
GMC भोपाल में बच्चों के लिए बनेंगे 4 सुपर स्पेशयलिटी विभाग, मुफ्त में मिलेगा हाई-एंड मेडिकल ट्रीटमेंट, MP में पहली बार सरकारी अस्पताल में ये सुविधा
भोपाल। गांधी मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) में पहली बार बच्चों के इलाज के लिए चार नए स्पेशियलिटी विभाग बनने जा रहे हैं। इनमें पीडियाट्रिक न्यूरोलॉजी, पीडियाट्रिक कार्डियोलॉजी, नियोनेटोलॉजी और एंडोक्राइनोलॉजी शामिल हैं। अब तक प्रदेश में बच्चों के लिए इन बीमारियों का विशेषज्ञ इलाज सिर्फ चुनिंदा निजी अस्पतालों में ही उपलब्ध था, लेकिन जीएमसी में ये विभाग बनने से मुफ्त और हाई-एंड मेडिकल ट्रीटमेंट मिल सकेगा। पीडियाट्रिक न्यूरोलॉजी में मिर्गी, सेरेब्रल पाल्सी और न्यूरोमस्क्युलर डिसआॅर्डर का इलाज होगा। कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद जीएमसी में इन विभागों के लिए स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की भर्ती और जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट का काम शुरू होगा। सरकार का दावा है कि 2025 के अंत तक सभी विभाग पूरी तरह फंक्शनल हो जाएंगे।
*0 पीडियाट्रिक कार्डियोलॉजी*
पीडियाट्रिक कार्डियोलॉजी से जन्मजात हृदय रोग वाले बच्चों को राहत मिलेगी। वहीं, नियोनेटोलॉजी नवजात शिशुओं की गंभीर बीमारियों का इलाज करेगी और एंडोक्राइनोलॉजी में बच्चों में हार्मोनल गड़बड़ी से जुड़ी बीमारियों का इलाज होगा।
*0 प्रदेश में पहली बार सरकारी अस्पताल में ये सुविधा*
जीएमसी के डॉक्टरों के मुताबिक, प्रदेश में पहली बार किसी सरकारी मेडिकल कॉलेज में ये चारों विभाग एक साथ शुरू होंगे। इससे न सिर्फ भोपाल बल्कि पूरे मध्य प्रदेश के मरीजों को फायदा मिलेगा। अभी तक कई बच्चों को एडवांस ट्रीटमेंट के लिए दिल्ली और मुंबई भेजना पड़ता था, लेकिन अब जीएमसी में ही इलाज संभव होगा।





