भोपाल. नगरीय निकाय चुनाव के पहले तीन विधायकों ने भाजपा का दामन थामा है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा के समक्ष पार्टी की सदस्यता लेने वाले विधायकों में सपा से निर्वाचित एमएलए राजेश शुक्ला, बसपा एमएलए संजीव सिंह कुशवाह और निर्दलीय विधायक विक्रम सिंह राणा हैं। इस मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश भाजपा प्रभारी मुरलीधर राव, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा भी मौजूद रहे।
इन तीनों ही विधायकों को पार्टी ज्वाइन कराने से पहले केंद्रीय नेतृत्व को अवगत कराने का काम प्रदेश संगठन ने किया और इनकी मुलाकात भी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से कराई गई है। इन तीन विधायकों के बीजेपी ज्वाइन करने के उपरांत विधानसभा में भाजपा विधायकों की संख्या 130 हो जाएगी।
इसके अलावा कांग्रेस विधायक सचिन बिरला भी उपचुनाव के दौरान खरगोन जिले में बीजेपी ज्वाइन कर चुके हैं लेकिन उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा नहीं दिया है और कांग्रेस ने उन्हें निष्कासित भी नहीं किया है। इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष शर्मा ने नवागत नेताओं का भाजपा परिवार में स्वागत किया।
सामाजिक, राजनीतिक क्षेत्र में सैद्धांतिक तौर पर काम करने वाले विधायक राणा, शुक्ला और कुशवाह को पार्टी का गमछा पहनाकर और बुके देकर स्वागत किया। शर्मा के साथ मुख्यमंत्री चौहान और प्रदेश प्रभारी राव ने भी तीनों नेताओं का स्वागत किया।
सीएम शिवराज ने कहा कि तीनों ही विधायक 2018 में भी हमारे पास आए थे लेकिन तब मुझे लगा कि अभी हमारा बहुमत नहीं है। हमें सरकार नहीं बनानी चाहिए। इसलिए तब ये पार्टी में आते-आते रह गए थे। अब इनका पार्टी में स्वागत है।
कांग्रेसी रहे हैं राणा और शुक्ला, कुशवाह भाजपाई
निर्दलीय विधायक विक्रम सिंह राणा कांग्रेसी रहे हैं। सुसनेर से विधायक राणा पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह विरोधी माने जाते हैं। उनके पिता कांग्रेस से एमएलए रह चुके हैं। पार्टी ने जब पिछले चुनाव में उन्हें टिकट नहीं दिया तो वे निर्दलीय चुनाव लड़कर विधायक बने। दूसरी ओर बिजावर से विधायक राजेश शुक्ला उर्फ बबलू भी मूलत: कांग्रेसी हैं। उनके भाई कांग्रेस जिला अध्यक्ष रहे हैं। पिछले चुनाव में राजेश ने कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दलों से टिकट मांगा था और टिकट नहीं मिलने पर सपा से चुनाव बीजेपी के पुष्पेंद्र नाथ पाठक को हराया था।
2020 में बीजेपी की सरकार बनने के बाद भाजपा को समर्थन देने और राज्यसभा में बीजेपी के पक्ष में वोटिंग करने के कारण सपा ने शुक्ला को पार्टी से निष्कासित कर दिया था। इसी तरह भिंड से बसपा विधायक संजीव सिंह कुशवाह पूर्व में भाजपाई रहे हैं। टिकट न मिलने पर बसपा का दामन थामकर चुनाव लड़े थे और विधायक हो गए। अब उनकी घर वापसी हो गई है। उनके पिता रामलखन सिंह कुशवाह भी भाजपाई रहे हैं। रामलखन सिंह भिंड से चार बार सांसद रहे हैं।
पार्टी ज्वाइन करने के बाद बोले विधायक
पार्टी ज्वाइन करने के बाद विधायक संजीव कुशवाह ने कहा कि आज का दिन उनके लिए गर्व का है। मैं भाजपा परिवार का सदस्य था लेकिन थोड़ा सा भटक गया था और आज पुन: परिवार में शामिल होकर मुख्य धारा से जुड़ गया हूं।
विधायक राजेश शुक्ला बबलू ने कहा कि 2018 में मुझे भरोसा था कि भाजपा से चुनाव लडूंगा तब ऐसा नहीं हो पाया था। क्षेत्र के विकास के लिए भाजपा में आया हूँ और तन मन धन से भाजपा के लिए काम करूंगा।
आज हमसे कोई नाराज नहीं हैं। सब साथ हैं। विधायक विक्रम सिंह राणा ने कहा कि क्षेत्र के विकास के लिए 15 महीने की सरकार के साथ रहना पड़ा था लेकिन बाद में सीएम शिवराज का सहयोग मिला। सीएम ने क्षेत्र के विकास में कोई कमी नहीं रखी। आज से भाजपा के नेतृत्व में जो भी जिम्मेदारी मिलेगी, उसे पूरा करूंगा।