मोदी मंत्रिमंडल के विस्तार और फेरबदल की अटकलें हुई तेज

विपक्षी दलों की एकता बैठक के गुब्बारे में और अधिक सेंध लगाने की कवायद

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मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में ताकत झोंकती भाजपा!

मोदी मंत्रिमंडल के विस्तार और फेरबदल की अटकलें हुई तेज

दिल्ली से गोपेंद्र नाथ भट्ट की खास रिपोर्ट

नई दिल्ली। मोदी मंत्रिमंडल के विस्तार और फेरबदल की अटकलों के बीच सोमवार को नई दिल्ली के प्रगति मैदान के नवनिर्मित कन्वेंशन सेंटर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मंत्रिपरिषद की एक अहम बैठक ली। बताते है कि करीब चार घंटे तक चली इस बैठक में सभी मंत्रियों के रिपोर्ट कार्ड्स पर विस्तार से चर्चा हुई। इसके साथ ही अब केन्द्र सरकार और भाजपा संगठन में फेरबदल की अटकलें भी और अधिक तेज हो गई हैं। महाराष्ट्र के ताज़ा घटनाक्रम से इसमें थोड़ा विलम्ब भी हों सकता है।

राजनीतिक सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि मोदी मंत्री परिषद के विस्तार का सारा होमवर्क कर लिया गया है लेकिन महाराष्ट्र की ताजा राजनीतिक घटनाक्रम के कारण फिलहाल तत्काल विस्तार की सम्भावनाएँ नही दिख रही है फिर भी यह तय सा लगता हैं कि जुलाई के तीसरे सप्ताह से शुरू होने वाले मानसून सत्र से पहले मोदी अपने दूसरे कार्यकाल के मंत्रिपरिषद का अंतिम विस्तार कर लेंगे।

महाराष्ट्र के ताजा राजनीतिक घटनाक्रम के बाद भाजपा के रणनीतिकार एनडीए में उसके सहयोगी दलों को भी मंत्री परिषद में और अधिक प्रतिनिधित्व देने का विचार कर रहे है ताकि पटना के बाद बेंगलुरु में होने वाली विपक्षी दलों की एकता बैठक के गुब्बारे में और अधिक सेंध लगाई जा सकें।

मोदी मंत्रिपरिषद में एन सी पी प्रमुख शरद पंवार का साथ छोड़ भाजपा के साथ आए प्रफुल्ल पटेल को पुरस्कार देने के साथ ही एन डी ए के सबसे पुराने सहयोगी अकाली दल की हरसिमरत कौर,बिहार से चिराग पासवान तथा अन्य सहयोगी दलों के सांसदों को केंद्रीय मंत्री बना एन डी ए का कुनबा बढ़ाया जा सकता है।

साथ ही यह चर्चा भी की जा रही है कि आने वाले दिनों में महाराष्ट्र की तरह बिहार और अन्य प्रदेशों में भी ऑपरेशन लोटस के तहस कोई बड़ा खेला हो सकता है। बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी स्वयं इस ओर इशारा भी कर चुके हैं।

मंत्री परिषद में विस्तार की खबरों के मध्य महाराष्ट्र की पटकथा के महा चाणक्य देवेंद्र फडणवीस को भी केंद्र में लाने की अटकलें है। अजित पवार के महाराष्ट्र में उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद इन अटकलों को बल मिला है। भाजपा देवेंद्र फडणवीस को केंद्र में लाकर महाराष्ट्र में पार्टी को अधिक मजबूत करने की तैयारी है।

यह सही हैकि महाराष्ट्र प्रकरण के बाद विपक्षी दलों की एकता के प्रयासों को करारा झटका लगा है वही दूसरी ओर भाजपा और एनडीए में उसके सहयोगी दलों को भी अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनाव में मतों के विभाजन और ध्रुवीकरण की चिंता सताने लगी है। इसलिए भाजपा सूत्रों ने संकेत दिया है कि पीएम मोदी इस बार अपने मंत्रिपरिषद में फेरबदल करते समय अपने सहयोगी दलों को मंत्रिमंडल में और अधिक प्रतिनिधित्व दें सकते है।

हाल में भाजपा के शीर्ष नेताओं की लगातार बंद कमरे में बैठकों और महाराष्ट्र में रविवार को हुए औचक घटनाक्रम को देखते हुए अब मोदी कैबिनेट में विस्तार की संभावना मजबूत हो गई है। पटेल, पंवार और शिंदे गुट के सांसदों को भीं इस बगावत के बदले मोदी कैबिनेट में जगह मिल सकती है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में फेरबदल और विस्तार की खबरें प्रधानमंत्री आवास पर 29 जून को हुई नरेंद्र मोदी, अमित शाह और जेपी नड्डा के मध्य बैठक के बाद से ही जोरों पर हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आखिर बार 2021 में अपनी कैबिनेट में फेरबदल करते हुए 43 मंत्रियों को शपथ दिलाई थी। पिछले चार वर्षों में मोदी ने एक ही बार कैबिनेट का विस्तार किया है।

भरोसेमंद सूत्रों के अनुसार, मोदी कैबिनेट में होने वाले फेरबदल में कई मौजूदा मंत्रियों की छुट्टी होगी और कई नए चेहरों को जगह दी जाएगी। लोकसभा चुनाव में अब चूँकिं एक साल का भी समय हीं बचा है इसलिए कैबिनेट विस्तार के कार्य में और अधिक देरी नही की जा सकती।

इसके साथ ही भाजपा के राष्ट्रीय और प्रदेश संगठनों में भी बदलाव की अटकलें लगाई जा रही है। इस वर्ष के अंत में होने वाले चार राज्यों के अहम विधानसभा चुनावों और 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा पार्टी संगठन को और अधिक धारदार बनाने के लिए उसमें भी बदलाव करना चाहती हैं। पिछले कुछ दिनों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी केन्द्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा और महासचिव (संगठन) बी एल संतोष संगठन और राजनीतिक मुद्दों पर कई दौर की चर्चा कर रहें है।