Mukhtar Ansari Died of Heart Attack : माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की हार्ट अटैक से मौत, UP में सतर्कता बढ़ी!

जेल की बैरक में अचेत मिलने पर अस्पताल लाया गया, पर बचाया नहीं जा सका!

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Mukhtar Ansari Died of Heart Attack : माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की हार्ट अटैक से मौत, UP में सतर्कता बढ़ी!

Banda : यहां जेल में बंद कुख्यात माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की हार्ट अटैक से मौत हो गई। जेल में तबियत खराब होने के बाद मुख्तार अंसारी को फौरन बांदा मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया था। खबर आ रही थी कि मुख्तार अंसारी की हालत गंभीर बनी हुई है। मगर अब मुख्तार अंसारी के निधन की खबर सामने आ गई। इलाज के दौरान मुख्तार अंसारी ने दम तोड़ दिया। मुख्तार अंसारी को अपने बैरक में बेहोश पाया गया था। इसके बाद उसे फौरन इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया।

माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की मौत की खबर से हड़कंप मच गया। इस खबर के बाद पुलिस प्रशासन अलर्ट पर है। बांदा और गाजीपुर की सुरक्षा बढ़ा दी गई।

पिछले कुछ दिनों से मुख्तार अंसारी की तबियत काफी खराब थी। उसे पिछले दिनों ही अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। इस दौरान करीब 14 घंटे तक वह आईसीय़ू में भर्ती रहा। फिर उसे डॉक्टरों ने वापस जेल भेज दिया था। उस दौरान मुख्तार की ब्लड रिपोर्ट भी सही आई थी। मगर गुरुवार की शाम मुख्तार अंसारी की जेल में तबियत अचानक खराब हो गई, जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया।

 

अपराध की दुनिया का बादशाह

वक्त से ज्यादा बलवान कोई नहीं होता। क्राइम की दुनिया में अपने खौफ से सबको हिला देने वाला मुख्तार अंसारी खुद मौत की नींद सो गया। यूपी के इस चर्चित डॉन की गुमनाम मौत हो गई। पूर्वांचल में मुख्तार के दबदबे और खौफ की कहानियां सुनकर कई लोग बड़े हुए। मुख्तार पर 60 से ज्यादा मामले दर्ज थे, जिसमें हत्या, आर्म्स एक्ट, रंगदारी शामिल थे। कई पार्टियों में मुख्तार का दबदबा रहा। राजनीतिक शह का उसने पूरा फायदा उठाया।

 

अंसारी की जन्मकुंडली

30 जून 1963 को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर के यूसुफपुर में सुभानउल्लाह अंसारी के घर एक लड़के का जन्म हुआ। घर वालों ने नाम रखा मुख्तार अंसारी। घर वालों ने शायद ही सोचा हो कि ये लड़का आने वाले वक्त में यूपी में खौफ का पर्याय बन जाएगा। लोग उसके नाम से कांपेंगे और लोग उसे देखते ही सड़कों से भागकर अपने घरों में छिप जाएंगे। मुख्तार अंसारी भारत के पूर्व उपराष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी का रिश्तेदार था। वह लगातार 5 बार मऊ से विधायक रहा, जिसमें दो बार उसने बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ा। मुख्तार अंसारी के दादा का नाम मुख्तार अहमद अंसारी थे, जो भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के शुरुआती अध्यक्ष थे। मुख्तार अंसारी के नाना मोहम्मद उस्मान थे, जो भारतीय सेना में ब्रिगेडियर थे।