Infant Death: नर्स बनी 7 नवजात बच्चों की काल ,सुलाया मौत की नींद 

नर्स की मेंटल स्थिति को लेकर कोर्ट के सामने नर्स के लिखे गए नोट्स को सबूत के तौर पर पेश किए गया

1771

Infant Death :नर्स बनी 7 नवजात बच्चों की काल ,सुलाया मौत की नींद

एक दिल दहला देने वाली घटना का खुलासा हुआ है, जिसमें सात नवजात शिशुओं को मार डालने और 6 की हत्या करने की कोशिश करने का महिला नर्स को दोषी पाया गया.

यूनाइटेड किंगडम के चेस्टर हॉस्पिटल में काम करने वाली लुसी लेटबी को मैनचेस्टर क्राउन कोर्ट ने हत्या और हत्या करने की कोशिश करने का दोषी ठहराया.

महिला नर्स बच्चों को मारने के लिए उनके नसों में हवा और इंसुलिन इंजेक्ट करती थी. इसके अलावा वो बच्चे को मारने के लिए अत्यधिक मात्रा में दूध और लिक्विड चीजें खिलाया करती थी. लुसी लेटबी नाम की महिला नर्स पर पिछले साल अक्टूबर के महीने से मुकदमा चलाया जा रहा था. उसने अपने गुनाहों को कबूल करते हुए कहा कि वो एक दुष्ट है.

ब्रिटेन में एक नर्स को सात शिशुओं की हत्या का दोषी पाया गया, इसे पकड़वाने में एक भारतीय मूल के चिकित्सक ने मदद की. (फोटो CHESHIRE CONSTABULARY and Facebook/ Dr Ravi Jayaram)

भारतीय मूल के डॉक्टर ने की मदद

महिला नर्स लेटबी की मेंटल स्थिति को लेकर कोर्ट के सामने नर्स के लिखे गए नोट्स को सबूत के तौर पर पेश किए गया. पुलिस ने मामले की जांच के दौरान इकट्ठा किए गए नोट को कोर्ट के सामने पेश करवाए. महिला नर्स ने नोट्स में लिखा था कि वो एक अच्छी नर्स साबित नहीं हो सकती है. वो बच्चों को ठीक तरह से ख्याल नहीं रख सकती है, इसलिए वो बच्चों को मौत की नींद सुला रही है. वो एक डेविल है.

महिला नर्स को पकड़वाने के लिए ब्रिटेन में जन्मे भारतीय मूल के सलाहकार बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. रवि जयराम ने मदद की थी, जिन्होंने ब्रिटिश समाचार टेलीविजन चैनल आईटीवी न्यूज को बताया कि उन्होंने पहली बार 2015 में हॉस्पिटल में होने वाले बच्चों की मौत के मुद्दे को उठाया था, जब उसी साल तीन बच्चों की मौत हो गई थी.

पुलिस ने ऐसे शुरू की जांच

भारतीय मूल के डॉक्टर रवि जयराम ने कहा- मेरी बातों को पुलिस ने सुना. इसके बाद पुलिस को एहसास हुआ कि मेरी बातों में सच्चाई है कि आखिर क्यों बच्चों की मौत हो रही है और कैसे इसके पीछे महिला नर्स का हाथ हो सकता है.

इंग्लैंड की राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (NHC) ट्रस्ट ने आखिरकार साल 2017 अप्रैल में डॉक्टरों को एक पुलिस अधिकारी से मिलने की मंजूरी दे दी, जिसके बाद ही पुलिस ने नवजात बच्चों की होने वाली मौतों का पता लगाते हुए जांच शुरू की और महिला नर्स लेटबी की गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की.