4 Inch Tap Connection Case : नगर निगम के घोटालेबाज राठौर के घर में 4 इंच का नल, जीजा फरार, इनाम घोषित होगा! 

रिमांड ख़त्म होने के बाद लसूड़िया पुलिस अभय राठौर को गिरफ्तार करेगी! 

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4 Inch Tap Connection Case : नगर निगम के घोटालेबाज राठौर के घर में 4 इंच का नल, जीजा फरार, इनाम घोषित होगा! 

Indore : नगर निगम के फर्जी बिल भुगतान में पकड़े गए मास्टर माइंड अभय राठौर से एमजी रोड पुलिस कड़ी पूछताछ कर रही है। इसी बीच, शुक्रवार देर रात सस्पैंड कार्यपालन यंत्री अभय राठौर और उसके जीजा राकेश सिंह चौहान निवासी गुलाबबाग के खिलाफ लसूड़िया पुलिस ने पानी चोरी का केस दर्ज कर लिया है। जबकि, अभय को रिमांड खत्म होने के बाद गिरफ्तार किया जाएगा।

प्रकरण दर्ज होने के बाद से राकेश फरार चल रहा है। वह शीघ्र गिरफ्तार नहीं हो सका तो उस पर इनाम घोषित किया जाएगा। दोनों के खिलाफ जोन 7 में पदस्थ एआरओ अबीर रेवाल ने शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में उल्लेख किया था कि राकेश निगम में विनियमित कर्मचारी होकर घर पर चार इंच का नल कनेक्शन ले चुका है। इस कनेक्शन को सीधे टैंकर से जोड़कर लोगों की डिमांड पर पानी डिलीवर करता था। टैंकर से पानी सप्लाय के लिए पैसा वसूलता था।

टैंकर किसके, होगी जांच

पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपी की सरगर्मी से तलाश शुरू कर दी है। आरोपी राकेश के पकड़ाने के बाद उसने टैंकर खुद खरीदे या कार्यपालन यंत्री अभय राठौर ने खरीदकर दिए। इसे लेकर पूछताछ की जाएगी। खुद के नाम टैंकर होना पाया गया तो यह पता किया जाएगा कि इसते पैसे कहां से आए। अभय के नाम होंगे तो उससे भी टैंकर खरीदी को लेकर पूछताछ की जाएगी।

मिलेगा सवा तीन करोड़ का नोटिस

पुलिस में पानी चोरी का केस दर्ज होने के बाद निगम के अपर आयुक्त अभिलाष जैन ने जलकर वसूली के लिए नोटिस देने की तैयारी कर ली है। आज 20 मई को आरोपी राकेश को सवा तीन करोड़ का नोटिस देकर शीघ्र राशि जमा करने को कहा जाएगा। राशि जमा नहीं करने पर उसकी चल-अचल संपति को जब्त करने की प्रक्रिया शुरू होगी।

सालवी ने खोला पूरा राज

निगम के सूत्रों ने बताया कि मामले का पूरा राजदार राजकुमार सालवी था। वह लेखा विभाग में पदस्थ रह चुका है। इस दौरान फर्जी फाइलों पर हस्ताक्षर करने और भुगतान कराने में उसकी अहम भूमिका रही है। ठेकेदारों पर एफआईआर दर्ज होने के बाद से वह फरार चल रहा था। कमीशन नहीं मिलने की बात पर एक दिन उसने शराब के नशे में भुगतान लेने की बात कह दी थी। यही बात निगम के आला अफसरों तक पहुंची तो पूरा मामला सामने आ गया।

प्राइवेट व्यक्ति से जुड़वाई थी लाइन

पुलिस को जांच में पता चला कि नियमानुसार जल यंत्रालय ने इसे घरेलू कनेक्शन उपलब्ध कराया था। लेकिन, आरोपी ने प्राइवेट व्यक्ति से कनेक्शन में 4 इंच व्यास की टी  लगाकर नर्मदा लाइन के वाल्व में जोड़ दिया था। चार इंच पाइप से पानी आने के कारण क्षेत्र में पानी को लेकर संकट बना रहता था। इसी संकट का फायदा राकेश उठाकर अपने घर से टैंकर से सप्लाय कर पैसा कमाता था।

दस्तावेजों में कुछ नए ठेकेदारों के नाम

पुलिस की मानें तो पूरे फर्जी बिल भुगतान की फाइलें 13 लोगों की टीम खंगाल रही है। दस्तावेजों के आधार पर एक-दो दिन में कुछ नए ठेकेदारों के नाम भी सामने आ सकते हैं। अब तक प्रकरण में 11 ठेकेदार सलाखों के पीछे पहुंच चुके है। जांच बारीकी से चलती रही तो यह आंकड़ा 15 की संख्या भी पार कर सकता है।