16 Mayoral Elections : सभी 16 महापौर पदों पर कड़े मुकाबले, बीजेपी के सामने बड़ी चुनौती!

16 Mayoral Elections : सभी 16 महापौर पदों पर कड़े मुकाबले, बीजेपी के सामने बड़ी चुनौती!

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16 Mayoral Elections : सभी 16 महापौर पदों पर कड़े मुकाबले, बीजेपी के सामने बड़ी चुनौती!

पिछले चुनाव में क्लीन स्वीप करने वाली बीजेपी के सामने कांग्रेस ने पूरा जोर लगाया

Bhopal : नगरीय निकाय चुनाव मध्यप्रदेश की राजनीति में खासा असर डाल सकते हैं। यही कारण है कि इन 16 नगर निगमों के महापौर के चुनाव बीजेपी के लिए बेहद अहम हैं। पूरे चुनाव अभियान के दौरान कांग्रेस और भाजपा दोनों का पूरा जोर महापौर उम्मीदवार को जिताने पर रहा। पिछले चुनाव में सभी 16 नगर निगमों में क्लीन स्वीप करने वाली बीजेपी को इस बार अधिकांश सीटों पर कड़ी टक्कर मिलती दिखाई दे रही है। कांग्रेस ने भी दावा किया कि इस बार के नतीजे पिछले नगरीय निकाय चुनाव से उलट होंगे। बीजेपी और कांग्रेस पूरा दम लगा रही हैं। दोनों पार्टियों ने पहले चरण में 11 नगर निगम के चुनाव में जीत के लिए ऐड़ी-चोटी का जोर लगा दिया था। जबकि, आज 13 जुलाई को हुए बाकी 5 नगर निगमों में भी कोई कसर नहीं छोड़ी गई।
भोपाल में बीजेपी ने पूर्व पार्षद मालती राय को महापौर पद का उम्मीदवार बनाया। यहां मालती का कांग्रेस की पूर्व महापौर विभा पटेल से मुकाबला है। यहां दोनों के बीच कड़ी टक्कर है। इसी तरह इंदौर में कांग्रेस ने विधायक संजय शुक्ला को टिकट दिया है। संजय काफी पहले ही उम्मीदवार घोषित हो गए थे। उन्होंने अपना चुनाव प्रचार भी शुरू कर दिया था। ऐसे में बीजेपी के पुष्यमित्र भार्गव से उनका मुकाबला कड़ा हो गया। पुष्यमित्र भार्गव की उम्मीदवारी से कई दावेदार नाराज हुए और इस असर प्रचार में भी दिखाई दिया।
कांग्रेस ने इस बार तीन विधायकों समेत एक पूर्व विधायक की पत्नी को मैदान में उतारा है। कांग्रेस के सामने अच्छी बात यह है कि इन प्रत्याशियों के पास पहचान का संकट नहीं है और उनका अपने क्षेत्र में तगड़ा नेटवर्क है। जबलपुर में शहर कांग्रेस के अध्यक्ष को टिकट दिया। ग्वालियर में विधायक सतीश सिकरवार की पत्नी शोभा सिकरवार मैदान में हैं। सतीश 2018 का विधानसभा चुनाव भाजपा से लड़े थे और कांग्रेस के मुन्नालाल गोयल से हार गए थे। लेकिन, उपचुनाव में वे कांग्रेस में आ गए और भाजपा के मुन्नालाल गोयल को हरा दिया। भाजपा ने यहां पर सुमन शर्मा को उम्मीदवार बनाया है। यहां मुकाबला कड़ा है। यहां ज्योतिरादित्य जिसे टिकट दिलवाना चाह रहे थे, भाजपा ने उसे नकार दिया। इस कारण भाजपा का सिंधिया समर्थक धड़ा पूरी तरह निष्क्रिय रहा।

इन तीन पर भी कड़ी जंग
उज्जैन, खंडवा और बुरहानपुर में भी बीजेपी आराम की स्थिति में नहीं है। उज्जैन में कांग्रेस के महापौर उम्मीदवार मुकेश परमार के सामने बीजेपी के मुकेश टटवाल प्रचार के दौरान कमजोर लगे। खंडवा को बीजेपी का गढ़ माना जाता है, पर यहां कांग्रेस नेता अपनी उम्मीदवार आशा मिश्रा की जीत के दावे कर रहे हैं। उनके सामने बीजेपी की अमृता यादव मुकाबले में है। जबकि, बुरहानपुर में कांग्रेस की शहनाज अंसारी के सामने बीजेपी की माधुरी दीक्षित चुनाव लड़ रही हैं। यह मुस्लिम बहुल इलाका है, इसलिए मुकाबला रोचक है!

सतना में मुकाबला रोचक
सतना में बीजेपी ने योगेश ताम्रकार को मैदान में उतारा है। वे संघ से बीजेपी में आए हैं। लेकिन, यहां पर कांग्रेस ने विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा को उतार कर मुकाबले को रोचक बना दिया है। बीएसपी भी यहां पर चुनाव मैदान में है। बीएसपी का यहां पुराना प्रभाव है, जो बीजेपी को नुकसान पहुंचा सकता है। सिंगरौली में भी मुकाबला कड़ा माना जा रहा है, लेकिन यहां ‘आप’ पार्टी के उम्मीदवार ने कांग्रेस के अरविंद सिंह चंदेल और भाजपा के चंद्रप्रताप विश्वकर्मा दोनों को जोर करवा दिया।

सागर में भी ऊंट की करवट का इंतजार
सागर जैन बहुल शहर है। यहां पर कांग्रेस ने पूर्व विधायक सुनील जैन की पत्नी निधि जैन को उम्मीदवार बनाया। देवरी से पूर्व विधायक रहे सुनील जैन भाजपा विधायक शैलेंद्र जैन के भाई हैं। सुनील के साथ भी पहचान का संकट नहीं है। ऐसे में निधि जैन बीजेपी के सुशील तिवारी की पत्नी संगीता तिवारी को कड़ी टक्कर दे सकती हैं। छिंदवाड़ा में भी कांग्रेस के विक्रम आहाके और बीजेपी के अनंत धुर्वे के बीच टक्कर देखी जा है।

दूसरे चरण में कांटे की टक्कर
दूसरे चरण में आज 13 जुलाई को पांच नगर निगमों कटनी, रतलाम, देवास, रीवा, मुरैना में मतदान हुआ। इनमें सबसे रोचक मुकाबला रतलाम और मुरैना का माना जा रहा है। रतलाम में बीजेपी के महापौर उम्मीदवार प्रहलाद पटेल और कांग्रेस के मयंक जाट के बीच सीधा मुकाबला है। बीजेपी के बागी उम्मीदवार अरुण राव के मैदान में होने से बीजेपी के टक्कर मुश्किल हो गई। बीजेपी के उम्मीदवार प्रहलाद पटेल का वायरल वीडियो भी नई चुनौती बन गया। देवास में महापौर पद के बीजेपी उम्मीदवार गीता अग्रवाल और कांग्रेस की विनोदनी व्यास के सामने निर्दलीय मनीषा चौधरी कड़ी टक्कर दे रही हैं। इसलिए यहां त्रिकोणीय मुकाबला है। निर्दलीय के कारण कांग्रेस को नुकसान का अंदेशा है। मनीषा कांग्रेस महासचिव शिवा चौधरी की बहू हैं।

टक्कर से कोई जगह बची नहीं
रीवा नगर निगम में 24 साल से भाजपा का कब्ज़ा है। लेकिन, इस बार कांग्रेस ने इसमें उलझन खड़ी कर दी। कांग्रेस और बीजेपी में सीधी टक्कर है। भाजपा के प्रबोध व्यास के लिए कांग्रेस के उम्मीदवार अजय मिश्रा बाबा ने मुकाबला मुश्किल बना दिया। यहां महापौर के लिए 13 प्रत्याशी मैदान में हैं। जबकि, कटनी में महापौर पद के लिए 12 उम्मीदवार मैदान में हैं। यहां बीजेपी की ज्योति बीना दीक्षित और कांग्रेस की श्रेहा रौनक खंडेलवाल में सीधी टक्कर है। यहां बीजेपी की बागी प्रीति सूरी ने टेंशन बढ़ा दी। ग्वालियर-चंबल इलाके की मुरैना नगर निगम में भाजपा की उम्मीदवार मीना मुकेश जाटव और कांग्रेस की शारदा सोलंकी के बीच कड़ी टक्कर है। बीजेपी के लिए यह प्रतिष्ठा का मुकाबला बन गया है। महापौर के लिए मुरैना में चार प्रत्याशी मैदान में हैं।