43rd Day of ASI Survey : भोजशाला सर्वे के 43वें दिन फिर खुदाई को लेकर विरोध दर्ज कराया!
मुस्लिम समाज ने प्रशासन को ज्ञापन देकर अदालत के निर्देशों के पालन की मांग की!
धार से छोटू शास्त्री की रिपोर्ट
Dhar : विवादास्पद भोजशाला के सर्वे का आज 43वां दिन था। एएसआई का सर्वे सुबह शुरु हुआ जो दोपहर तक चला। इसके बाद एएसआई की टीम भोजशाला परिसर से रवाना हो गई। आज शुक्रवार होने से मुस्लिम समाज के लोगों ने परिसर में नमाज पढ़ी और इसके बाद उन्होने जिला प्रशासन को एक ज्ञापन सौंपा। इसमें सर्वे के नाम पर भोजशाला के पीछे की तरफ चल रही खुदाई को बंद करवाने की मांग की गई।
ज्ञापन में कहा गया कि कोर्ट के नियमों का पालन कराया जाए नहीं तो मुस्लिम समाज आंदोलन के लिए बाध्य होगा। वहीं हिंदू पक्षकार गोपाल शर्मा ने बताया कि सर्वे का काम गर्भगृह और पीछे की तरफ किया गया है। एएसआई के अलावा पीडब्ल्यू की टीम ने भी भोजशाला का सर्वे किया।
अंदर और पीछे की तरफ क्लीनिंग का काम किया गया। फारसी, अरबी और उर्दू के जानकार भी आए है। कल से शिलालेखो पर जो लिखावट है उसकी जाँच होगी , वही उन्होंने कहा कि मिट्टी हटाने के दौरान जो धातु के सिक्के मिले हैं, वो मुगलकालीन हैं। वही कार्यवाहक सदर जुल्फिकार पठान ने प्रशासन को ज्ञापन सौंपते हुए माँग की है कि सर्वे कोर्ट के नियमानुसार करवाएं नहीं तो मुस्लिम समाज आंदोलन करेगा।
दीवार से मिट्टी हटाने का काम जारी
हिंदू पक्षकार गोपाल शर्मा ने कहा कि आज सर्वे का 43वां दिन था। आज शुक्रवार होने के कारण प्रातः 6 बजे से सर्व प्रारंभ हो गया जो 12 बजे समाप्त हुआ। गर्भ गृह में और दक्षिण दिशा में काम चला। यहां पीछे दीवार पर लगी हुई मिट्टी हटाने का काम चल रहा है। खेत में जो पॉइंट निकला था, वहां आज मिट्टी हटाने का काम गति से किया गया। कल सिक्के निकले थे, आज कुछ नया नहीं निकला। अरबी भाषा पढ़ने वाली टीम आई है, जो कल से अपना काम शुरू करेगी।
सिक्कों को लेकर मिस गाइड किया
मुस्लिम पक्षकार अब्दुल समद ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आज मॉन्यूमेंट्स में अंदर और पीछे की तरफ तीनों क्षेत्र में सफाई का काम किया गया। लेबलिंग का काम भी जारी रहा और पीछे कल 8 फीट खुदाई की गई थी आज उसे डेढ़ फीट तक और बढ़ाया गया है। आज शुक्रवार था तो 12 बजे तक ही सर्वे का काम हुआ। दरगाह परिसर में आज एक नई टीम जुड़ने वाली थी, वे फारसी और उर्दू के जानकार हैं। वे लोग आ चुके हैं और कल से अपना काम शुरू करेंगे। उन्होंने अपना सर्वे कर लिया है। आज ऐसी कोई चीज नहीं निकली। सिक्कों को लेकर मिस गाइड किया गया। जो पवार वंश के सिक्के वगैरा निकले हैं वे पहले भी निकल चुके हैं। मुगल सल्तनत के भी सिक्के है, जिन पर उर्दू मे लिखा हुआ है। आज जो टीम आई उन्होंने देखा है। वे सब पढ़ेंगे तो पता लगेगा। ज्ञापन के बारे में उन्होंने कहा कि मुझे जानकारी नहीं है कि किसने ज्ञापन सोपा है और किस विषय पर सौंपा है। अगर मुझे नॉलेज में होता तो मैं जरूर शामिल होता।
खुदाई से मस्जिद के मूल स्वरूप को खतरा
कार्यवाहक सदर धार जुल्फिकार पठान ने कहा कि सर्वे को लेकर हमने ज्ञापन दिया है। इस मस्जिद के मूल स्वरूप में परिवर्तन नहीं होना चाहिए और एएसआई द्वारा जो अभी सर्वे किया जा रहा है जिसमें मस्जिद के अंदर फर्श है उसकी 6 फीट खुदाई हुई है। मस्जिद के दक्षिणी तरफ पीछे और साइड में भी 6 फीट के गड्ढे खोद दिए गए हैं। दीवार को नुकसान होने का खतरा है। मुस्लिम समाज इसका विरोध करता है। हम यह कहना चाहते हैं कि जो सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन थी, जिसमें खुदाई के लिए मना किया गया था। हम चाहते हैं कि उसका पालन करवाया जाए। अगर ऐसा नहीं होता तो मुस्लिम समाज आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा।