जहरीले गेंहू खाने से 21 मोर की मौत, अन्य परिंदे भी मरे!
Alirajpur : जिले के जोबट वन परिक्षेत्र के ग्राम बड़ी खट्टाली के मायडा फलिया में हथनी नदी के किनारे दुदलवाट में एक साथ 21 मोरों सहित 24 परिंदे मृत पाए जाने से हड़कंप मच गया। ग्रामीणों ने इतनी बड़ी संख्या में एक साथ परिंदों को मृत देख तत्काल इसकी सूचना वन विभाग को दी। मामला रविवार सुबह का हैं।
विभाग ने पशु चिकित्सकों से मृत परिंदों का पोस्टमार्टम कराया हैं। विस्तृत जांच के लिए नमूने सागर स्थित लैब में सोमवार को भेजे जाएंगे। जांच के बाद ही मृत्यु का कारण सामने आ सकेगा। प्रारंभिक तौर पर रसायन मिले गेहूं के दाने खाने से परिंदों की मृत्यु की आशंका जताई गई हैं।
वन परिक्षेत्राधिकारी रितिका यादव ने बताया कि ग्राम धुधलवाट में राष्ट्रीय पक्षी मोर व अन्य पक्षियों की मृत्यु की सूचना मिली थी। इस पर तत्काल यहां दल पहुंचा। मृत 21 मोरों में दो नर व 19 मादा हैं। वन मंडलाधिकारी मयंक गुर्जर ने भी मौके पर पहुंचकर जांच की। जहां मोर मृत पाए गए हैं वहां गेहूं के दाने बिखरे मिले हैं। प्रारंभिक तौर पर प्रतीत हो रहा हैं कि गेहूं में जहरीला किस्म का कोई रसायन मिला होगा। जांच के लिए इन्हें लैब भेजा जा रहा हैं। रिपोर्ट आने पर स्थिति साफ होगी।
पशु चिकित्सा विभाग के डा. केएस भयड़िया और डा. पुष्पेंद्र मंडलोई ने अपनी टीम के साथ मृत परिंदों का पोस्टमार्टम किया हैं। विस्तृत जांच रिपोर्ट के लिए सारे नमूने सागर स्थित लैब भेजे जा रहे हैं। वहां से रिपोर्ट आने के बाद स्थिति साफ हो जाएगी। बताया जाता है कि गांव में कुछ मोर बीमार भी पाए गए हैं। वनमंत्री ने डीएफओ को जांच के लिए कहा कि प्रदेश के वन मंत्री नागर सिंह चौहान को भी ग्राम दुदलवाट में बड़ी संख्या में मोर मृत पाए जाने की जानकारी मिली थी। इस पर उन्होंने डीएफओ को तत्काल जांच करने का कहा हैं।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सभी मोर के पेट में गेंहू निकले हैं इसमें जहर मिला होने की बात पशु-चिकित्सक कह रहें हैं। वनविभाग की टीम ने सर्चिंग की तो खेत में गेंहू के दाने जगह-जगह बिखरे पड़े मिले हैं। संभवतः इन्हीं गेंहू को निगलने की वजह से मोर की मौत हुई हैं। वनविभाग के अधिकारियों ने गेंहू के सेम्पल लेकर गेंहू को नष्ट करा दिया हैं।