भगोरिया पर्व में एक दिन में 12 डोमेस्टिक पर्यटकों ने टेंट सिटी में किया रूम बुक

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Bhagoriya: परिणय पर्व या वैलेंटाइन डे नही, मस्ती और उल्लास का पर्व है भगोरिया

भगोरिया पर्व में एक दिन में 12 डोमेस्टिक पर्यटकों ने टेंट सिटी में किया रूम बुक

भोपाल। झाबुआ और अलीराजपुर जिले में चल रहे भगोरिया पर्व में ईको पर्यटन बोर्ड द्वारा मेले में सैलानियों की सुविधा को लेकर लगाए गए टेंट सिटी में एक दिन में 12 सैलानियों ने कमरा बुक कराया। जिसमें से 4 लोग गुजरात राज्य के है। ईको पर्यटन बोर्ड मेले में पहली बार सैलानियों की सुविधा को लेकर पहली बार टेंट सिटी लगाया है।

बोर्ड की CEO समीता राजौरा ने बताया कि बोर्ड की टीम सैलानियों से टेंट सिटी में रूकने की लगातार अपील कर रही है। उन्होंने बताया कि सैलानियों के पास रूकने के लिए इससे सस्ता और बेहतर कोई दूसरा विकल्प मेले में नहीं है।

गौरतलब है कि झाबुआ और अलीराजपुर जिले में 18 से 24 मार्च तक दोनों जिले के छह स्थानों पर आदिवासी संस्कृति से जुड़ा हुआ विश्व प्रसिद्ध मेले का आयोजन हो रहा है। भगोरिया पर्व में टेंट सिटी लगाने की जिम्मेदारी भोपाल के कठोतिया समिति ने लगाई है। टेंट सिटी में सैलानियों के लिए सभी तरह की आधुनिक सुविधाएं मौजूद हैं। एक कमरे का प्रतिदिन किराया 1450 रूपये है। टेंट सिटी में रूके सभी सैलानियों को बोर्ड झाबुआ और अलीराजपुर से जुड़ी संस्कृति और प्रकृति का दर्शन भी करा रहा है।

गौरतलब है कि भगोरिया पर्व में आदिवासी समाज मेले के बहाने दुनिया के सामने अपनी समृद्धि और अपनी परंपरा को एक अनूठे अंदाज में पेश करते है।

स्थानीय व्यंजनों का मुरीद हुए सैलानी-
ईको पर्यटन बोर्ड, सैलानियों के लिए झाबुआ और अलीराजपुर जिले से जुड़े स्थानीय व्यंजनोें का जायका परोस रहा है। अलीराजपुर जिले का लोकप्रिय व्यंजन दाल- पनिया, चूरमा – बाटी और कड़कनाथ मुर्गे के स्वाद का भी सैलानी जमकर लुत्फ उठा रहे है। बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि सैलानी स्थानीय व्यंजनों के मुरीद बन गए हैं। सैलानियों के लिए स्थानीय राग- संस्कृति से जोड़ने के लिए स्थानीय समिति शाम को आदिवासी संगीत की छटा बिखेर रही है। गौरतलब है कि 23 मार्च को वन विभाग के आला अधिकारी भी भगोरिया पर्व में शामिल होने के लिए जा रहे हैं।