पंजाब : कांग्रेस ने उम्मीदवारों का झगड़ा निपटाने को समिति बनाई

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अजय कुमार चतुर्वेदी की विशेष रिपोर्ट

कांग्रेस ने पंजाब की 117 से 109 सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिये , लेकिन नेताओं के अंदरूनी झगड़े अभी तक जारी हैं। अंदरूनी खींचतान भी मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के बीच है। हाईकमान ने इस कलह को सुलझाने के लिए एक कमेटी बना दी है। कमेटी में के सी वेणुगोपाल, अंबिका सोनी और अजय माकन को रखा है। तीन सदस्यों वाली यह समिति पूर्व घोषित 31सीटों के प्रत्याशियों के मामले पर राज्य के नेताओ के बीच सहमति बनाने का प्रयास करेगी।

बताया जाता है कि चन्नी और सिद्धू के बीच इन 31 सीटों के लेकर आपसी सहमति नहीं है। जानकारों का कहना है कि इस मामले में गलती लगता है कि आलाकमान की है, जिसने बिना दोनों की राय जाने उम्मीदवार घोषित कर दिए। इसीलिए मामले को सुलझाने के लिए कमेटी गठित कर दी।

नई सूची में सबसे चौंकाने वाला नाम सिद्थू के भतीजे स्मित सिंह का है जिसे अमरगढ क्षेत्र से कांग्रेस टिकट दिया गया है। इसे लेकर चन्नी खासे नाराज बताए जाते हैं क्योंकि उनके भाई को टिकट नहीं मिला और वह निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड है। राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री राजिंदर कौर भट्टल और उनके दामाद विक्रम बाजवा को भी पार्टी ने क़मश: लैहरा और सहनेवाल से उम्मीदवार बनाया है। अपनी दूसरी लिस्ट में कांग्रेस ने तीन विधायकों – अमरीक ढिल्लों, निर्मल सिंह और सत्कार कौर – को इस बार टिकट नहीं दिया। इन तीनों नेताओं के दल बदल की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।