Totka of UP’s Victory : द्रोपदी के शाप से आज भी मुक्त नहीं हुआ हस्तिनापुर, जिसने जीता सत्ता उसकी

कोई भी विधायक दोबारा अपनी सीट नहीं बचा सका

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Lucknow : UP के मेरठ की हस्तिनापुर सीट का इतिहास काफी है। कहा जाता है कि जो पार्टी यह सीट जीतती है, सरकार उसी पार्टी की बनती है। लेकिन, यहाँ से कोई भी MLA दुबारा चुनाव नहीं जीतता! यहाँ के लोगों का कहना है, कि इस बार भी ये रिकॉर्ड टूटता नजर नहीं आ रहा। उनका इशारा था कि हस्तिनापुर में समाजवादी पार्टी और आरएलडी का प्रत्याशी जीतने वाला है और प्रदेश में अखिलेश यादव के नेतृत्व में सरकार बनने वाली है।

हस्तिनापुर सीट सुरक्षित सीट है। यहां से BJP ने दिनेश खटीक को टिकट दिया है। जबकि, समाजवादी पार्टी (SP) और RLD की और से संयुक्त उम्मीदवार योगेश वर्मा सामने हैं। कांग्रेस भी अपने उम्मीदवार की वजह से काफी चर्चा में है। 40% महिलाओं को टिकट देने का दावा करने वाली कांग्रेस ने यहाँ से ऐक्टर और मॉडल अर्चना गौतम को चुनाव के मैदान में उतारा है।

10 फरवरी को मेरठ में पहले चरण का मतदान होगा। महाभारत काल के कुरुवंश की राजधानी और महाभारत काल का हस्तिनापुर आज भी द्रौपदी के शाप से मुक्त नहीं हो सका। हस्तिनापुर विधानसभा किसी की नहीं हुई। हर बार इस विधानसभा ने अपना विधायक बदल दिया। कभी पार्टी बदली तो विधायक भी बदल गया। हस्तिनापुर विधानसभा से कोई भी विधायक अपनी विधायकी बचाने में कामयाब नहीं हो सका। हर बार यहां की जनता अपना विधायक बदल देती है।

मान्यता है करीब 5 हजार साल पहले कौरव और पांडवों के बीच जुआ खेला गया। धर्मराज युधिष्ठिर इस खेल में द्रौपदी को ही हार गए और कौरवों ने द्रौपदी को जीत लिया। इसके बाद भरी राजसभा में द्रौपदी को घसीटकर लाया गया और बाल खींचे गए। द्रौपदी ने श्राप दिया कि हस्तिनापुर कभी भी आबाद नहीं होगा। इस हस्तिनापुर में नारी का इस तरह से अपमान किया गया है, यह हस्तिनापुर हमेशा बदहाली झेलेगा। यही कारण बताया जाता है कि द्रौपदी के श्राप से हस्तिनापुर कभी मुक्त नहीं हुआ।

इस विधानसभा क्षेत्र का यह भी एक संयोग रहा है की जिस भी पार्टी का विधायक बनता है, प्रदेश में सरकार उसी की बनती है। 1974 में इस सीट पर रेवती शरण मौर्य विधायक रहे। 3 साल बाद हुए चुनाव में रेवती शरण मौर्य ने पार्टी बदल दी और जनता पार्टी से दूसरी बार विधायक बने। दोनों बार प्रदेश में उनकी पार्टी की सरकार बनी।

नीली टोपी लगाए एक युवक कहते हैं कि कोई चाहे कुछ भी कहे, प्रदेश में सरकार तो SP की बनेगी। ये कहने वाली भी कम नहीं हैं कि प्रदेश में सरकार समाजवादी पार्टी की नहीं बन रही, लेकिन हस्तिनापुर से योगेश वर्मा चुनाव जीत रहा है। BJP के दिनेश खटीक को हराने के लिए योगेश वर्मा की जीत तय लग रही है। इस तरह हस्तिनापुर का रेकॉर्ड टूटेगा।

हस्तिनापुर विधानसभा क्षेत्र में BJP और योगी समर्थक भी कम नहीं दिखाई देते। लोग कहते हैं कि उनके इलाके में सड़क नहीं थी। गड्ढों में बरसात का पानी भर जाता था। लेकिन, BJP की योगी-सरकार के बाद न सिर्फ सड़क बनी बल्कि गुरुद्वारे के सामने फव्वारा बनाने का काम भी शुरू हो गया। ये भी कहा जाता है कि SP की सरकार में पूर्वी UP गुंडागर्दी के लिए बदनाम था। लेकिन, योगी-सरकार में हालत सुधरे हैं। अगर आधी रात को भी कोई बाहर निकले तो अब खतरा नहीं! सोतीगंज यहाँ चोर बाजार के रूप में कुख्यात है, यहाँ चोरी की गाड़ियां काटी जाती हैं। प्रशासन ने बाजार को बंद करा दिया था।