बदल दिया बीजेपी ने अपना ही फार्मूला 75+ का ,क्या यह आगे अपने ही रास्ते खोलने का कोई नया गणित है !
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने अपनी पांचवीं सूची शनिवार को जारी कर दी। यह सूची कुछ मामलों मे खास नजर आ रही है ,जो इस बात का इशारा भी कर रही है कि फार्मूले समय के साथ बदले भी जा सकते है । देश के सियासी हालात में हो रहे बदलाव के बीच बीजेपी अपने एक फॉर्म्युले में ढील दे दी है।पार्टी ने सतना जिले की नागौद विधानसभा सीट से पूर्व मंत्री नागेंद्र सिंह को अपना प्रत्याशी बनाया है।
81 वर्षीय नागेंद्र सिंह खजुराहो लोकसभा सीट से सांसद भी रह चुके हैं। इस बार चुनाव की घोषणा से पहले नागौद विधानसभा के रहिकवारा में भूमिपूजन के दौरान विधायक नागेंद्र सिंह ने मंच से चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा कर दी थी। उन्होंने कहा था कि वे अब चुनाव नहीं लड़ना चाहते और युवाओं को मौका देना चाहते हैं। इसके बावजूद पार्टी ने उन्हें चुनावी मैदान में उतार दिया।नागेंद्र सिंह नाम के ही एक और उम्रदराज रीवा जिले की गुढ़ सीट से वर्तमान विधायक हैं। पार्टी ने 81 वर्षीय सिंह पर फिर भरोसा जताया है। सिंह 2013 के चुनाव में यह घोषणा कर चुके थे कि यह उनका आखिरी चुनाव है। इसके बावजूद 2018 में पार्टी ने उन्हें फिर प्रत्याशी बनाया। अब वे फिर 2023 में उम्मीदवार हैं।
पार्टी ने 76 वर्षीय पूर्व वित्तमंत्री जयंत कुमार मलैया को दमोह से फिर टिकट दिया है। मलैया पिछले चुनाव में कांग्रेस के राहुल लोधी से कम मतों से हार गए थे। राहुल लोधी कांग्रेस छोड़कर अब भाजपा में आ गए हैं। वह भी इस सीट से एक दावेदार थे, लेकिन पार्टी ने उम्रदराज मलैया पर ही दांव चला है।
भाजपा ने पांचवीं सूची में ग्वालियर पूर्व सीट से 74 वर्षीय पूर्व मंत्री माया सिंह को प्रत्याशी बनाया है। माया सिंह खुद टिकट से बच रही थीं। वे चाहती थीं कि बेटे को टिकट मिले, लेकिन भाजपा ने सिंधिया की मामी यानी माया सिंह पर भरोसा जताया है।बता दें कि भाजपा में अभी तक 75 का फार्मूला लागू है लेकिन इस इशारे से ऐसा लग रहा है कि यह फार्मूला अबागामी चुनाव में लागू नहीं होगा पर लागू नहीं होगा। पीएम मोदी 2025 में 75 साल के हो जाएंगे। इस बात से यह भी संकेत मिल रहे हैं कि 2024 के लोकसभा चुनाव में भी पीएम मोदी का चेहरा ही प्रधानमंत्री उम्मीदवार के तौर पर रहेगा।