35 छक्के, 99 चौके और 4 धुआंधार शतक, विराट कोहली बदल गए, ब्रेक के बाद
जैसे हर कहानी में ट्विस्ट ब्रेक के बाद आता है, ठीक वैसा ही एक फेज विराट कोहली के करियर में भी आया है.
ब्रेक ने विराट कोहली को बदल डाला है. कहने वाले कहते हैं आराम हराम है. लेकिन, विराट कोहली के लिए वही आराम बड़े काम की चीज बन गया है. और, इस बात को स्वीकारने से खुद कोहली भी गुरेज नहीं करते. उन्होंने खुद भी ये मान लिया है कि जब से वो ब्रेक से लौटे हैं, बेहतर महसूस कर रहे हैं. उनके इस एहसास का असर क्रिकेट फील्ड पर किए उनके प्रदर्शन में भी साफ झलक रहा है.
सबसे पहले तो ये जान लीजिए कि विराट कोहली ने लंबा ब्रेक लिया कब? वो कब से कब तक आराम पर रहे, यानी इंटरनेशनल क्रिकेट से उनकी दूरी देखने को मिली. तो ऐसा हुआ पिछले साल जुलाई में इंग्लैंड के खिलाफ खत्म हुए दौरे के बाद से. 17 जुलाई 2022 को भारत का इंग्लैंड दौरा खत्म हुआ और 18 जुलाई 2022 से विराट कोहली आराम पर चले गए. उनके आराम का ये सिलसिला 27 अगस्त 2022 तक चला. यानी वो क्रिकेट से एक महीने 9 दिन के ब्रेक पर रहे.
28 अगस्त 2022 से अब तक… बस विराट-विराट
लंबे ब्रेक के बाद विराट कोहली की इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी कमाल की रही. उन्होंने पिछले साल एशिया कप में पाकिस्तान के खिलाफ 28 अगस्त को खेले मैच से वापसी की. उस मैच के बाद से आज तक जिस विराट को खेलते दुनिया देख रही है, उसे देखकर हर कोई अब कह रहा है लौट आया विराट. ऐसा इसलिए क्योंकि बीच में तीन- साढ़े तीन साल का फेज ऐसा था जब रन बनाने के बाद भी विराट खोए से थे क्योंकि वो कोई शतक नहीं लगा पा रहे थे.
लेकिन, ब्रेक के बाद लौटे विराट में पुराना फ्लेवर है. उन्होंने 28 अगस्त 2022 से अब तक खेली 24 इंटरनेशनल पारियों में 1155 रन बनाए हैं. इस दौरान उन्होंने 35 छक्के और 99 चौके लगाए हैं. जबकि, 4 शतक और 7 अर्धशतक ठोके है.
लंबे आराम से वापसी के बाद विराट कोहली ने 2 टेस्ट, 6 वनडे और 16 T20 इंटरनेशनल खेले हैं. इसमें उनका बैटिंग औसत टेस्ट में 15, वनडे में 82 और टी20 में 70 का रहा है.
विराट कोहली फॉर्म में, टीम इंडिया मौज में
अब जैसा विराट ने खुद ही कह दिया है कि ब्रेक से वापसी के बाद उनकी फीलिंग जबरदस्त हैं. उन्हें माइलस्टोन की चिंता नहीं है. वो बस अपनी बल्लेबाजी का मजा लूटना चाहते हैं. तो इस मजे के चक्कर में हमने श्रीलंका को पिटते देख लिया. अब बारी न्यूजीलैंड की है. विराट का हल्ला बोल जारी रहा तो कीवी टीम का तो बुरा हाल होने ही वाला है. भारत भी ये सोचकर गदगद होता रहेगा कि चलो ऐसा वनडे वर्ल्ड कप के साल में हो रहा है और उन्हीं पिचों पर होता नजर आया, जिन पर वर्ल्ड चैंपियन बनने का खेला होना है.