Ujjain News: महाकाल मंदिर को भेंट में मिली जमीनें बेचेगी मंदिर समिति

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उज्जैन से सुदर्शन सोनी की रिपोर्ट

उज्जैन । विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में वर्ष भर करोड़ों रुपया भेंट के रुप में प्राप्त होता है। वहीं कुछ श्रद्धालुओं द्वारा सोना-चांदी, जवाहरात सहित जमीनें भी भेंट की जाती है। ऐसी ही भेंट में आईं जमीनों को अब मंदिर समिति ने बेचने का फैसला लिया है ।

 

महाकाल मंदिर प्रबंध समिति की अगामी बैठक में इस मुद्दे को रखा जाएगा। देश भर के भक्तों ने भगवान महाकाल को 84.132 बीघा जमीन भेंट की है। कई जमीन स्टेट के जमाने से भक्तों ने महाकाल को भेंट कर रखी है । यह जमीनें प्रदेश के उज्जैन, इंदौर, देवास, रतलाम और मंदसौर जिलों में स्थित है। इनमें से कई जमीनों पर अवैध अतिक्रमण हो चुका है, वहीं कुछ जमीनों पर विवाद के बाद कोर्ट में केस चल रहा है और कुछ का राजस्व नहीं मिलता है। ऐसी जमीनों को चिन्हित कर जल्द ही उन्हें उचित मूल्य पर बेचा जाएगा । प्राप्त राशि से उज्जैन में नई जमीन खरीदी जाएगी, जिससे उक्त ज़मीन उपयोग मंदिर के कार्यो के लिए हो सकेगा।

 

महाकाल मंदिर को मिली जमीनों पर कुछ लोगों ने अतिक्रमण किया हुआ। उज्जैन की चिंतामन और मंगरोला ग्राम स्थित भेंट के रूप में आई जमीन के कुछ हिस्सों पर विवाद होने के बाद न्यायालय में केस चल रहा है। अन्य जिलों में भी यहीं हालात है। लेकिन अच्छी बात ये है की जमीनों पर कब्जा मंदिर समिति का ही है। उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा है अन्य जिलों की जमीनों से मंदिर समिति को राजस्व भी नहीं मिल रहा है। उज्जैन को छोड़कर देवास, रतलाम, इंदौर सहित मंदसौर की जमीनों को मंदिर समिति बेचने का प्लान तैयार कर रही है। मंदिर समिति पूरे प्रदेश की 84 बीघा जमीन बेचकर उज्जैन में एक जगह बड़ी जमीन खरीदेगी जो मंदिर से जुड़े अन्य उपक्रमों के लिए काम आ सकेगी, एवं मंदिर को राजस्व की भी प्राप्ति होती रहेगी ।