भोपाल के अवैध शेल्टर होम से गायब 26 लड़कियां सुरक्षित मिलीं !
मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने कहा परवलिया थाना क्षेत्र में हुई घटना में दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। संचालित बालगृह से लापता बालिकाओं का सत्यापन हो गया है। सभी बेटियां सुरक्षित हैं उनकी पहचान भी कर ली गई है।
शहर के परवलिया थाना क्षेत्र में बिना अनुमति के बालगृह संचालित किया जा रहा था। इसकी जानकारी ना तो महिला बाल विकास विभाग को थी और ना ही यहां बच्चियों के रहने की जानकारी बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) को ही थी। जब दो दिन पहले मप्र बाल अधिकार संरक्षण आयोग की टीम इस बालगृह का निरीक्षण करने पहुंची तो वहां की सूची में दर्ज कुल 68 बच्चियों में से मात्र 41 ही रहती पाई गईं।
26 बच्चियों के गायब होने से हडकंप मच गया। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने मुख्य सचिव वीरा राणा को पत्र लिखकर अवैध बालिका गृह और वहां हो रही अनियमितताओं की जानकारी दी।
आंचल बालिका छात्रावास से बच्चियों के लापता होने की जानकारी के बाद कलेक्टर, संभागायुक्त ने शनिवार को बालिकागृह का निरीक्षण किया इस दौरान संचालक से छात्रावास की अनुमति संबंधी दस्तावेज मांगे गए तो वह कुछ नहीं दिखा सका।
Bhopal News:परवलिया में संचालित हो रहा था अवैध बालगृह, गायब मिलीं 26 बच्चियां
अवैध संचालन प्रमाणित हाेते ही वहां मिली 41 बच्चियों को तत्काल पंजीकृत बालगृह में शिफ्ट कराया गया है। प्रशासन को रिकार्ड में 67 बच्चियों के आवेदन मिले जबकि मौके पर मात्र 41 बच्चियां मिली।
पुलिस का कहना है कि जांच में पाया गया है कि 26 बच्चियां अपने स्वजनों के पास घर पर मौजूद हैं। वहीं बाल आयोग ने इन बच्चियों के पते पुलिस से मांगे हैं जिससे इन बच्चियों से बातचीत की जा सके।
आयोग का कहना है कि बालगृह में मौजूद बच्चियों में से भी कोई अपना नाम-पता व दस्तावेज नहीं दिखा पाईं। उनका कोई पहचानपत्र भी नहीं मिला। साथ ही यहां दो बच्चे अनाथ भी रह रहे हैं। यहां रह रही बच्चियों की जानकारी सीडब्ल्यूसी को नहीं दी गई।
महिला बाल विकास अधिकारी को नोटिस, तीन को किया निलंबित
कलेक्टर ने निरीक्षण के बाद सीडीपीओ बृजेंद्र प्रताप सिंह, कोमल उपाध्याय एवं सुपरवाइजर मंजूषा राज को लापरवाही पाए जाने के चलते निलंबित कर दिया गया है। महिला बाल विकास अधिकारी सुनील सोलंकी एवं सहायक संचालक रामगोपाल यादव को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
बालिकागृह में रहने वाली बच्चियां इतनी छोटी हैं कि वे धर्म और मतांतरण के बारे में नहीं जानतीं। पूछताछ में उन्होंने बताया कि वे अपने घर में दीपावली-होली मनाने के साथ भगवान की पूजा करती थीं। यहां की पूजन-पद्धति के बारे में पूछने पर उन्होंने बताया कि यहां उनसे यीशू की आरती कराई जाती थी। इस तरह उन्हें मतांतरण के लिए तैयार किया जा रहा था।
प्रियंक कानूनगो, अध्यक्ष, राष्ट्रीय बाल संरक्षण अधिकार आयोग
बालिकागृह मुख्यमंत्री ने कहा दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा
परवलिया थाना क्षेत्र में हुई घटना में दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। संचालित बालगृह से लापता बालिकाओं का सत्यापन हो गया है। सभी बेटियां सुरक्षित हैं उनकी पहचान भी कर ली गई है। लापरवाही बरतने वाले सभी जिम्मेदारों पर कार्रवाई होगी।
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