MP Police: अपराधी 5G से कर रहे अपराध, 2G इंटरनेट के भरोसे MP पुलिस के 79 हजार मोबाइल!

कंपनी अगले साल ही 4G तक पहुंचेगी

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MP Police: अपराधी 5G से कर रहे अपराध, 2G इंटरनेट के भरोसे MP पुलिस के 79 हजार मोबाइल!

भोपाल:मध्य प्रदेश में अपराधी भले ही 4 और 5G नेटवर्क उपयोग कर रहे हों, लेकिन यहां की पुलिस अभी भी 2 G वाले नेटवर्क के भरोसे चल रही है।

प्रदेश में DGP से लेकर आरक्षक तक को जो सिम पुलिस महकमे ने दी हैं, वह 2G नेटवर्क पर ही चलती है। इस नेटवर्क कंपनी से पुलिस का करार अगले साल तक का हो चुका है। हालांकि कंपनी का वादा है कि वह साल भर में फॉर और फाइव जी पूरे प्रदेश में नेटवर्क देने लगेगी।

मध्य प्रदेश पुलिस के डीजीपी से लेकर आरक्षक तक को महकमे की ओर से सिम दी गई हैं। ये सभी सिम तय पोस्ट पर आवंटित हुई हैं। यानि डीजीपी के लिए जो सिम जारी हुई वह सिम जो भी डीजीपी के पद पर रहेंगे, उनके पास रहेगी। इसी तरह रेंज आईजी, रेंज डीआईजी, जिलों में पुलिस अधीक्षक, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, सीएसपी, डीएसपी, थाना प्रभारी से लेकर आरक्षक तक को उनके पद अनुसार सिम है। अफसर का तबादला होने पर उनकी जगह पर आने वाले अफसर को यह सिम दे दी जाती है। प्रदेश में इस तरह से लगभग 79 लाख फोर्स के पास यह सिम है। इसमें टू जी नेटवर्क दिया जाता है। इस सिम से ही अधिकांश अफसर अपना मोबाइल का डेटा चलाते हैं।

इस सिम कंपनी से प्रदेश पुलिस का पिछले कई वर्षो से करार होता आ रहा है। इस वर्ष भी इसी कंपनी से करार हुआ है। जो 31 मार्च 2025 तक का है। हालांकि इस बार पुलिस ने यह बात उठाई थी कि अब दूसरी कंपनी फॉर और फाइव जी का नेटवर्क दे रही हैं तो यह कंपनी टू जी का नेटवर्क क्यों दे रही है। जिस पर कंपनी ने वादा किया है कि अगले साल तक वह प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में फॉर और फाइव जी का नेटवर्क दे देगी। कंपनी का जब तक वादा पूरा नहीं होता है, तब तक प्रदेश की पुलिस इसी नेटवर्क से अपना काम करेगी।