लोकसभा का पहला सत्र 24 जून से 3 जुलाई तक बुलाया जा रहा है।