World Book Day 23rd April: एक गृहिणी का पुस्तकालय 

977

कविता 

एक गृहिणी का पुस्तकालय

किताबे
औंधी
पड़ी है
मसनद मे
आराम कुर्सी
मे
मुसका रही
पूजा
घर मे
गुनगुना
रही
झूले मे
हिलोर
ले रही
फाइल
से
झांक रही
दुकान
से
आवाज
दे
रही
तुम्हे
मेरी जरूरत
है


आज
गृहणी
ने
फिर एक
किताब
खरीदी
पैसे
बचाकर
हर
महीने
की तरह!!!!

वन्दिता श्रीवास्तव 

विश्व पुस्तक दिवस📚📚
23अप्रैल

Earth Day: धरती है तो हम है यह कथन हमे हर सांस के साथ याद रखना पड़ेगा। 

कहानी: वो कौन था