11 IAS अधिकारी देखेंगे प्रदेश के 55 जिलों में आश्रम, छात्रावासों की सुविधाएं और कमियां
भोपाल : प्रदेश के 11 IAS अधिकारी प्रदेश में विमुक्त घुमन्तु एवं अर्ध घुमन्तु जनजातियों के विद्यार्थियों के लिए संचालित छात्रावास, आश्रम और सामुदायिक कल्याण केन्द्रों में व्यवस्थाओं को सुचारु रुप से रखने के लिए प्रदेश के आश्रम, छात्रावास और सामुदायिक कल्याण केन्द्रों में कमी तथा सुविधाओं को बेहतर जाने के लिए राज्य सरकार को अनुशंसाएं करेंगे।
जिन आईएएस अधिकारियों को यह जिम्मेदारी दी गई है उनमें पी नरहरि को इंदौर, खरगौन, खंडवा और बुरहानपुर, नवनीत कोठारी को धार, बड़वानी, डॉ संजय गोयल को उज्जैन, नीमच, मंदसौर, रतलाम, एम सेलवेन्द्रन को शाजापुर, देवास, रघुराज एम आर को भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, शिल्पा गुप्ता को नर्मंदापुरम, जान किंग्सली ए आर को छिंदवाड़ा, श्रीमन शुक्ला को अनूपपुर, सिबि चक्रवर्ती सम को सागर, टीकमगढ़, छतरपुर, ओमप्रकाश श्रीवास्तव को ग्वालियर, गुना, शिवपुरी, अशोकनगर और ललित दाहिमा को भिंड मुरैना की जिम्मेदारी दी गई है।
ये अधिकारी राज्य सरकार को आश्रम छात्रावासों की समस्याओं यहां की कमियों और सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए प्रतिवेदन देंगे। प्रभारी अधिकारियों द्वारा आवंटित जिलों में छात्रावास, आश्रम और सामुदायिक कलण केन्द्रों का हर दो माह में तीन दिन आकस्मिक निरीक्षण किया जाएगा। यहां मिलने वाली कमियों और मौजूदा सुविधाओं को बेहतर किये जाने एवं सफल संचालन के संबंध में सुझाव और प्रतिवेदन संबंधित विभाग विमुक्त घुमन्तु और अर्ध घुमन्तु जनजाति के अपर मुख्य सचिव, सभागायुक्त और प्रभारी अपर मुख्य सचिव कको देंगे।