राहुल गांधी जयपुर में BJP के बब्बर शेर पर गरजें,कांग्रेस के हर कार्यकर्ता को बताया बब्बर शेर

मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि कांग्रेसनीत सरकार के सत्ता में आने पर तत्काल महिला आरक्षण बिल को करेंगे लागू

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राहुल गांधी जयपुर में BJP के बब्बर शेर पर गरजें,कांग्रेस के हर कार्यकर्ता को बताया बब्बर शेर

ERCP दोनों पार्टियों के लिए बनी नाक का सवाल

गोपेंद्र नाथ भट्ट की रिपोर्ट 

 

राजस्थान विधान सभा के चुनाव में अब महज दो माह का समय शेष है और अक्टूबर के पहले सप्ताह या उसके बाद कभी भी चुनाव तिथियों की घोषणा के साथ ही प्रदेश में आचार संहिता लागू हो सकती है। इससे पहले प्रदेश में राजनेताओं के सघन दौरों का क्रम बढ़ गया है।

 

शनिवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का जयपुर में दौरा हुआ । जयपुर में शनिवार को प्रदेश कांग्रेस के नए भवन शिलान्यास के अवसर पर राहुल गाँधी भाजपा के बब्बर शेर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर गरजें और हर कांग्रेस कार्यकर्ता को बब्बर शेर बताया और उनका आह्वान किया कि वे बब्बर शेर बन कर ही भाजपा का मुक़ाबला करें ।वहीं कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि वर्ष 2024 में कांग्रेस की सरकार सत्ता में आई तो हम तत्काल महिला आरक्षण को लागू करेंगे।

 

दूसरी ओर ईआरसीपी दोनों पार्टियों के लिए नाक का सवाल बन गई है लेकिन इसे लेकर दोनों पार्टियों में राजनीति रुकने का नाम नही ले रही।

 

वैसे मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का शनिवार का जयपुर दौरा काफी चर्चाओं में रहा। विशेष कर ईआरसीपी को लेकर पच्चीस सितंबर से शुरू होने वाली मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की आशीर्वाद यात्रा को अचानक स्थगित किए जाने की घोषणा से राजनीतिक हलकों में कई प्रकार के कयास लगने लगे । मुख्यमंत्री गहलोत ने ईआरसीपी से प्रभावित 13 जिलों में आशीर्वाद यात्रा निकालने का ऐलान किया था। राजनीतिक पण्डितो के अनुसार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की आशीर्वाद यात्रा चूंकि पूर्वी राजस्थान में होने वाली थी इसलिए सचिन पायलट और उनके समर्थकों ने पार्टी हाई कमान से चुनाव पूर्व पार्टी में गुटबाजी बढ़ने का अंदेशा दर्शाते हुए इस यात्रा को फिलहाल स्थगित कराने की गुजारिश की थी। पार्टी हाई कमान ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से वार्ता कर प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के द्वारा इसकी घोषणा कराई।

राजनीतिक जानकारों के अनुसार इससे प्रदेश कांग्रेस के मतभेद भी उजागर हुए। स्वयं पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने राजस्थान में कांग्रेस पार्टी में मतभेद होने की बात कही और उसे समाप्त करने का आग्रह भी किया ।बताया जा रहा है कि चूंकि मुख्यमंत्री गहलोत की पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना को लेकर यात्रा करने का मूल उद्देश्य केंद्र सरकार तथा केंद्रीय जल शक्ति मंत्री को घेरने का है। भाजपा के सूत्र बताए है कि इसके जवाब में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पच्चीस सितंबर को जयपुर के पास होने वाली रैली में इस बारे में कोई स्पष्टीकरण दे सकते है।

पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना कांग्रेस और भाजपा दोनों के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बनी हुई है और दोनों पार्टियां इसका श्रेय स्वयं लेना चाहती है। देखना होगा कि आने वाले दिनों में ईआरसीपी को लेकर राजनीति किस सीमा तक बढ़ कर आगे जाती है।

 

प्रदेश कांग्रेस के नए भवन का शिलान्यास अवसर पर राहुल गाँधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर अप्रत्यक्ष वार करते हुए कहा कि कांग्रेस का हर कार्यकर्ता बब्बर शेर है ।उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि हमें भाजपा से डरना नहीं है ।भाजपा से मुकाबला करने के लिए सीधे तौर पर दो सवाल करने हैं ,पहला पीएम मोदी और गौतम अडानी के बीच में क्या रिश्ता है और दूसरा जातिगत आधार पर देश में जनगणना कराई जानी चाहिए। उन्होंने केंद्र सरकार से यह मांग भी कि कांग्रेस ने जातिगत जनगणना कराई थी उसे उजागर किया जाए।राहुल गाँधी ने कहा कि कांग्रेस महिला आरक्षण की व्यवस्था को तत्काल लागू करने के पक्ष में है।

 

इसी प्रकार कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि वर्ष 2024 में कांग्रेस नीत सरकार सत्ता में आई तो हम तत्काल महिला आरक्षण को लागू करेंगे।जब तक महिलाओं को आरक्षण नहीं मिलेगा कांग्रेस संघर्ष करती रहेगी।

खड़गे ने कहा कि नई संसद भवन के लोकार्पण अवसर पर राष्ट्रपति का अपमान किया गया। उन्हें आदिवासी होने के कारण नहीं बुलाया गया। जब संसद भवन का शिलान्यास किया गया था उसे समय भी रामनाथ कोविंद राष्ट्रपति थे लेकिन उन्हें भी शिलान्यास में नहीं बुलाया गया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी दलित और आदिवासी वोटो का इस्तेमाल करते हैं लेकिन उन्हें अहमियत नहीं देते।

खड़गे ने स्पष्ट तौर पर राजस्थान में कांग्रेस पार्टी में मतभेद होने की बात कही और सभी से उसे समाप्त करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि जब पार्टी मजबूत होगी तभी ही हमारी सरकार नहीं बनेगी अन्यथा नहीं कुछ होने वाला है। खड़गे ने पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं लो मतभेद बुलाकर एकजुट होकर काम करने की सलाह दी।उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि नाराज साथी को मनाओ और सरकार के कामों को आम लोगों के घर-घर तक ले जाकर के वापस से सरकार रीपिट करो।

आसन्न विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश की राजनीतिक घटनाक्रम में क्या क्या आयाम जुड़ते है ?विशेष कर कांग्रेस भाजपा दोनो पार्टियों के व्याप्त मतभेदों में कमी आयेंगी अथवा नही यह देखना दिलचस्प होंगा और यदि हालात अभी भी नही सुधरे तो इसका ख़ामियाज़ा भुगतने के लिए इन पार्टियों को तैयार रहना होंगा।

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