32 Snakes Released : वन विभाग ने भी नागपंचमी मनाई, तीन टीमों ने 32 सांपों को जंगल में छोड़ा! 

 कुछ सपेरों ने असली की जगह उनकी तस्वीर या नकली सांप की पूजा करवाई

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32 Snakes Released : वन विभाग ने भी नागपंचमी मनाई, तीन टीमों ने 32 सांपों को जंगल में छोड़ा! 

Indore : नागपंचमी के अवसर पर जहां एक ओर शहर में मंदिरों में पूजा-अर्चना और नागदेवता का विशेष श्रृंगार किया गया, वहीं दूसरी ओर वन विभाग ने इस बार भी सक्रियता दिखाते हुए 32 सांपों को सपेरों से मुक्त कर जंगल में सुरक्षित छोड़ा। लोग भी परंपरा के अनुसार इन सांपों की पूजा करते दिखे। लेकिन, इस दौरान वन विभाग पूरी तरह सतर्क रहा और अलग-अलग इलाकों में टीमों ने निगरानी रखी। डीएफओ प्रदीप मिश्रा के निर्देश पर इंदौर रेंज में तीन टीमें बनाई गई।

इस बार भी कुछ स्थानों पर सांपों को पकड़कर उनकी पूजा के लिए कॉलोनियों और सार्वजनिक स्थानों पर लाया जा रहा था। वन विभाग द्वारा बनाई गई तीन विशेष निगरानी टीमों ने समय रहते कार्रवाई कर वन्यजीवों को सुरक्षित किया। रेंजर संगीता ठाकुर ने बताया कि यह कार्रवाई भारतीय वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम के तहत की गई। क्योंकि, सांपों को बंदी बनाना और जबरन दूध पिलाना अपराध है।

रेंजर संगीता ठाकुर ने विजय नगर, भंवरकुआं और अन्नपूर्णा सहित आसपास के इलाकों में टीमों को नजर रखने को कहा गया। टीमें दिनभर गश्त करती रहीं। वन विभाग की टीमों ने 32 सांपों को सपेरों से छुड़ाया और उन्हें सुरक्षित जंगलों में छोड़ दिया गया। वन कर्मियों ने बताया कि ज्यादातर सपेरे चोरल, महू और सांवेर जैसे ग्रामीण इलाकों से सांप पकड़ कर लाए थे।

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कुछ सपेरों ने यह भी कहा कि वे जंगलों से सांप लाए हैं। जब वन विभाग ने कार्रवाई की तो कुछ जगहों पर विवाद की स्थिति भी बनी, लेकिन सपेरों को समझाइश देकर छोड़ा गया। वहीं एक सामाजिक संस्था (एनजीओ) ने भी वन विभाग की मदद की। उन्होंने भी कई जगहों पर जाकर सांपों को छुड़वाया। वन विभाग ने नागरिकों से अपील की, कि यदि वे कहीं सांपों का अवैध प्रदर्शन देखें, तो तत्काल विभाग को सूचित करें। विभाग की त्वरित कार्रवाई से इस बार भी सैकड़ों लोगों को जागरूक किया गया और सांपों को प्राकृतिक वातावरण में छोड़ा गया।

कुछ सपेरे ऐसे भी मिले जो असली सांप की जगह केवल उनकी तस्वीर या नकली सांप लेकर पूजा करवाते घूम रहे थे। रेंजर ठाकुर ने कहा कि सपेरों के साथ ही रहवासियों को भी समझाइश दी गई। वे कहती हैं कि सांपों की पूजा धार्मिक आस्था से जुड़ी हो सकती है, लेकिन जीवित सांपों को पकड़कर कष्ट देना ठीक नहीं है।

 

निगरानी में लगे तीन विशेष दल

– दल-1 : नेतृत्व : आशाराम यादव, क्षेत्र-राजगड़ा, विजय नगर, इंदौर शहर

– दल-2 : नेतृत्व : कोमल पालीवाल, क्षेत्र-नवलखा, भंवरकुआं, रिंग रोड

– दल-3 : नेतृत्व : सूर्यनारायण यादव, क्षेत्र-अन्नपूर्णा, लाबरिया भैरव

– प्रत्येक दल में वनपाल, वनरक्षक, वाहन चालक व आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराए गए।