Women in Lok Sabha Elections : 39 महिलाओं ने पहली बार लोकसभा चुनाव जीता, कई दिग्गजों को पछाड़ा!
New Delhi : देशभर में 74 महिलाओं ने लोकसभा चुनाव 2024 में जीत दर्ज की। इनमें से लगभग 39 ने पहली बार लोकसभा चुनाव जीता। 2019 में पहली बार लोकसभा चुनाव जीतने वाली महिलाओं की संख्या 48 थी। अबकी बार सबसे अधिक 11 महिला सांसदों की संख्या पश्चिम बंगाल में है। इनमें से पांच पहली बार सांसद बनी हैं। 2019 में कुल 78 महिलाओं ने लोकसभा चुनाव जीता था।
इस बार महाराष्ट्र से 5, उत्तर प्रदेश से 4, गुजरात, मध्य प्रदेश और राजस्थान से 3-3, बिहार, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, ओडिशा और दिल्ली से 2-2, असम, हिमाचल प्रदेश, त्रिपुरा और तेलंगाना से एक-एक महिला प्रत्याशी ने पहली बार लोकसभा चुनाव जीता। 2019 में पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक 11-11 महिलाओं ने लोकसभा चुनाव जीता था।
30 सीटों पर जीतीं भाजपा की महिला सांसद
लोकसभा चुनाव 2024 में कुल 797 महिलाओं ने अपनी किस्मत आजमाई। सबसे अधिक 69 महिलाओं को भाजपा ने टिकट दिया था। वहीं कांग्रेस ने 41 महिलाओं को उतारा था। सबसे अधिक भाजपा की 30 महिला प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है। दूसरे नंबर पर कांग्रेस रही। कांग्रेस की 14 महिला नेताओं ने लोकसभा चुनाव जीता है। टीएमसी की 11 और सपा की चार और द्रमुक की तीन महिला नेता सांसद पहुंची हैं। लोजपा (राम विलास) और जदयू की दो-दो महिला प्रत्याशियों ने चुनावी मैदान फतेह किया है।
● भारती पारधी : पार्षद से सीधे सांसद बनी
मध्य प्रदेश की बालाघाट सीट से सांसद बनी भाजपा की भारती पारधी ने 1,74,512 मतों से कांग्रेस प्रत्याशी सम्राट सिंह सरस्वार को हराया। भारती की राजनीति में शुरुआत बतौर जिला पंचायत सदस्य से हुई। पारधी फिलहाल बालाघाट नगर पालिका में पार्षद हैं। इससे पहले वे पंचायत चुनाव भी लड़ चुकी हैं। उन्होंने लालबर्रा से जिला पंचायत का चुनाव जीता था। अब पराधी पार्षद से सीधा सांसद चुनी गईं।
● बांसुरी स्वराज : सुषमा स्वराज की उत्तराधिकारी
दिवंगत भाजपा नेता सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज ने नई दिल्ली लोकसभा सीट से 70 हजार से अधिक वोटों से जीत हासिल की। पेशे से वकील बांसुरी ने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से कानून की पढ़ाई की है। बांसुरी ने 2023 में सक्रिय राजनीति में कदम रखा और इस बार अपने पहले ही चुनाव में जीत हासिल की। बांसुरी स्वराज की उम्मीदवारी पर आम आदमी पार्टी ने कड़ी आपत्ति जताई थी। उनका कहना था कि बांसुरी ललित मोदी का केस देखती रही हैं और मणिपुर में महिलाओं के साथ हुई बदसलूकी और उत्पीड़न के मामले में केंद्र की वकील हैं।
● वर्षा गायकवाड़ : नामी वकील उज्जवल निकम हराया
वर्षा गायकवाड मुंबई नॉर्थ सेंट्रल से कांग्रेस पार्टी ने धारवी विधायक और मुंबई कांग्रेस की अध्यक्ष वर्षा गायकवाड़ को मैदान में उतारा था। इस सीट पर भाजपा से पूर्व विशेष लोक अभियोजक उज्ज्वल निकम खड़े थे, जिन्हें वर्षा ने 16,514 मतों से हराया है। वर्षा गायकवाड़ दलित समुदाय से आती हैं और मुंबई के धारावी से साल 2004 से लगातार चार बार विधायक के तौर पर चुनी जाती रह। वर्षा राज्य की महाविकास अघाड़ी सरकार में स्कूली शिक्षा मंत्री रहीं और पहले भी वे कांग्रेस-एनसीपी की सरकार में महिला और बाल विकास मंत्री के तौर पर काम कर चुकी हैं। वे पांच साल वे प्राध्यापिका भी रही।
● इकरा हसन : भाजपा के प्रदीप चौधरी को मात दी
उत्तर प्रदेश की कैराना लोकसभा सीट से 27 साल की इकरा हसन ने शानदार जीत हासिल की। भाजपा के दबदबे वाली इस सीट पर इकरा हसन ने भाजपा के प्रदीप चौधरी को कांटे की टक्कर में 7,000 वोटों से हराया। इकरा पूर्व सांसद अख्तर हसन की पोती और पूर्व सांसद मुनव्वर हसन और तबस्सुम हसन की बेटी हैं। उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ लंदन से इंटरनेशनल लॉ एंड पॉलिटिक्स में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है।
इकरा नागरिकता संशोधन कानून के विरोध को लेकर सुर्खियों में आईं थीं। उन्होंने अपने भाई नाहिद हसन के गिरफ्तार होने के बाद परिवार के राजनीति की बागडोर संभाली। इकरा ने साल 2016 में पहली बार जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ा, लेकिन उन्हें 5,000 वोट से हार का सामना पड़ा था। हालांकि, वह हार नहीं मानी और कैराना की राजनीति में सक्रिय रहीं। इकरा पश्चिमी यूपी की सबसे युवा सांसद हैं।
● कंगना रनौत : फिल्म की ‘क्वीन’ अब राजनीति में
बॉलीवुड ‘क्वीन’ के नाम से मशहूर भाजपा उम्मीदवार कंगना रनौत ने अपने पहले ही चुनाव में मंडी लोकसभा सीट से जीत हासिल की। उन्होंने कांग्रेस के उम्मीदवार और हिमाचल प्रदेश के पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह और प्रतिभा सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह को 74,755 वोटों से हराया। कंगना रनौत का जन्म 23 मार्च 1987 में हिमाचल के मंडी जिले में राजपूत परिवार में हुआ था। बॉलीवुड में अपना लोहा मनवाने के बाद कंगना लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हो गईं थीं।
● शांभवी चौधरी : देश की सबसे युवा सांसद
बिहार की समस्तीपुर लोकसभा सीट से जीत दर्ज कर शांभवी चौधरी देश की सबसे युवा सांसद बन गई। शांभवी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की टिकट पर चुनाव लड़ी और उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार सनी हजारी को 1,87,251 वोटों से हराया। शांभवी हाल में राजनीति में आईं हैं। वे पहली बार किसी राजनीतिक पार्टी की सदस्य बनीं और उन्हें लोकसभा का टिकट मिल गया। हालांकि शांभवी के पिता अशोक चौधरी जदयू नेता हैं और नीतीश कुमार की सरकार में मंत्री हैं। शांभवी की शादी बिहार के चर्चित आईपीएस अधिकारी किशोर कुणाल के बेटे सायण कुणाल से हुई।