बसों में आनलाईन टिकिट पर 10 फीसदी छूट

लोक सेवा परिवहन आटीफिशियल इंटेलीजेंस से होगा लैस,ड्राइवर नशे में, फोन पर, झपकी भी लेगा तो मिलेगा अलर्ट

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बसों में आनलाईन टिकिट पर 10 फीसदी छूट

भोपाल:  मध्यप्रदेश में अगले साल अप्रैल से जून के बीच इंदौर से शुरु हो रही सरकारी लोक परिवहन सेवा में सफर करने वाले यात्रियों को आनलाईन टिकिट खरीदने वाले यात्रियों को परिवहन विभाग पांच से दस प्रतिशत की छूट देगा। इस सेवा में यात्री सुरक्षा पर पूरा फोकस रहेगा और आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस का उपयोग भी किया जाएगा। बस चला रहा ड्राइवर यदि नशे में है, फोन पर बात कर रहा है या उसे झपकी भी आ जाए तो उसके सामने लगा कैमरा उसे आब्जर्व कर स्टेट कंट्रोल एंड कमांड सेंटर पर अलर्ट भेज देगा। वहां से बस के अन्य स्टॉफ के पास तत्काल फोन आएगा और किसी भी प्रकार की दुर्घटना को रोकने के लिए पूरा अमला सतर्क हो जाएगा।

मध्यप्रदेश में शुरु हो रही सरकारी लोक परिवहन सेवा पहली बार इंटीग्रेटेड ट्रांसपोर्ट मैनेजमेंट सिस्टम से लैस होगी। यह देश का सबसे पहला अत्याधुनिक और सुरक्षित मॉडल होगा। इस सेवा में यात्री के संचालन के लिए मोबाइल एप बनाया जाएगा। इसका उपयोग कर यात्री यात्रा की योजना बना सकेंगे। बस आगमन का समय देख सकेंगे। टिकिट बुक कर सकेंगे। सीट आरक्षित कर सकेंगे। पार्सल डिलीवरी बुक करने के लिए आईपीटी बुकिंग का उपयोग कर सकेंगे। यात्री आनलाईन टिकिट बुक कर सकेंगे। आनलाईन भुगतान कर सकेंगे। बस स्टॉप पर भी आनलाईन बुकिंग सुविधा उपलब्ध होगी। यूपीआई, गूगल पे और अन्य आनलाईन भुगतान माध्यमों से इसे जोड़ा जाएगा। सबसे खास बात यह होगी कि जो यात्री आनलाईन बुकिंग करेंगे, पहले से भुगतान करेंगे उन्हें टिकिट में पांच से दस प्रतिशत की छूट दी जाएगी।आनलाईन पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम में यात्री अपनी सुविधानुसार टिकिट बुक कर सकेंगे और सीट आरक्षित कर सकेंगे। आनलाईन पोर्टल पर और एप पर भुगतान कर सकेंगे। आटोमेटिक फेयर कलेक्शन सिस्टम भी इसमें लगाया जाएगा। सभी स्थानों पर एक समान टिकिटिंग, यूपीआई और एनसीएमसी आधारित भुगतान, डिजिटल टिकिट और रियासती पास का सत्यापन, किराया संग्रह की केन्द्रीयकृत व्यवस्था इससे सुनिश्चित की जाएगी। सीट अवेलेबिलिटी मैनेजमेंट सिस्टम में बुकिंग के लिए प्रत्येक सेवा की सीट उपलब्धता का प्रबंधन किया जाएगा। आईपीटी बुकिंग सिस्टम में एकल मंच पर आईपीटी आपरेटरों का एकत्रीकरण, परिवहन सेवाओं और अंतिम मील कनेक्टिविटी का विस्तार हो सकेगा।

वाहनों को आटोमेटिक व्हीकल लोकेशन सिस्टम से लैस किया जाएगा। इससे सभी वाहनों की रियल टाईम लोकेशन मिल जाएगी। वास्तविक मार्ग पर बस चले, बीच में न लौटै, ओवरलोडिंग न हो, अनियंत्रित गति न हो इसकी भी निगरानी की जाएगी। वाहन इंसीडेंस मैनेजमेंट सिस्टम से लैस होगा इसमें प्रभावी संचालन नियंत्रण के लिए घटनाओं, उल्लंघनों की निगरानी और संचालन की निगरानी की जाएगी। पैसेंजर इनफार्मेशन सिस्टम में हर जगह वसों के आगमन और अपेक्षित समय की जानकारी और सूचना मिलेगी।

*परमिट मैनेजमेंट सिस्टम-* परिवहन विभाग स्वयं परमिट लेगा और निजी बस आॅपरेटर अनुबंध कर पूरे प्रदेशभर में बसों का संचालन करेंगे। इस सिस्टम के जरिए परमिट कहां रिक्त है यह देखा जा सकेगा। किस बस मालिक को परमिट मिला यह भी आनलाईन दिखेगा। परमिट अनुपालन, उल्लंघन की निगरानी हो सकेगी। परमिट प्रबंधन और परमिट रद्द करने का काम भी होगा।

*एआई आधारित यात्री चैटबॉट-* 

वार्तालाप आधारित एआई चैटबॉट के माध्यम से यात्रियों के लिए स्वयं सेवा सुविधा भी दी जाएगी। एआई आधारित शिकायत निवारण से शीघ्र और कुशल समाधान हो सकेगा। वीडियो आडिट एंड विजिलेंस सिस्टम के जरिए बस में यात्रियोें की संख्या के साथ यात्री टिकिट आडिट, सतर्कता संचालन का प्रबंधन और जमीनी स्तर पर टीम का कुशल प्रबंधन किया जाएगा।