आज तीन बातों पर गौर करें ,जीवन में हम यही भूलने लगे हैं -चलिए सोचते हैं इन पर
१. उतार चढ़ाव के बाद भी यदि कोई आपका साथ न छोड़े,
तो उस व्यक्ति से कभी दूर मत होना,
ऐसे लोग विलुप्ति की कगार पर है और आप बहुत खुशकिस्मत है।
२.मन अशांत है! और इसे नियंत्रित करना कठिन है,
लेकिन अभ्यास से इसे वश में किया जा सकता है।आज से अभ्यास शुरू करें !
३.कोई हमारा बुरा करना चाहता है,
तो ये उसके “कर्मों” में लिखा जाएगा।
हम क्यों किसी का बुरा सोचकर,
अपना “कर्म” और “समय” दोनों खराब करें।चलिए अपना ही रास्ता बद्ल लेते हैं .
आज का संगीत —–प्रार्थना एक धार्मिक क्रिया है जो ब्रह्माण्ड की किसी ‘महान शक्ति’ से सम्बन्ध जोड़ने की कोशिश करती है। प्रार्थना व्यक्तिगत हो सकती है और सामूहिक भी। इसमें शब्दों (मंत्र, गीत आदि) का प्रयोग हो सकता है या प्रार्थना मौन भी हो सकती है।