केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस, नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह,मंत्री उषा ठाकुर सहित कई नेता फंसे त्रिकोणीय मुकाबले में
जीत की राह आसान नहीं
भोपाल:
केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस, नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह, मंत्री उषा ठाकुर जैसे बड़े नेता सहित एक दर्जन से ज्यादा नेता इस बार त्रिकोणीय मुकाबले में फंस गए हैं। इन सीटों पर कांग्रेस-भाजपा के अलावा अन्य दल या निर्दलीय मजबूत टक्कर दे सकते हैं। त्रिकोणीय मुकाबले में भाजपा के ही नहीं बल्कि कांग्रेस के भी कई ताकतवर नेता उलझे हुए हैं। इन सभी सीटों पर मुकाबला रोचक होने की संभावना के चलते पूरे प्रदेश की नजर इन सीटों पर रहेगी।
गुरुवार को नाम वापसी के बाद अब मुकाबले की स्थिति साफ हो चली है। इसके बाद यह माना जा रहा है कि भाजपा और कांग्रेस के कई नेता कठिन मुकाबले में फंसे हुए हैं। उनकी सीटों पर न सिर्फ वे चुनाव में दम दिखाएंगे, बल्कि बसपा, सपा और आप के अलावा निर्दलीय भी उनकी सीट पर मजबूती से चुनाव लड़ेंगे।
केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर दिमनी से भाजपा उम्मीदवार हैं। यहां से कांग्रेस ने विधायक रवींद्र सिंह तोमर को उतारा है। वहीं इसी सीट से विधायक रह चुके बलवीर सिंह दंडौतिया बसपा से उम्मीदवार हैं।
– नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोंविद सिंह भी लहार सीट से त्रिकोणीय मुकाबले में हैं। भाजपा ने यहां से अमरीश शर्मा को उम्मीदवार बनाया है। जबकि यहां से रसास सिंह बसपा से उम्मीदवार हैं। वे चार बार के विधायक हैं।
– मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया अटेर से उम्मीदवार हैं, यहां से कांग्रेस ने हेमंत कटारे को टिकट दिया है। इन दोनों के अलावा मुन्ना सिंह भदौरिया भी यहां से चुनाव लड़ रहे हैं। मुन्ना सिंह भदौरिया इसी सीट से विधायक रह चुके हैं।
– विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष एनपी प्रजापति के सामने गोटेगांव से भाजपा के महेंद्र नगेश् के अलावा शेखर चौधरी भी मैदान में हैं। शेखर को कांग्रेस ने पहले टिकट दे दिया था, बाद में उनका टिकट बदल दिया गया था। शेखर चौधरी भी यहां से विधायक रह चुके हैं।
– महू से मंत्री उषा ठाकुर त्रिकोणीय मुकाबलें में फंसी हुई है। कांग्रेस से बागवत कर निर्दलीय उतरे अंतर सिंह दरबार ने भी यहां के मुकाबला त्रिकोणीय कर दिया है। कांग्रेस ने यहां पर रामकिशोर शुक्ला को टिकट दिया है।
– पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस इस बार त्रिकोणीय मुकाबले में हैं। यहां पर कांग्रेस के सुरेंद्र सिंह शेरा के अलावा प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष नंद कुमार सिंह चौहान के बेटे हर्षवर्धन सिंह चौहान भी मुकाबले में हैं।
– सिंगरौली की महापौर रानी अग्रवाल के मैदान में आप से उतरते ही यहां पर भी त्रिकोणीय मुकाबला हो गया है। भाजपा के रामनिवास शाह, कांग्रेस में यहां से रेणु शाह को उम्मीदवार बनाया है। यहां पर तीनों के बीच रौचक मुकाबला होगा।
– मुरैना भाजपा के पूर्व मंत्री रुस्तम सिंह के बेटे राकेश सिंह बसपा से उम्मीदवार हैं। कांग्रेस ने दिनेश गुर्जर और भाजपा रघुराज सिंह कंसाना को अपना उम्मीदवार है। तीनों के बीच कड़े मुकाबले की संभावना है।
*ये विधायक उतरे तो हुआ त्रिकोणीय मुकाबला*
तीन विधायकों ने भी भाजपा-कांग्रेस के सामने त्रिकोणीय मुकाबला खड़ा कर दिया है। सीधी से विधायक केदार नाथ शुक्ला का भाजपा ने टिकट काटा तो वे निर्दलीय मैदान में हैं। भिंड से विधायक संजीव सिंह कुशवाह को भाजपा ने टिकट नहीं दिया तो वे फिर से बसपा में गए और चुनाव लड़ रहे हैं। मैहर से नारायण त्रिपाठी ने अपनी नई विंध्य जनता पार्टी का गठन कर चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं पूर्व विधायक एवं सांसद प्रेम चंद गुड्डू आलोट से निर्दलीय उतरे हैं। पूर्व विधायक ममता मीणा चाचौड़ा ने आप से उतर कर मुकाबला रोचक कर दिया है। इनके अलावा भोपाल उत्तर, सुमावली, सिरमौर, निवाड़ी में भी त्रिकोणीय मुकाबला बना हुआ है।
धार में चार के बीच मुकाबले से
इस बार धार विधानसभा में पहली बार चार ताकतवर उम्मीदवारों के बीच में मुकाबला दिखाई दे रहा है। भाजपा और कांग्रेस से एक-एक नेता बागी होकर यहां से चुनाव लड़ रहे हैं। यहां पर कांग्रेस ने प्रभा गौतम और भाजपा ने नीना विक्रम वर्मा को उम्मीदवार बनाया है। वहीं यहां से भाजपा से बगावत कर राजीव यादव मैदान में हैं। इसी तरह कांग्रेस से बगावत कर कुलदीप बुंदेला भी मैदान में हैं। इन चारों के बीच में मुख्य मुकाबला माना जा रहा है।