Pathanamthitta LS Constituency, Kerala: Congress के AK Antony के दोस्त के सामने भाजपा ने AK Antony के बेटे को उतारा

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Pathanamthitta LS Constituency, Kerala: Congress के AK Antony के दोस्त के सामने भाजपा ने AK Antony के बेटे को उतारा

केरल से सुदेश गौड़ की विशेष रिपोर्ट

पथानामथिट्टा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र केरल राज्य में एक ऐसा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र है जहां भारतीय जनता पार्टी लगातार तेज गति से जन समर्थन और मत प्रतिशत बढ़ाती जा रही है । यह लोकसभा सदस्य के चुनाव के लिए केरल के मध्य त्रावणकोर क्षेत्र में एक नवगठित निर्वाचन क्षेत्र है जो 2008 के परिसीमन के बाद अस्तित्व में आया। इससे पूर्व यह जिला अलग-अलग लोकसभा सीटों का हिस्सा हुआ करता था। भाजपा के लिए केरल का यह लोकसभा क्षेत्र काफी महत्वपूर्ण है। पिछले तीन लोकसभा चुनावों पर नजर डालें तो पता चलेगा कि भाजपा का मत लगातार संगठित होता जा रहा है। पिछले तीन लोकसभा चुनाव से यहां कांग्रेस के एंटो एंटनी लगातार प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।

2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने उन्हें एक बार फिर मैदान में उतारा है जबकि भाजपा की ओर से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय रक्षा मंत्री एके एंटनी के बेटे अनिल के एंटनी मुकाबला करेंगे। 17 दिसंबर 1985 को केरल में जन्मे अनिल एंटोनी केरल भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं। वे अप्रैल 2023 में भाजपा में शामिल हुए थे। रोचक बात यह है कि पिता एके एंटनी के प्रबल समर्थक व दोस्त एंटो एंटनी के साथ इस चुनाव में उनका मुकाबला होना है। अपने पिता के प्रबल समर्थक एंटो एंटनी को अनिल बचपन से चाचा कह कर संबोधित करते रहे हैं।

माकपा की ओर से केरल के वित्त मंत्री रह चुके डॉक्टर थॉमस इसाक मैदान में हैं। 71 वर्षीय थॉमस इसाक मलयालम और अंग्रेजी में 50 से अधिक पुस्तक लिख चुके हैं। 2009 के लोकसभा चुनाव में इस क्षेत्र में भाजपा ने 56,294 मत प्राप्त किए थे जो 2014 के चुनाव में बढ़कर 1,38,954 हो गए थे। यह बढ़त यही नहीं रुकी 2019 के चुनाव में भाजपा का आंकड़ा 2,97,396 तक पहुंच गया था। इन आंकड़ों से उत्साहित होकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युवा प्रत्याशी के तौर पर अनिल के एंटनी को मैदान में उतारा है।

कैथोलिकों के गढ़ में तीनों प्रमुख प्रत्याशी कैथोलिक

कैथोलिक इसाइयों का गढ़ होने के कारण तीनों ही पार्टियों ने कैथोलिक को ही मैदान में उतारा है। इस क्षेत्र में 38% वाटर मतदाता इसी है जबकि 6% मतदाता मुस्लिम हैं। भाजपा के रणनीतिकारों का मानना है कि इसाइ वोट में यदि दोफाड़ करने में अनिल एंटनी कामयाब हो जाते हैं तो वह जीत भी सकते हैं। 15 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अनिल एंटनी के लिए पथानामथिट्टा में कार्यक्रम करने और विभिन्न इसाइ नेताओं से मुलाकात करने के बाद भाजपा कार्यकर्ता काफी उत्साहित हैं। पार्टी सूत्रों का मानना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी पिछली वैटिकन यात्रा में पोप फ्रांसिस से हुई मुलाकात के बारे में भी इसाइ नेताओं से चर्चा की थी। पिछले महीने ही कोट्टायम जिले के पूंजार में कैथोलिक पादरी के वाहन पर हुए हमले का जिक्र करते हुए कहा था कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि केरल में इसाइ पादरी भी सुरक्षित नहीं हैं। उन्होंने केरल की जनता से आवाहन किया कि वह लोग लगातार यूडीएफ और एलडीएफ की भ्रष्ट और अक्षम सरकारों के बीच घिरे रहे हैं।

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मोदी की सलाह, अब तो ताजी हवा खाइए

पथानामथिट्टा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल में नई और ताजी हवा की जरूरत पर बल दिया था। उनका स्पष्ट संकेत माकपा के 71 वर्षीय थॉमस इसाक और कांग्रेस के 66 वर्षीय प्रत्याशी एंटो एंटनी के सामने 38 वर्षीय भाजपा अनिल एंटनी के संदर्भ में था। उन्होंने यह भी कहा था कि पिछले चुनाव में केरल की जनता ने भाजपा का मत प्रतिशत बढ़ाकर दो अंको में कर दिया था और इस बार वह हमें दो अंकों में लोकसभा सीटें भी इस राज्य के मतदाता देंगे।

शैक्षिक दर 96.68 प्रतिशत

पथानामथिट्टा लोकसभा सीट में वर्तमान में 7 विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं। इस क्षेत्र की शैक्षिक दर 96.68 प्रतिशत है। उनमें से 7,17,042 पुरुष मतदाता हैं। महिला मतदाताओं की संख्या 6,65,696 हैं। थर्ड जेंडर के 3 मतदाता हैं। 2019 में कुल मतदाताओं की संख्या 10,26,553 थी। जिनमें से कुल पुरुष मतदाता 4,90,914 और महिला मतदाता 5,31,776 थीं। 2019 में कुल मतदान प्रतिशत 74.24% था। कांग्रेस के एंटो एंटनी ने 3,80,927 मत प्राप्त कर जीत हासिल की थी।
2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के एंटो एंटनी को 380927 मत मिले थे और माकपा की वीना जॉर्ज 3,36,684 मत प्राप्त कर दूसरे स्थान पर रही थी जबकि भाजपा के के सुरेंद्रन को 297396 मत मिले थे जो कि पिछले चुनाव की अपेक्षा 13.5% अधिक थे। कांग्रेस प्रत्याशी 44243 मतों से जीत गए थे।पार्टी ने इस बार केरल प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के सुरेंद्र को वायनाड से राहुल गांधी के खिलाफ भाजपा प्रत्याशी के तौर पर उतारा है। 2014 में भी कांग्रेस के एंटो एंटनी को 3,58,842 मत मिले थे और वह 56,191 मतों के अंतर से जीत गए थे। भाजपा के मत रमेश तीसरे स्थान पर रहे थे। 2009 के चुनाव की बात करें तो कांग्रेस के एंटो एंटनी 4,08,232 मत प्राप्त करके माकपा के अनंत गोपाल से 1,11,206 मतों से जीत गए थे। तब भाजपा के बी राधाकृष्ण मेनन को 56294 मत ही प्राप्त हुए थे।