3 Types of Doctors: कई डॉक्टर यमराज के रिश्तेदार
डॉक्टर भी तरह तरह के। एलोपैथी। आर्युवेद। होम्योपैथी। नेचुरोपैथी। यूनानी। झोला छाप। अपने बाबू को फूँ फूँ कर ठीक कर देने वाले। ये सारे डॉक्टर यमराज के रिश्तेदार। आपकी जान और माल के दुश्मन। ऐसे में मैं डॉक्टरों से बच कर रहता हूँ और तब तक उनके नज़दीक नही जाता जब तक घरवाले मुझे उनकी तरफ़ धकेल न दे।
डॉक्टरों की एक किस्म और होती है। पीएचडी वाले डॉक्टर। ये पढ़े लिखे होने का दावा करते है। लगातार पढ़ते रहते हैं। पढ़ते पढ़ते बूढ़े हो जाते है। यूनिवर्सिटियाँ बोर हो जाती है इनसे। डॉक्टर कह कर पीछा छुड़ाती है अपना। हर पीएचडी वाला दूसरे पीएचडी वाले से डॉक्टर कहकर बात करता है। पब्लिक भी ग़लतफ़हमी मे ऐसे डॉक्टरों की भी इज्जत करने लगती है। इन्हें बस इज्जत ही मिलती है। ये इज्जत ही चाहते है और बची हुई जिंदगी डॉक्टर डॉक्टर खेलते गुजारते हैं।
एक तीसरी किस्म और होती है डॉक्टरों की। ऑनरेरी डॉक्टर। ये कुछ न कुछ ऐसा कर गुजरते है कि सब ताज्जुब और तारीफ़ करने लग जाएं। ये इतने होनहार होते हैं कि यूनिवर्सिटियाँ इनकी क़ाबिलियत की बाढ़ में बह जाए। इनसे बचने की कोशिश में यूनिवर्सिटियाँ इन्हें इज्जत देने पर मजबूर हो जाती है। किसी की इज्जत करने का एक ही तरीका होता है यूनिवर्सिटी के पास। वो इन्हें डॉक्टर कहने लगती है। डॉक्टरों की ये किस्म सबके दुर्लभ होती है। ये कम पाए जाते हैं इसलिए कीमती होते हैं। और बाकी सारे डॉक्टरों को मन मार कर इनसे नमस्ते करनी पड़ती है।
यह सारा वृत्तांत इसलिए बखाना गया है ताकि आप सभी जान जाएं मेरे दोस्त ओमप्रकाश श्रीवास्तव को कल राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय ग्वालियर ने डॉक्टर ऑफ साइंस कहा है। माननीय राज्यपाल मध्यप्रदेश ने कल आयोजित दीक्षांत समारोह मे ओपी को यह डिग्री दी। मानद डिग्री है ये। इस तरह अब ओपी भी तीसरी और सबसे नायाब किस्म के डॉक्टर हैं।
अपने दोस्त की क़ाबिलियत पर कभी शक नही था मुझे। यूनिवर्सिटी ने उन्हें डॉक्टर कह कर मेरे भरोसे की तस्दीक़ ही की है। इसके अलावा डॉक्टर के संगी साथी पढ़े लिखे माने जाते हैं इस मायने मे ओपी का डॉक्टर होना मेरे लिए भी अच्छा है। मेरा दोस्त बधाई का हकदार है आप सभी की। और ये काम आप फ़ौरन शुरू कर सकते हैं।