70 रुपए मात्र में दिए जाएगा पुलिसकर्मियों को नाश्ता और दो समय का खाना

चुनाव पूर्व कानून व्यवस्था में लगने वाले पुलिसकर्मियों को मिलेगा महज 25 रुपए का खाना

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70 रुपए मात्र में दिए जाएगा पुलिसकर्मियों को नाश्ता और दो समय का खाना

भोपाल: विधानसभा चुनाव से पहले भोपाल में कानून व्यवस्था के लिए ड्यूटी पर तैनात होने वाले पुलिस कर्मियों को दिन भर में 70 रुपए का खाना और नाश्ता ही दिया जाएगा। इस संबंध में अब खाना और नाश्ता करवाने वाले ठेकेदार की तलाश पुलिस कर रही है।

प्रदेश में इस साल होने वाले चुनाव से पहले राजधानी में होने वाले राजनीतिक धरने, प्रदर्शन, सभाएं और रैली में कानून व्यवस्था के तहत हजारों पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई जाएगी। इस ड्यूटी में तैनात पुलिस कर्मियों को कई दिनों तक भोपाल में रहना होगा।इस ड्यूटी के दौरान पुलिसकर्मियों को खाना कैसा मिलेगा इसका अंदाजा अब आसानी से लगाया जा सकता है।

जानकारी के अनुसार भोपाल में कानून व्यवस्था के तहत ड्यूटी पर तैनात रहने वाले पुलिस कर्मियों को सुबह का नाश्ता बीस रुपए वाला दिया जाएगा। वहीं दोपहर का भोजन के लिए 25 रुपए और इतनी ही राशि रात के भोजन के लिए पुलिस महकता इन पर खर्च करेगा। यानि दिन भर में एक पुलिसकर्मी को महज 70 रुपए का नाश्ता और खाना दिया जाएगा। इसके लिए टेंडर बुलाए जा रहे हैं। टेंडर में दोनों समय के खाने और नाश्ते की राशि स्पष्ट कर दी गई है। इस राशि में पांच प्रतिशत जीएसटी भी जोड़ा गया है।

21 रुपए दिन का पोष्टिक आहार भत्ता

प्रदेश की कानून व्यवस्था संभालने वाले पुलिसकर्मियों को पोष्टिक आहार के नाम पर जो भत्ता मिलता है, वह पुलिस जैसे महत्वपूर्ण और जिम्मेदार सिस्टम के लिए मजाक का हिस्सा जैसा है। पुलिस कर्मियों को 650 रुपए महीने का पोष्टिक आहार दिया जाता है। जब महीना 30 दिन का होता है तो यह 24 रुपए 66 पैसे प्रति दिन के हिसाब से होता है और यदि महीना 31 दिन का हो तो यह 21 रुपए से कम का हो जाता है। यानि दिन रात ड्यूटी कर प्रदेश को सुरक्षित रखने वाले पुलिसकर्मियों को शासन पोष्टिक आहार के नाम पर महज 21 रुपए दिन के दे रही है। हालांकि जो खाना और नाश्ता इन्हें राजधानी में ड्यूटी करने के दौरान दिया जाएगा, वह इस भत्ते के अलावा होगा।

चुनाव में ज्यादा लगेगी ड्यूटी

चुनाव के पूर्व प्रदेश में राजनीति गतिविधियां तेज हो रही है। यहां पर प्रधानमंत्री, केंद्रीय गृह मंत्री के साथ ही विपक्ष के बड़े नेताओं की सभाएं चुनाव के ऐलान से पहले होगी। इनके सभाओं या इनके भोपाल आने भर से सुरक्षा में दो से चार हजार पुलिस कर्मियों को तैनात किया जाता है। इनकी सुरक्षा की रिहर्सल करने के लिए दो से तीन दिन पहले सभी पुलिसकर्मियों को ड्यूटी पर बुला लिया जाता है। ऐसे में एक बड़े नेता के आने पर तीन से चार दिन तक पुलिसकर्मियों को ड्यूटी करना होती है।