एमपी में आत्महत्या रोकथाम की रणनीति बनाएंगे ACS सुलेमान सहित 20 अफसर
भोपाल: मध्यप्रदेश में आत्महत्या रोकथाम रणनीति तैयार करने राज्य सरकार ने अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान सहित बीस अफसरों की टीम गठित की है। यह टीम विभिन्न विभागों के साथ समन्य करेगी और राष्ट्रीय आत्महत्या रोकथाम रणनीति का राज्य स्तर पर त्वरित क्रियान्वयन कराएगी।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आत्महत्या रोकथाम रणनीति तथा वर्ष 2030 तक आत्महत्या मृत्युदर को दस प्रतिशत कम करने के उद्देश्य से 21 नवंबर 2022 को राष्टÑीय आत्महत्या रोकथाम रणनीति लागू की गई है। इस रणनीति में वर्णित दिशा निर्देशों और गतिविधियों के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु राज्य मानसिक स्वास्थ्य प्राधिकरण मध्यप्रदेश अंतर्गत मध्यप्रदेश आत्महत्या रोकथाम रणनीति हेतु विभिन्न विभागों के समन्वय एवं आत्महत्या रोकथाम रणनीति का राज्य स्तर पर त्वरित क्रियान्वयन किये जाने के लिए अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय समन्वय समिति का गठन किया गया है। इस समिति में पुलिस महानिदेशक सुधीर सक्सेना, प्रमुख सचिव जेल और प्रमुख सचिव विधि को सदस्य बनाया गया है।
इसके अलावा स्वास्थ्य आयुक्त, चिकित्सा शिक्षा आयुक्त, उच्च शिक्षा आयुक्त्, जनसंपर्क आयुक्त, सामाजिक न्याय आयुक्त, श्रम आयुक्त, आयुक्त महिला बाल विकास, आयुक्त स्कूल शिक्षा, संचालक खेल, संचालक कृषि, संचालक जेल, संचालक संस्कृति, संचालक पंचायत और ग्रामीण विकास, संचालक योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग, प्रबंध संचालक खाद्य को सदस्य बनाया गया है। मुख्य कार्यपालन अधिकारी राज्य मानसिक स्वास्थ्य प्राधिकरण मध्यप्रदेश को इसका सदस्य सचिव बनाया गया है।
मध्यप्रदेश आत्महत्या रोकथाम रणनीति समन्वय समिति के सदस्यों के सुझाव के अनुसार आगामी कार्यवाही हेतु राज्य मानसिक स्वास्थ्य प्राधिकरण मध्यप्रदेश द्वारा क्रियान्वयन की रुपरेखा तैयार की जाएगी।
बढ़ रहे है आत्महत्या के आंकड़े-
आजकल युवाओं को मनमाफिक रोजगार नहीं मिलने, परीक्षा प्रतियोगिता में सफलता नहीं मिलने, लंबे समय तक विवाह न होंने, परीक्षा में फेल होंने, पारिवारिक कलह के कारण और कर्ज तथा मानसिक तनाव के कारण आत्महत्या की प्रवृत्ति बढ़ रही है। मध्यप्रदेश में आत्महत्या के प्रकरण हर साल तेजी से बढ़ रहे है। इसलिए युवाओं को मानसिक अवसाद से उबारने, उनके जीवन में प्रसन्नता, आनंद लाने के लिए आत्महत्या रोकथाम रणनीति बनाई जाना आवश्यक है। आत्महत्या के कारणों को जानकार उन कारणों को दूर करने के लिए उचित उपाय लागू किए जाने चाहिए। इसीलिए मध्यप्रदेश में यह आत्महत्या रोकथाम रणनीति तैयार की जा रही है।