Smriti Irani at 56 Dukan : उपलब्धियां गिनाने आई स्मृति ईरानी ने 56 दुकान पर स्वाद लिया!

खोपरा पेटिस और पानी पुरी खाई, महिला सिक्योरिटी टीम को भी नाश्ता कराया!

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Smriti Irani at 56 Dukan : उपलब्धियां गिनाने आई स्मृति ईरानी ने 56 दुकान पर स्वाद लिया!

इंदौर। केंद्र सरकार की उपलब्धियों को गिनाने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी शनिवार को इंदौर आई। हालांकि, उनका कार्यक्रम सुबह 11 बजे पहुंचने का था, लेकिन खराब मौसम के कारण फ्लाइट लेट होने के चलते वे शाम 4 बजे इंदौर पहुंची। स्मृति ईरानी ने एक होटल में बुद्धिजीवी वर्ग से चर्चा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने भारत को अब आंख झुका कर नहीं, आंख से आंख मिलाकर बात करने वाला देश बना दिया है। उन्होंने मोदी के अमेरिका दौरे को लेकर भी बात की। उन्होंने बताया कि ये विजिट भारत के लिए क्यों महत्वपूर्ण है।

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इसके बाद उन्होंने 56 दुकान पर खोपरा पेटिस और पानी पुरी का स्वाद लिया। उन्हें देखने के लिए भीड़ जमा हो गई। लोग केंद्रीय मंत्री के साथ सेल्फी लेते नजर आए। लजीज पकवानों की खुशबू स्मृति ईरानी को यहां खींच लाई थी। 56 दुकान, पर उन्होंने खोपरा पेटिस और पानी पुरी खाई। उन्होंने तरह तरह के आइटम परोसने वाले कुक को बुके देकर सम्मानित किया। सुरक्षा में तैनात महिला सिक्योरिटी टीम को भी स्मृति ईरानी ने अपने साथ नाश्ता कराया। उन्होंने कई लोगों के साथ सेल्फी भी ली।

अपने एक दिवसीय इंदौर दौरे के दौरान केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। उन्होंने नारी सशक्तिकरण कार्यक्रम के अलावा शहर के बास्केटबॉल कॉम्प्लेक्स में जनसभा को भी संबोधित किया। इंदौर में स्मृति ईरानी का जुदा अंदाज देखने को मिला।

निशाने पर मोदी नहीं आप

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मैं अमेठी से सांसद हूं। वहां पर 98 प्रतिशत ग्रामीण क्षेत्र है। जहां पर 50 साल तक गांधी खानदान का राज था। जब तक मैं वहां गई तो पता चला कि 80 प्रतिशत लोगों के पास बिजली नहीं थी। इन चार सालों में सांसद के नाते वहां पर 90 हजार घर बनवाए। दो लाख टॉयलेट बनवाए। बिहार के पटना में विपक्षी दलों की बैठक पर उन्होंने कहा कि वहां जो जमावड़ा हुआ है, उसके निशाने पर मोदी नहीं, आप यानी भारत की तिजोरी है।

सैनिक स्कूल में लड़कियों को एडमिशन का अधिकार

स्मृति ईरानी ने कहा कि राष्ट्र के इतिहास में पहली बार सैनिक स्कूल में लड़कियों को एडमिशन का अधिकार मिला है। हमारे देश में कहा जाता था कि सेना में महिलाओं को परमानेंट कमीशन नहीं मिलेगा। महिलाओं को सिर्फ नॉन कॉम्बैट रोल मिलेगा। पहली बार परमानेंट कमीशन महिलाओं को देने वाले नेता का नाम मोदी है।