शिवराज मंत्रिमंडल में फेरबदल की सुगबुगाहट, बदलेंगे विभाग, नए मंत्री भी बनेंगे

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भोपाल: उपचुनाव के नतीजों के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंत्रिमंडल में फेरबदल की सुगबुगाहट भी शुरू हो गई है। इस बदलाव में कुछ नए मंत्री बनाए जा सकते हैं तो भारी भरकम विभाग वाले कुछ मंत्रियों के विभागों में बदलाव भी हो सकता है। मंत्रिमंडल में यह विस्तार इसी साल होना है। इसके लिए सीएम चौहान केंद्रीय और प्रदेश नेतृत्व से चर्चा कर अंतिम निर्णय लेंगे।

शिवराज कैबिनेट में वर्तमान में 31 मंत्री हैं। यहां 34 मंत्री हो सकते हैं। इसके मद्देनजर यह कयास लगाए जा रहे हैं कि आगामी दिनों में होने वाले मंत्रिमंडल विस्तार में तीन नए मंत्री बनाए जा सकते हैं। सीएम शिवराज द्वारा किए गए दूसरे कैबिनेट विस्तार के बाद कुल मंत्रियों की संख्या 33 तक पहुंची थी लेकिन पिछले साल उपचुनाव लड़ने वाले पांच में से तीन मंत्री इमरती देवी, एदल सिंह कंसाना और गिर्राज दंडोतिया चुनाव हार गए थे जबकि तुलसी सिलावट और गोविन्द राजपूत को उपचुनाव जीतने के बाद इसी साल जनवरी के पहले सप्ताह में दोबारा मंत्री बनाया गया था। सूत्रों की मानें तो कुछ मंत्री अपने विभाग में बदलाव चाहते हैं तो कुछ विभागों के काम में कसावट के लिए मुख्यमंत्री चौहान उनके विभाग बदलने वाले हैं। इसी कारण मंत्रिमंडल विस्तार होना तय माना जा रहा है।

*सुलोचना रावत को बनाया जा सकता है मंत्री*
उपचुनाव में जोबट से निर्वाचित विधायक सुलोचना रावत को भी संभावित मंत्रिमंडल विस्तार में जगह मिल सकती है। इसकी वजह झाबुआ, अलीराजपुर क्षेत्र के आदिवासी वर्ग को सरकार में नेतृत्व देना है। सुलोचना पूर्व में भी दिग्विजय सरकार में मंत्री रह चुकी हैं। इसलिए उनके जरिये भाजपा सरकार आदिवासी बाहुल्य इलाकों में अपनी पैठ और मजबूत करने की कोशिश करेगी।
फिर उठेगा निगम -मंडल नियुक्ति का मुद्दा
उपचुनाव के चलते पिछले दो माह से निगम मंडलों में अध्यक्ष व उपाध्यक्ष की नियुक्ति का मुद्दा ठंडा पड़ गया था। अब जब मंत्रिमंडल विस्तार की सुगबुगाहट है तो निगम मंडल में नियुक्ति का मुद्दा फिर उठना तय है। इसमें चुनाव हार चुके मंत्रियों को पुनर्वास देने के साथ भाजपा के लिए दिन रात एक कर सेवा में जुटने वाले नेताओं को सीएम शिवराज जिम्मेदारी सौंप सकते हैं।