15 अफसरों को 2016, दो को 2017 और 10 अफसरों को 2018 का IAS बैच मिला

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Shortage of IAS Officers

15 अफसरों को 2016, दो को 2017 और 10 अफसरों को 2018 का IAS बैच मिला

भोपाल: DOPT ने राज्य प्रशासनिक सेवा के अफसरों को IAS अवार्ड करने के बाद उन्हें बैच इयर अलाट कर दिया है। वर्ष 2021 और 2022 की डीपीसी के बाद IAS बनने वाले अफसरों को 2016 से 2018 तक के बैच आवंटित किए गए हैं। इस बैच आवंटन में अफसरों को तीन से नौ साल तक की अवधि का फायदा मिला है।

वर्ष 2021 की डीपीसी के आधार पर IAS अवार्ड पाने वाले अफसरों में 15 को वर्ष 2016 का कैडर आवंटित हुआ है। इन अफसरों की वरिष्ठता 2015 बैच की विदिशा मुखर्जी के बाद शुरू हुई है।

इस तरह वर्ष 2016 के बैच में शामिल किए गए अफसरों में राजेश कुमार जैन, प्रमोद कुमार शुक्ला, गजेंद्र सिंह नागेश, प्रताप नारायण यादव, अनुराग सक्सेना, मल्लिका निगम नागर, अजीजा सरशार जफर, सपना पंकज सोलंकी, मंजुषा विक्रांत राय, संघमित्रा गौतम, कीर्ति खुरासिया, जगदीश कुमार गोमे, दिशा प्रणय नागवंशी के नाम हैं।

वर्ष 2022 की डीपीसी में सिलेक्ट घोषित किए गए अफसरों को वर्ष 2017 और वर्ष 2018 बैच आवंटित किए गए हैं। इनमें देवेंद्र कुमार नागेंद्र और मनोज कुमार सरियाम को वर्ष 2017 का बैच दिया गया है। वहीं जीएस धुर्वे, राम प्रकाश अहिरवार, अभय सिंह ओहरिया, संदीप केरकेट्टा, अंजलि जोसेफ, रेखा राठौर, नवीत कुमार धुर्वे, सोजान सिंह रावत, वंदना शर्मा और अर्चना सोलंकी को वर्ष 2018 का बैच आवंटित किया गया है।

डीओपीटी के आदेश में कुछ अफसरों द्वारा हाईकोर्ट में दायर केस के फैसले के आधार पर भी निर्णय लिए जाने की बात कही गई है। कोर्ट में सीनियरिटी को लेकर जिन अफसरों ने केस लगा रखे हैं उनमें कमल नागर, नारायण प्रसाद नामदेव, विनय निगम, अरुण परमार, राजेश ओगरे, विवेक श्रोत्रिय, भारती ओगरे, डॉ वरद मूर्ति मिश्रा के नाम शामिल हैं।