Mandsaur News: 15 सालों के संघर्ष के बाद मिली रेलवे अंडर ब्रिज सुविधा, यातना से मिली मुक्ति

सांसद - विधायक ने किया लोकार्पण

मंदसौर से डॉ. घनश्याम बटवाल की रिपोर्ट 
मंदसौर । बात जनसुविधाओं की हो या जनसमस्याओं की आसानी से नहीं  मिलती , अन्यान्य कारणों से लंबित होती जाती है , असुविधा बढ़ती जाती है और लागत भी ।
ऐसा ही मामला मंदसौर जिला मुख्यालय के रेलवे स्टेशन के समीप मिड इंडिया अंडर ब्रिज का है ।
रविवार को रेल मंत्रालय एवं राज्य शासन ( नगर पालिका , मंदसौर ) के संयुक्त प्रोजेक्ट में साढ़े सात करोड़ धनराशि से निर्मित अंडर ब्रिज का लोकार्पण हुआ ।
मंदसौर – नीमच – जावरा क्षेत्र लोकसभा सांसद श्री सुधीर गुप्ता , वरिष्ठ विधायक मंदसौर श्री यशपालसिंह सिसौदिया एवं जिला योजना समिति सदस्य , भाजपा जिलाध्यक्ष श्री नानालाल अटोलिया ने फीता काटकर अनावरण पट्टिका उद्घाटन किया ।
पश्चिम रेल मंडल रतलाम डीआरएम श्री विनीत गुप्ता , नगर पालिका प्रशासक एवं कलेक्टर श्री गौतमसिंह के साथ जिला पंचायत प्रधान श्रीमती प्रियंका गोस्वामी , स्टेशन अधीक्षक , सीएमओ , पूर्व सभापति श्रीमती लिखिता आशीष गौड़ , श्रीमती रानी विजय गुर्जर सहित सैंकड़ों लोग उपस्थित रहे ।
मंचीय कार्यक्रम हुआ । स्वागत सत्कार किया गया ।
 संघर्ष से मिला अंडर ब्रिज 
सन 2006 – 07 के दौरान नगर पालिका परिषद मंदसौर द्वारा तत्कालीन और भविष्य को ध्यान में रखते हुए मिड इंडिया रेलवे समपार फ़ाटक के स्थान पर अंडर ब्रिज निर्माण प्रस्ताव पारित किया ।
उलझनों के चलते सैद्धांतिक स्वीकृति में तीन साल बीत गए  ।
सन 2015 में चार करोड़ बयालीस लाख की मंजूरी मिली ।
अंडर ब्रिज प्रोजेक्ट के लिए क्षेत्र के नागरिकों ने संघर्ष किया , आंदोलन चलाए , बस्ती क्षेत्र होने से संशोधन की आवाज़ उठाई ।
रेलवे एवं नगर पालिका के तकनीकी लोगों द्वारा सर्वे , ड्राइंग , लेंड टेस्टिंग आदि प्रक्रियाओं बाद सन 2016 में डीपीआर पर काम शुरू हुआ ।
तकनीकी कारणों और लेंड टेस्टिंग रिपोर्ट पर अंडर ब्रिज डिजाइन बदलाव से लागत बढ़कर सवा सात करोड़ पहुंच गई ।
रेलवे एवं नगर पालिका दोनों का 50 फ़ीसदी अंशदान होगा ।
रेलवे द्वारा प्लेटफॉर्म विस्तारित करने समपार रेलवे फ़ाटक बंद कर दिया गया । क्षेत्रवासियों के भारी विरोध से
रेलवे और नगर पालिका द्वारा नई ड्राइंग – डिजाइन पर मार्ग बंद कर अंडर ब्रिज निर्माण शुरू किया । कोरोना संक्रमण में निर्माण शिथिल रहा । समन्वय अभाव में काम बंद रहा
अब यह लगभग पूर्ण हुआ है ।
 30 हजार नागरिक हुए परेशान
महू – चित्तौड़गढ़ के बीच ब्राडगेज रेलवे लाइन के मध्य स्थित मंदसौर स्टेशन नगर को दो भागों में विभाजित करता है । रेलवे पटरी पार नगर विकास के साथ तीन दर्ज़न नई कॉलोनी बनी और विस्तारित होती गई । लगभग तीस हजार से अधिक लोग इस क्षेत्र में निवास कर रहे हैं ।
अभिनंदन नगर , साई विहार , स्नेह नगर , शांतनु विहार ,  टिगरिया , 500 क्वार्टर , कर्मचारी कॉलोनी , आनंद विहार , सहित अन्य में विस्तार हुआ और मंदसौर की बसाहट इस क्षेत्र में प्राथमिकता में हुई ।
सड़क मार्ग की दुर्दशा , रेलवे फ़ाटक बंद , संजीत मार्ग ओवर ब्रिज मार्ग बंद
बीते दो सालों में बहुत यातना झेलना पड़ी क्षेत्र के नागरिकों को ।
 दबाव में जल्दी किया लोकार्पण 
साढ़े सात करोड़ की लागत से निर्मित अंडर ब्रिज की ऊंचाई तीन मीटर से अधिक है । कोई 45 मीटर लम्बे टू लेन मार्ग बना है ।
मुख्य कार्य किया जाचुका है , परन्तु सम्पवेल निर्माण , नाला निर्माण , विद्युतीकरण , विद्युत मोटर पम्प  आदि शेष हैं जिनके टेंडर प्रक्रिया होचुकी है । ये शीघ्र पूरे किये जायेंगे ।
क्षेत्र के नागरिकों की परेशानियों और दबाव के चलते जनप्रतिनिधियों की पहल पर पश्चिम रेल मंडल एवं कलेक्टर व प्रशासक द्वारा ताबड़तोड़ पूर्ण कर , रंगरोगन कर लोकार्पण कराया ।
क्षेत्र के पूर्व पार्षद रानी विजय गुर्जर , लिखिता आशीष गौड़ ने सांसद एवं विधायक के साथ कलेक्टर का आभार जताया है । हजारों नागरिकों को परेशानियों से निजात मिलेगी ।
वहीं विपक्ष के नेताओं श्रीमती पिंकी कमलेश सोनी , महिला कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती रूपल अशांशु संचेती ने कहा कीर्तन आंदोलन और चेतावनी के बाद काम हुआ अभी भी अधूरा है ।
भाजपा नेताओं को नागरिकों से माफ़ी मांगना चाहिए ।
बुनियादी मांग के लिए इतने सालों इंतजार संघर्ष के साथ करना पड़ा ।