UP के CM ने कहा नरेंद्र गिरी की मौत का सच सामने लाएंगे

479

प्रयागराज। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज में महंत नरेन्द्र गिरि की पार्थिव देह के दर्शन कर श्रद्धांजलि दी। मुख्‍यमंत्री ने कहा कि अखाड़ा परिषद के अध्‍यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की मौत के मामले में जो भी जिम्‍मेदार होगा, उसके खिलाफ सख्‍त कार्रवाई होगी। महंतजी की संदिग्ध मौत से पहले जिनसे उनकी बात हुई, उन सभी से पुलिस पूछताछ करेगी। पुलिस के मुताबिक महंत नरेंद्र गिरि की मोबाइल पर कई अहम सुराग मिले, जिसकी जांच की जा रही है। एडीजी जोन, आइजी रेंज व डीआइजी प्रयागराज एक टीम के रूप में इस घटना की जांच में जुटे हैं। दोषी अवश्‍य सजा पाएगा। इस संवेदनशील प्रकरण में अनावश्‍यक बयानबाजी से बचा जाए। जिम्‍मेदार को कानून के दायरे में लाकर कड़ी सजा दिलाई जाएगी।

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष तथा निरंजनी अखाड़े के सचिव महंत नरेन्द्र गिरि की संदिग्ध मौत से पूरा UP स्तब्ध हैं। CM योगी आदित्यनाथ ने महंत नरेन्द्र गिरि के आवास बाघम्बरी मठ जाकर उनको श्रद्धांजलि दी। CM ने कहा कि महंत नरेन्द्र गिरि जी की मृत्यु के मामले में बहुत साक्ष्य एकत्र कर लिए गए हैं। इसके बाद भी प्रदेश पुलिस कई वरिष्ठ अधिकारी अभी भी कुछ सच सामने लाने में जुट हैं। महंतजी की मौत के मामले में एक-एक सच को सामने लाया जाएगा, उनकी मौत का प्रकरण संदिग्ध नहीं रहेगा। साथ ही मुख्यमंत्री ने मठ में मौजूद सभी संतों से इस प्रकरण को लेकर अनावश्यक बयानबाजी से बचने की अपील भी की।

मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने कहा कि अखाड़ा परिषद के अध्‍यक्ष नरेंद्र गिरि की दुखद घटना से हम सभी दुखी हैं। यह आध्‍यात्मिक व धार्मिक समाज की अपूरणीय क्षति है। अखाड़ा परिषद व संत समाज की जो सेवा उन्‍होंने की वो अविस्‍मरणीय है। 2019 कुंभ की भव्‍यता को वैश्विक स्‍तर पर पहुंचाने में उनका मार्गदर्शन प्राप्‍त हुआ था। मान-अपमान की चिंता किए बगैर प्रयागराज कुंभ की भव्‍यता के लिए उन्‍होंने अपना पूरा समर्पण दिया था। उनकी इच्‍छा थी कि प्रधानमंत्री कुंभ में प्रयागराज पधारें, वो आए भी। नरेंद्र गिरि प्रयागराज के विकास को लेकर तत्‍पर रहते थे। कुंभ में आए श्रद्धालुओं की व्‍यवस्‍था और 13 अखाड़ों के बीच समन्‍वय और आए संतों की व्‍यवस्‍था के प्रति लगे रहते थे। साधु समाज, मठ-मंदिर की समस्‍याओं को लेकर उनका सहयोग प्राप्‍त होता था। उनके संकल्‍पों को पूरा करने की शक्ति उनके अनुयायियों को मिले। मंगलवार को पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए मठ में रखा रहेगा और पोस्‍टमार्टम व समाधि की प्रक्रिया बुधवार को पूरी की जाएगी।