

2 Tall Chariots Fell in Fair : बंगलुरू के पास धार्मिक मेले में 150 फीट से ज्यादा ऊंचे 2 रथ गिरे, एक की मौत कई घायल!
इस हादसे का कारण अचानक तेज आंधी बताया जा रहा जिस वजह से रथ गिरे!
Bangalore : एक मेले में आज दो बड़े रथ गिर गए। इस हादसे में 26 साल के एक युवक की मौत हो गई। हादसे में करीब एक दर्जन से ज़्यादा लोग घायल हुए। यह रथ लकड़ी के खंभों से बने थे और इनकी ऊंचाई 150 फीट से भी ज़्यादा थी। यह घटना बेंगलुरु-होसुर हाईवे पर, हुस्कुर के पास मद्दुरम्मा देवी जात्रे मंदिर के मेले में हुई। तीन गंभीर रूप से घायल हुए, जिनमें दो महिलाएं हैं। मेले में चार ऊंचे रथ एक मंदिर के सामने आने वाले थे। अचानक मौसम बदला और तेज आंधी चलने लगी। इस आंधी मे दो रथ अपना संतुलन खो बैठे और बुरी तरह से हिलने लगे। लोग जान बचाकर भागे। लोग रथ के नीचे दबने से बचने के लिए हटे भी, पर कई चपेट में आ गए।
डोड्डानगमंगला के रहने वाले एक भक्त ने बताया कि मैं अपने गांव के 150 फीट ऊंचे रथ से थोड़ा आगे था। तभी मैंने चीखें सुनीं। जब मैंने पीछे मुड़कर देखा, तो मैंने सजा हुआ रथ गिरते हुए दिखा। मेरा दिल दहल गया। क्योंकि, वह ज़ोर की आवाज़ के साथ ज़मीन पर गिरा। लोग इधर-उधर भागने लगे और अफरा-तफरी मच गई।
रथ के नीचे दो कारें भी दबीं
नारायण ने बताया कि वह तुरंत गिरे हुए रथ की ओर से दौड़े। उन्हें डर था कि कहीं कोई गंभीर रूप से घायल न हो गया हो। उन्होंने कहा, मैंने रथ के गिरने से पहले कुछ बच्चों को रथ के निचले हिस्से में बैठे देखा था। हमने उन्हें जल्दी से ढूंढा और राहत की बात यह थी कि किसी को भी गंभीर चोट नहीं आई। रथ एक कंपाउंड की दीवार पर गिरा था। जिससे पास में खड़ी दो कारें क्षतिग्रस्त हो गईं।
दूसरा रथ भी गिरा
गांव के लोग अभी राहत की सांस भी नहीं ले पाए थे कि उन्हें फिर से चीखें सुनाई दीं। इस बार रायसआंद्रा गांव के लोगों का बनाया गया लगभग 170 फीट ऊंचा रथ गिर गया। भक्त हैरान रह गए, क्योंकि उनका धार्मिक उत्सव एक आपदा में बदल गया। होसुर के रहने वाले लोहित की मौत हो गई, जबकि तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मद्दुरम्मा देवी को समर्पित हुस्कुर गांव का यह मेला कई दशकों से लग रहा है। यह इलाके में बहुत प्रसिद्ध है और 6 दिन तक चलता है और इसमें दो लाख से ज़्यादा भक्त आते हैं।
रथों की ऊंचाई को लेकर नियम देर से आए
डिप्टी कमिश्नर के कार्यालय से एक आधिकारिक आदेश आया था जिसमें रथों की ऊंचाई को 80 फीट तक सीमित करने की बात कही गई थी। लेकिन, ग्रामीणों ने इसका विरोध किया क्योंकि यह आदेश मेले से केवल 15 दिन पहले आया था और उन्होंने रथ बनाना शुरू कर दिया था। ग्रामीणों को समझाया गया लेकिन उन्होंने कहा कि वे अगले साल से नियमों का पालन करेंगे।