UPSC Result : इंदौर के 5 बच्चों ने UPSC में डंका बजाया, उत्कर्ष को मिली 5वीं रैंक
Indore : इंदौर के 5 बच्चों ने UPSC की परीक्षा में अपनी प्रतिभा का परचम लहराया। उत्कर्ष द्विवेदी ने 5वीं रैंक हासिल की, अनन्या अवस्थी को 135वीं रैंक मिली, अंजली श्रोत्रिय ने 44 वीं रैंक हासिल की, श्रद्धा गोमे ने पहली बार में ही 60 वीं रैंक हासिल की और चेतन चौहान को 669 वी रैंक मिली। UPSC के मेन एग्जाम का नतीजा सोमवार को घोषित हुआ।
UPSC में 5वीं रैंक पाने वाले उत्कर्ष के पिता जगदीश प्रसाद ने बताया कि वे लखनऊ से 12 साल पहले इंदौर आए थे। बेटे को IAS बनाना उनका सपना था।
परिणाम आने के बाद यह सपना पूरा हुआ। जगदीश प्रसाद बिस्कुट कंपनी पार्ले प्रोडक्ट के इंदौर प्लांट में सीनियर एरिया मैनेजर हैं। उन्होंने बताया कि उत्कर्ष की स्कूली शिक्षा डीपीएस स्कूल इंदौर से पूरी हुई है। 2019 में वीआईटी वेल्लूर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग किया। तीसरे प्रयास में उत्कर्ष को सफलता मिली है। जगदीश प्रसाद ने बताया कि उत्कर्ष के नाना-नानी जिस विभाग में काम करते थे, वहां पर DM विजिट के लिए जाते थे, तभी नानी ने उत्कर्ष को बताया था कि तुम्हें आगे चलकर ऐसा ही बड़ा अफसर बनना है।
दूसरी बार में रैंक बढ़ाई
अनन्या अवस्थी ने 2019 में भी UPSC की परीक्षा पास कर ली थी। लेकिन, तब 335 वीं रैंक आई थी। अनन्या के पिता आशुतोष अवस्थी भी IAS रह चुके हैं। वर्तमान में अनन्या लखनऊ के भारतीय रेल प्रबंधन संस्थान में ट्रेनिंग ले रही है। अनन्या का कहना है पूरी मेहनत के साथ ही परिवार के सहयोग से यहां तक पहुंची हैं। अनन्या ने बताया कि 2017 से UPSC की तैयारी कर रही हूं। यह मेरा चौथा प्रयास था।
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मैंने टेस्ट सीरीज से ही ज्यादा समय तक पढ़ाई की है। पिता आशुतोष अवस्थी ने बताया कि अनन्या की स्कूली शिक्षा इंदौर से हुई है। भोपाल से लॉ किया है। दिल्ली में रहकर अनन्या ने चार माह तक तैयारी की थी। इसके बाद इंदौर में रहकर पढ़ाई की। अनन्या की मां डॉ. किरण अवस्थी पीएचडी हैं, जबकि भाई अनिकेत अवस्थी आईआईटी खड़गपुर से इंजीनियरिंग कर अब खुद के स्टार्टअप के जरिए नवीनीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में काम कर रहे हैं।
पहली कोशिश में 60वीं रैंक
श्रद्धा गोमे ने पहले प्रयास में ही 60वीं रैंक पाई। वे 2 साल से UPSC की तैयारी करती रही। SC श्रेणी में श्रद्धा की पूरे देश में सेकंड रैंक पाई है। श्रद्धा ने बैंगलुरु के नेशनल लॉ स्कूल ऑफ़ इंडिया से लॉ की पढ़ाई की है। इस दौरान 13 गोल्ड मैडल भी हासिल किए हैं। बिना कोचिंग घर से ऑनलाइन तैयारी की। सेवानिवृत्त बैंक अधिकारी की बेटी श्रद्धा पहले प्रयास में साक्षात्कार तक पहुंचीं। उन्होंने इंदौर के स्वच्छता मॉडल का उदाहरण दिया। जवाब की बदौलत श्रद्धा ने पहले ही प्रयास में IAS हासिल की।
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अंजलि ने हासिल की 44 वीं रैंक
अंजली श्रोत्रिय ने UPSC में 44 वीं रैंक हासिल की। अंजलि को गीत- संगीत का शौक है। अंजलि ने बताया कि माता- पिता की सीख के कारण ही आज यहां पहुंच सकी हूं। अंजली ने चौथे प्रयास में यह सफलता पाई। 2017 में कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग की डिग्री ली। इसके बाद अंजलि को प्लेसमेंट मिल रहा था, किंतु उन्होंने इसे ठुकरा दिया और IAS बनने की राह पर चल पड़ीं। पहले दो प्रयासों में अंजली प्रारंभिक परीक्षा भी उत्तीर्ण नहीं कर सकी। फिर 2020 में साक्षात्कार तक पहुंचीं, पर आठ अंकों से पिछड़ गई। UPSC के अच्छे स्कोर से उन्हें ग्रेड-ए की पोस्ट गांधीनगर गुजरात में मिल गई। दो दिन पहले अंजली ने गांधीनगर में संभाला था कि उन्हें नए चयन की खुशखबरी मिल गई।
चेतन चौहान ने 669 वीं रैंक
इसी तरह चेतन चौहान ने 669वीं रैंक हासिल की है। चेतन ने उज्जैन से 12वीं तक पढ़ाई की है। इसके बाद अटल बिहारी वाजपेयी कॉलेज से बीए किया। बाद में दिल्ली से यूपीएससी की तैयारी शुरू की थी। पहले ही प्रयास में उन्होंने यह सफलता पाई है।