VIP Car Number: VIP नंबर के लिए अब हर सप्ताह मौका,सबसे महंगा नंबर 0001, लेकिन पसंदीदा है 0007

परिवहन विभाग ने वाहन मालिकों की रूचि देखकर लिया निर्णय

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VIP Car Number: VIP नंबर के लिए अब हर सप्ताह मौका,सबसे महंगा नंबर 0001, लेकिन पसंदीदा है 0007

भोपाल:राजधानी सहित पूरे प्रदेश के वाहन मालिकों के लिए अच्छी खबर है। अब परिवहन विभाग ने अपने मनपसंद वाहन नंबर और वीआईपी नंबर को लेकर होने वाले आॅक्शन को लेकर नई व्यवस्था लागू कर दी है। अब वाहन मालिक हर सप्ताह यानी महीने में चार बार अपनी पसंद का नंबर लेने के लिए नीलामी में भाग ले सकता है। पहले यह व्यवस्था महीने में सिर्फ दो बार होती थी। परिवहन विभाग ने वाहन मालिकों की रूचि और अधिक से अधिक नंबर बेचने के उद्देश्य से यह व्यवस्था शुरू की है।

सोमवार से गुरुवार तक ले सकते हैं बोली में भाग
परिवहन विभाग के अनुसार पहले वाहनों के रजिस्ट्रेशन नंबर लेने के लिए ई-आॅक्शन का काम 15 दिन में एक बार होता था। अब इसे हर सप्ताह किया जा रहा है। विभाग ने अपने सर्वर को अपडेट कर दिया है, ताकि वाहन मालिक आसानी से यह नंबर ले सकें। इसमें सोमवार से लेकर गुरुवार तक ई-आॅक्शन की प्रक्रिया होती है। इसमें लोग अपना पसंदीदा नंबर और वीआईपी नंबर की निर्धारित राशि जमा करके आॅनलाइन बोली में भाग ले सकते हैं।

वीआईपी नंबर के मामले में इंदौर पहले तो भोपाल दूसरे नंबर पर…
प्रदेश में वाहनों के वीआईपी नंबर खरीदने में इंदौर के लोग सबसे आगे हैं। भोपाल दूसरे नंबर पर है, जबकि ग्वालियर तीसरे और जबलपुर चौथे स्थान पर है। मप्र परिवहन विभाग ने 1 अगस्त-2022 से प्रदेश में वीआईपी नंबर की सीरीज की नीलामी शुरू की थी। कुछ दिनों पहले यह व्यवस्था हर सप्ताह के लिए शुरू कर दी गई है। इन नंबरों को हासिल करने परिवहन विभाग की वेबसाइट पर बोली लगाई जाती है।

सबसे महंगा नंबर 0001, लेकिन पसंदीदा है 0007
परिवहन विभाग के अनुसार प्रदेश में बेस प्राइज के हिसाब से सबसे महंगा नंबर किसी भी सीरीज का 0001 होता है। इसका बेस प्राइज एक लाख रुपए तय है। इसी तरह, 0002 से लेकर 0009 तक सभी नंबर के बेस प्राइज 50 हजार रुपए तय किया गया है। लेकिन प्रदेश में सबसे ज्यादा पसंदीदा नंबर 0007 है। वाहन मालिक 0001 की अपेक्षा 0007 नंबर लेने में ज्यादा रूचि दिखाते हैं। यही कारण है कि हर सीरीज में हर जिले में 0007 के खरीददार सबसे ज्यादा होते हैं।