PM Modi In Jaipur: मोदी की राजस्थान यात्रा से प्रदेशवासियों को ढेरों उम्मीदें,आज से 3 दिन तक जयपुर में रहेंगे

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PM Modi In Jaipur: मोदी की राजस्थान यात्रा से प्रदेशवासियों को ढेरों उम्मीदें,आज से 3 दिन तक जयपुर में रहेंगे

गोपेन्द्र नाथ भट्ट की रिपोर्ट

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार से तीन दिन तक जयपुर में रहेंगे। वे जयपुर में 5 से 7 जनवरी तक देश भर के डीजीपी और आईजी कांफ्रेंस को संबोधित करने आ रहे है और उनके साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार भी रहेंगे।
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के लिए यह एक बहुत ही शुभ प्रसंग है कि उनकी सरकार बनने के तुरंत बाद प्रदेश में नए वर्ष में यह पहला बड़ा महत्वपूर्ण आयोजन होने जा रहा है। उनके लिए प्रधानमंत्री और उनके चाणक्य अमित शाह के साथ ही कई विशिष्ठ मेहमानों के स्वागत करने और राजस्थान की विश्व प्रसिद्ध मेजबानी के अनुरूप सभी की शानदार ढंग से आवभगत कर अपनी अमित छाप छोड़ने का सुनहरा अवसर हैं।

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निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह अपने जयपुर प्रवास के पहले ही दिन जयपुर में सिविल लाइंस फाटक के पास स्थित भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यालय में जाकर भाजपा संगठन के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे। इस अहम बैठक में मुख्यमंत्री भजन लाल और उनके मंत्रिपरिषद के सदस्यगण भी भाग लेंगे।

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सांसद सी पी जोशी और पार्टी पदाधिकारीगण तथा भाजपा का आम कार्यकर्ता विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में मिली भारी सफलता के कारण आत्म विश्वास से लबरेज है। प्रदेश अध्यक्ष सी पी जोशी भी प्रधानमंत्री मोदी के पहली बार प्रदेश कार्यालय में आने से उनकी अगवानी में कोई कसर बाकी नहीं रख रहे है तथा सभी के सहयोग से माकूल इंतजामों को पाबंद किया जा रहा है।

इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी आगामी मई के होने वाले लोकसभा आम चुनाव के लिए पार्टी नेताओं पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं में एक नया जोश भरेंगे तथा पिछली दो बार की तरह इस बार भी राजस्थान की सभी 25 में से 25 सीटें पर विजय हांसिल कर जीत की हैट्रिक लगाने का मंत्र फुकेंगे।इधर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक सोचे समझे विचार से जयपुर को डीजीपी और आईजी सम्मेलन के लिए चुना है।

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इस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से पीएम मोदी एक बड़ा संदेश देंगे कि अब राजस्थान में उदयपुर के कन्हैया लाल दर्जी जैसी नृशंस हत्या, जयपुर के हुए सीरियल बम ब्लास्ट तथा सुनियोजित गिरोह चला कर अपराध करने वाले दोषियों को बक्शा नही जाएगा। हाल ही हुए विधान सभा चुनाव में कन्हैया लाल दर्जी की उदयपुर में हुई नृशंस हत्या, प्रदेश में संगठित अपराधों तथा महिलाओं के खिलाफ अपराधों के बढ़ते ग्राफ को भाजपा ने एक बड़ा चुनावी मुद्दा बनाया था। इसके अलावा पश्चिम राजस्थान से सटी पाकिस्तान की लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर पडौसी राष्ट्र की ओर से की जाने वाली नापाक हरकतों पर अंकुश लगाना भी एक बड़ा मुद्दा है।

तीन दिवसीय इस कांफ्रेंस में विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार-विमर्श होंगा।
कॉन्फ्रेंस में सभी राज्यों के पुलिस महानिदेशक सहित केंद्र शासित प्रदेशों के आईजी तथा पुलिस अधिकारी और केंद्रीय सुरक्षा एवम खुफिया एजेंसियों के अधिकारीगण साइबर अपराध, डेटा गवर्नेंस, आतंकवाद विरोधी चुनौतियों, वामपंथी उग्रवाद, नारकोटिक्स तस्करी में उभरते रुझान और जेल सुधार सहित विभिन्न मुद्दों पर विस्तृत चर्चा करेंगे और प्रधानमंत्री के समक्ष इन सभी चुनौतियों से निपटने का रोडमेप भी प्रस्तुत करेगे।

प्रधानमंत्री से प्रदेशवासियों को ढेरों उम्मीदें

प्रधानमंत्री मोदी पहली बार एक साथ तीन दिनों तक राजस्थान में रहेंगे। संयोग से इस बार केंद्र और प्रदेश दोनो तरफ एक ही पार्टी भाजपा की सरकारें है। विधानसभा चुनाव में पीएम मोदी की अपील पर राज्य के मतदाताओं ने डबल इंजन की सरकार बना दी है। इस कारण प्रदेशवासियों को प्रधानमंत्री के वायदे और गारंटी के अनुरूप ढेरों उम्मीदें हैं।

राजस्थान देश का भौगोलिक दृष्टि से सबसे बड़ा प्रदेश है और पश्चिम राजस्थान में पाकिस्तान से लगी श्रीगंगानगर से बाड़मेर और गुजरात तक देश की सबसे लंबी अंतर राष्ट्रीय सीमाएं है जहां से अवैध लोगों और हथियारों के साथ ही मादक द्रव्यों की आवाजाही के साथ ही सीमा पार से आए हिंदू नागरिकों की नागरिकता से जुड़ी समस्याएं है जिनका निराकरण आवश्यक है। भारत पाक सीमा पर बसे लोगों के आपस में रोटी बेटी के संबंध भी है तथा सीमाओं की लंबी तारबंदी के बावजूद रेतीले टीलों के नीचे सुरंग बना कर घुसपैठ की तथा अन्य अवांछित गतिविधियां होती रहती है। जम्मू कश्मीर के मुकाबले यहां केन्द्र सरकार का ध्यान थोड़ा कमतर ही माना जाता है।
राजस्थान में धार्मिक पर्यटन का बूम है।इसके अलावा सीमा के निकट जोधपुर जैसलमेर बीकानेर आदि स्थानों पर देशी विदेशी पर्यटक भी रिकार्ड संख्या में पहुंचते है। इस वर्ष तो दिसंबर जनवरी के प्लेटिनम काल में रिकार्ड संख्या में 18 करोड़ टूरिस्ट राजस्थान पहुंचे है। ऐसे में पर्यटकों को आतकवादियों के सॉफ्ट टारगेट से बचाने के लिए भी राष्ट्रीय स्तर पर कारगर उपाय करने जरूरी हों गए है। प्रधानमत्री और गृह मंत्री डी ज़ी पी सम्मेलन में इस दिशा में भी कोई ढोस आश्वासन देगे,ऐसी उम्मीद है। इसके वे अलावा कन्हैया लाल दर्जी के हत्यारों को शीघ्र ही सजा दिलवाने के लिए तत्काल आवश्यक कदम उठा कर प्रदेश वासियों के भरौसे को मजबूत करेगे। महिलाओं के प्रति अपराध और रेप की घटनाओं की रोकथाम तथा गैंग वारी एवं अन्य संगठित अपराधों को रोकने के लिए भी केन्द्र और राज्य सरकारें मिल कर जरामय पेशा लोगों की नाक में नकेल डाली जाएगी ऐसी उम्मीद है।

साथ ही राजस्थान में लंबी अंतर राष्ट्रीय सीमाओं को दृष्टिगत रखते हुए केंद्र सरकार द्वारा सीमा विकास कार्यक्रमों के तहत सड़को के विकास एवं सीमापार से होने वाली घुसपैठ,अवैध हथियारों और मादक द्रव्यों की आवाजाही को रोकने राज्य पुलिस को अधिक केंद्रीय सहायता उपलब्ध कराने तथा सांस्कृतिक प्रदूषण को रोकने के लिए उच्च क्षमता के टीवी टावर लगाने आदि के लिए भी प्रधानमंत्री। मोदी द्वारा संबंधित मंत्रालयों को निर्देशित करने को उम्मीद है।

देश की सीमाओं की रक्षा और सुरक्षा में भी राजस्थानियों का योगदान किसी से कम नहीं है और भारतीय सेना में अधिकांश सैनिक राजस्थान के ही हैं । देश में सबसे अधिक शहीद भी राजस्थान के गांवों के वीर सपूत ही होते है। विशेष कर प्रदेश के शेखावाटी अंचल के कतिपय गांवों और कस्बों के हर घर से एक न एक जवान और शहीद हैं।
भारत की आजादी के आंदोलन से आजाद भारत के 75 वर्षों के सुनहरे इतिहास और देश की प्रगति एवं विकास कार्यों में भी राजस्थान के लोगों के अभूतपूर्व एवं उल्लेखनीय योगदान दिया हैं। इसे देखते हुए सैनिक कल्याण के विभिन्न कार्यों में भी राजस्थान को तरहीज मिलना अपेक्षित है। इसके अलावा राजस्थान के विकास से जुड़े और अन्य कई विषय है जिन पर राजस्थान की जनता को प्रधानमत्री नरेन्द्र मोदी से बहुत उम्मीदें है।

देखना है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राजस्थान वासियों की उम्मीदों को नए पंख लगा कर इसे आगे बढ़ाने के लिए क्या उपक्रम करते है।